BCCI उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला ने कानपुर की ड्रेनेज सुविधाओं का बचाव किया
हालांकि उन्होंने स्वीकार किया कि ग्रीनपार्क स्टेडियम बहुत पुराना है और इसके नवीनीकरण की ज़रूरत है

BCCI उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला ने ग्रीन पार्क स्टेडियम की ड्रेनेज़ सुविधाओं का बचाव करते हुए कहा कि अगर लगातार बारिश हो तो आप ज़्यादा कुछ नहीं कर सकते हैं। ग़ौरतलब है कि भारत और बांग्लादेश के बीच कानपुर में चल रहा टेस्ट मैच का दूसरा और तीसरा दिन बारिश ना होने के बावजूद सिर्फ़ मैदान गीला होने के कारण बर्बाद हो गया था। इसके बाद से लगातार ग्रीन पार्क स्टेडियम की ड्रेनेज और अन्य सुविधाओं की आलोचना की जा रही थी।
टेस्ट मैच के चौथे दिन के खेल के इतर पत्रकारों से बात करते हुए शुक्ला ने कहा, "एक BCCI प्रशासक होने के कारण हम लोगों को ऐसी आलोचनाओं के बारे में पता है। लेकिन कई बार सभी चीज़ों की आलोचना होने लगती है। जब हम कानपुर को मैच नहीं दे रहे थे, तब भी हमारी आलोचना हो रही थी। और अब जब हम मैच दिए हैं, तब भी हमारी आलोचना हो रही है।"
शुक्ला ने कहा कि यह स्टेडियम देश के सबसे पुराने स्टेडियम में से एक है और यहां पर आज तक कोई भी मैच रद्द नहीं हुआ है (हालांकि दलीप ट्रॉफ़ी 2017 के एक मैच में लगातार तीन दिन बारिश और गीले मैदान के कारण रद्द हो गया था)। इसलिए इस पर कुछ अधिक हो-हल्ला नहीं होना चाहिए।
उन्होंने कहा, "यह स्टेडियम देश के पांच सबसे पुरानी स्थायी टेस्ट सेंटर में से एक और 80 साल पुराना है। लेकिन यह इस स्टेडियम के इतिहास में पहली बार हुआ है कि लगातार दो दिन का खेल बर्बाद हुआ हो, वहीं आज तक यहां पर कोई टेस्ट मैच रद्द नहीं हुआ। विश्व के कई स्टेडियम ऐसे हैं, जहां बारिश के कारण पूरा मैच ही रद्द हो जाता है। तो अगर यहां दो दिन का मैच रद्द हुआ है, तो उस पर अधिक हो-हल्ला नहीं होना चाहिए।"
आपको बता दें कि कानपुर में ही पैदा हुए शुक्ला का उत्तर प्रदेश क्रिकेट में अपना प्रभाव है। उन्होंने कहा कि जब यह स्टेडियम बन रहा था तो ऐसे तकनीक उपलब्ध नहीं थे, जो अब उपलब्ध हैं।
उन्होंने कहा, "जिस तरह से हमारे लखनऊ के स्टेडियम का निर्माण नई तकनीक़ से हुआ है। इसी तरह हम वाराणसी में एक और स्टेडियम बनवा रहे हैं, जहां पर बारिश से निपटने की ड्रेनेज सुविधाएं एकदम नई, आधुनिक और उन्नत होंगी। हम इस स्टेडियम को भी आधुनिक करने की योजना बना रहे हैं। अभी मेरी यहां के प्रशासन से बात हुई है कि कैसे एक ऐसी प्रणाली विकसित की जा सकती है, जिससे बहुत जल्द ही बारिश की पानी को सुखाया जा सके।"
ग़ौरतलब है कि ग्रीन पार्क का यह स्टेडियम उत्तर प्रदेश सरकार के खेल विभाग का है, जिसे उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन (UPCA) ने एक MOU के तहत क्रिकेट संबंधित कार्यों के लिए लिया है। इसलिए शुक्ला ने कहा कि अगर इसमें कोई भी सुधार कराना है तो सरकार से भी अनुमति लेनी होगी।
उन्होंने कहा, "अगर इस मैदान में ड्रेनेज की नई तकनीक लगानी है तो मैदान को खोदना भी पड़ सकता है। इसके लिए हमें सरकार से अनुमति लेनी होगी। मैंने आज ही सरकारी अधिकारियों से इस बारे में चर्चा की है। वह भी इस बात पर राज़ी हैं और हम निश्चित रूप से बहुत जल्द ही मैदान के नवीनीकरण पर काम कर सकते हैं।"
अंत में उन्होंने यह भी कहा कि वे बस भगवान इंद्र से बस प्रार्थना कर सकते हैं कि मैच के समय बारिश ना हो, लेकिन अगर ऐसा होता है तो इस पर अनावश्यक रूप से कानपुर या ग्रीन पार्क पर दोष नहीं देना चाहिए।
'चैंपियंस ट्रॉफ़ी में जाने का निर्णय सरकार लेगी'
BCCI उपाध्यक्ष ने कहा कि चैंपियंस ट्रॉफ़ी के लिए पाकिस्तान जाने या ना जाने का निर्णय सरकार लेगी क्योंकि यह प्रक्रिया का हिस्सा है। उन्होंने कहा, "यह हमारी नीति है कि किसी भी विदेशी दौरे पर जाने से जाने पहले हम सरकार की अनुमति लेते हैं। अब यह सरकार को निर्णय लेना है कि टीम वहां जाए या नहीं। हम बस उस निर्णय का पालन करते हैं।"
दया सागर ESPNcricinfo हिंदी में सब एडिटर हैं. @dayasagar95
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