टॉम लेथम: हमें पता था कि भारतीय टीम वापसी करेगी
न्यूज़ीलैंड के कप्तान ने रचिन रवींद और ओ'राउर्के की तारीफ़ की
मांजरेकर: न्यूज़ीलैंड की ऐतिहीसिक जीत में छा गए ओरुर्क और रविंद्र
भारत की न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ बेंगलुरु टेस्ट में मिली हार की समीक्षा संजय मांजरेकर के साथभारत के ख़िलाफ़ मिली जीत के बाद न्यूज़ीलैंड के कप्तान टॉम लेथम ने कहा कि उनके तेज़ गेंदबाज़ भारतीय बल्लेबाज़ों के ख़िलाफ़ लगातार कड़े सवाल पूछ रहे थे। साथ ही रचिन रवींद्र शांत स्वभाव के साथ खेलने में सफल रहे। इसी कारण से उनकी टीम 36 साल बाद टेस्ट क्रिकेट में भारतीय टीम को भारत में हराने में सफल रही।
लेथम ने बेंगलुरु में भारत के ख़िलाफ़ पहले टेस्ट में आठ विकेट से मिली जीत के बाद कहा, "हमारे पास कुछ युवा खिलाड़ी हैं जिन्होंने इस मैच में अच्छा प्रदर्शन किया। मुझे लगता है कि विल [ओ'रूर्क] की गेंदबाज़ी शानदार थी, लेकिन मैं अन्य दो सीमर्स टिम साउदी और मैट हेनरी की गेंदबाज़ी की भी तारीफ़ करना चाहूंगा। नई गेंद से पहले दिन जो दबाव उन्होंने बनाया, वह अद्भुत था और ज़ाहिर तौर पर मैट और विल दोनों को इसका इनाम मिला।
"इस जीत को हासिल करना निश्चित रूप से एक अच्छा अनुभव है। मुझे लगता है कि हमने पहली और दूसरी पारी में गेंदबाज़ी और फिर बल्लेबाज़ी में जिस तरह का प्रदर्शन किया, उसी कारण से हम इस मैच को जीतने में सफल रहे। यह हमारी टीम के लिए गर्व का क्षण है और हम इसका आनंद ले रहे हैं।"
लेथम ने विशेष रूप से रवींद्र की तारीफ़ की, जिन्होंने पहली पारी में न्यूज़ीलैंड की बढ़त को 350 के पार पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई और दूसरी पारी में तब 39 नाबाद रन बनाए जब न्यूज़ीलैंड शुरुआती झटके से जूझ रहा था।
रवींद्र ने पहली पारी में आठवें विकेट के लिए साउदी के साथ 137 रन की साझेदारी करके टीम को एक अच्छे स्कोर तक पहुंचाने में मदद की।
लेथम ने कहा, "जिस तरह से उन्होंने (रवींद्र)] मैच की परिस्थिति को समझा, वह हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण था। नंबर नौ के बल्लेबाज़ के साथ 137 की साझेदारी बनाना अद्भुत है। मुझे लगता है कि उन्होंने दूसरी नई गेंद से पहले जिस तरह से बल्लेबाज़ी की, वह बहुत महत्वपूर्ण था। आज सुबह भी जब खेल नाज़ुक स्थिति में था और एक-दो और विकेट गिर सकते थे, तब उन्होंने जिस तरह से ड्रेसिंग रूम को शांत रखा, वह एक युवा खिलाड़ी के लिए ख़ास है। नौवें या 10वें टेस्ट में इस तरह की परिपक्वता के साथ खेलना वास्तव में उत्साहजनक है।"
हालांकि न्यूज़ीलैंड ने भारत को पहली पारी में 46 रनों पर आउट कर दिया और खुद 402 रन बनाए, फिर भी यह जीत आसानी से नहीं आई। भारत ने अपनी दूसरी पारी में तीन विकेट के नुक़सान पर ही बढ़त को कवर कर लिया था और सरफराज़ ख़ान और ऋषभ पंत अच्छी लय में दिख रहे थे।
भारत अपनी दूसरी पारी के दौरान बेहतरीन वापसी करते हुए 433 के स्कोर पर 4 विकेट गंवा कर खेल रहा था। हालांकि नई गेंद के आते ही खेल एक बार फिर से न्यूज़ीलैंड की तरफ़ मुड़ गया और भारतीय टीम 462 के स्कोर पर ऑलआउट हो गई, जिससे न्यूज़ीलैंड को अंतिम दिन 107 रनों का लक्ष्य मिला।
लेथम ने कहा, "हम जानते थे कि भारत वापसी करेगा। तीसरे और चौथे दिन के दौरान बल्लेबाज़ी करना सबसे आसान था, इसलिए हमें पता था कि भारत के ख़िलाफ़ यह एक चुनौती होगी, जिनके पास कई अच्छे बल्लेबाज़ हैं। उन्होंने हमें अच्छी चुनौती दी। उस स्थिति से बढ़त हासिल करना एक गुणवत्तापूर्ण प्रदर्शन था।
"लेकिन मुझे लगता है कि कल शाम हमने नई गेंद के साथ अच्छा प्रदर्शन किया।"
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