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चैंपियंस ट्रॉफ़ी फ़ाइनल में भारत और न्यूज़ीलैंड ने बनाए कई कीर्तिमान

लगातार 15 बार टॉस हारने की संभावना 32768 में एक बार होती है, और यह पुरुषों के वनडे में भारत के साथ हुआ है

भारत और न्यूज़ीलैंड के बीच खेले जा रहे चैंपियंस ट्रॉफ़ी फ़ाइनल के मध्य ओवरों में काफ़ी कुछ देखने को मिला - विकेट, कैच छूटना और रिकॉर्डतोड़ स्पिन गेंदबाज़ी। यहां पहली पारी से जुड़े प्रमुख आंकड़े दिए गए हैं:

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32768 में 1 - लगातार 15 बार टॉस हारने की संभावना 32768 में एक बार होती है, और यह पुरुषों के वनडे में भारत के साथ हुआ है। हालांकि, भारत ने टॉस हारने के बावजूद अपने पिछले 14 वनडे मैचों में से नौ जीते और केवल चार बार हार का सामना किया।

भारत द्वारा लगातार 15 टॉस हारना पुरुषों के वनडे में किसी भी टीम के लिए सबसे लंबी स्ट्रीक है। इससे पहले नीदरलैंड्स ने 2011 से 2013 के बीच लगातार 11 टॉस हारे थे, जो पिछली सबसे लंबी स्ट्रीक थी।

5 - चैंपियंस ट्रॉफ़ी में रचिन रविंद्र को पांच जीवनदान मिले, जिसमें फ़ाइनल में भारत के ख़िलाफ़ दो कैच ड्रॉप भी शामिल हैं। यह इस टूर्नामेंट में किसी भी बल्लेबाज़ को मिले सबसे ज़्यादा जीवनदान हैं।

मोहम्मद शमी ने 28 रन पर रविंद्र का कैच छोड़ा था, जबकि श्रेयस अय्यर ने वरुण चक्रवर्ती की गेंद पर 29 के निजी स्कोर पर उनका कैच टपकाया था।। हालांकि रविंद्र केवल 37 रन ही बना सके, इसलिए इन ड्रॉप्स का भारत पर ज़्यादा असर नहीं पड़ा।

30 - भारत के स्पिनर्स ने रविवार को मध्य ओवरों (11-40) के दौरान कुल 30 ओवर फेंके। इससे पहले पुरुषों के वनडे में भारत ने आखिरी बार इस अवधि में सबसे अधिक स्पिन गेंदबाज़ी 2002 की चैंपियंस ट्रॉफ़ी फ़ाइनल में श्रीलंका के ख़िलाफ़ की थी, जो रिज़र्व डे पर खेला गया था

91 - डैरिल मिचेल ने रविवार को अपनी फ़िफ्टी तक पहुंचने के लिए 91 गेंदें खेलीं - यह वनडे में उनकी सबसे धीमी और पुरुषों के वनडे में किसी भी न्यूज़ीलैंड के बल्लेबाज़ की 2014 के बाद से सबसे धीमी अर्धशतकीय पारी थी। इससे पहले 2014 में मार्टिन गप्टिल ने वेस्टइंडीज़ के ख़िलाफ़ 95 गेंदों में अर्धशतक लगाया था।

103/4 - मध्य ओवरों (11-40) के दौरान न्यूज़ीलैंड ने सिर्फ़ 103 रन बनाए, जबकि उन्होंने पहले 10 ओवर में 69/1 रन बनाए थे। 2013 के बाद पुरुषों के वनडे में न्यूज़ीलैंड ने इस अवधि में इससे कम रन सिर्फ एक बार बनाए थे - 2018 में पाकिस्तान के ख़िलाफ़ अबू धाबी में 102/3 रन बनाए थे।

81 - न्यूज़ीलैंड की पारी में 14वें (जब मिचेल ने अक्षर पटेल पर चौका मारा) और 27वें ओवर (जब ग्लेन फ़िलिप्स ने कुलदीप यादव पर छक्का लगाया) के बीच 81 गेंदों तक कोई बाउंड्री नहीं आई।

4 - भारत ने इस फ़ाइनल में चार कैच छोड़े, जो पुरुषों के वनडे नॉकआउट मैचों में उनके लिए 2005 इंडियन ऑयल कप फ़ाइनल के बाद सबसे ज़्यादा हैं, जब उन्होंने श्रीलंका के ख़िलाफ़ भी चार कैच छोड़े थे।

12 - रोहित शर्मा ने बतौर कप्तान वनडे में लगातार 12 टॉस हारे हैं, उन्होंने आखिरी बार 2023 वर्ल्ड कप सेमीफ़ाइनल में न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ टॉस जीता था। यह पुरुषों के वनडे में किसी कप्तान के लिए सबसे लंबी हार की स्ट्रीक की बराबरी है - ब्रायन लारा ने भी 1998 से 1999 के बीच लगातार 12 टॉस हारे थे।

105 - रोहित शर्मा और शुभमन गिल के बीच 105 रनों की साझेदारी हुई, जो इस चैंपियंस ट्रॉफ़ी में पहले विकेट के लिए पहली शतकीय साझेदारी है।

212 - न्यूज़ीलैंड के स्पिनरों के ख़िलाफ़ श्रेयस अय्यर का बल्लेबाज़ी औसत 212 है।

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