आंकड़े : साउथ अफ़्रीका के रिकॉर्ड चेज़ ने लगाई भारत के अभियान पर लगाम
भारत बनाम साउथ अफ़्रीका के पहले टी20 से संबंधित तमाम आंकड़े
12- साउथ अफ़्रीका के ख़िलाफ़ मिली हार से पहले भारतीय टीम ने टी20 में लगातार 12 मुक़ाबलों में जीत दर्ज की थी। जोकि पुरुष क्रिकेट में किसी भी टीम द्वारा संयुक्त तौर पर सर्वाधिक लगातार जीत है। इससे पहले अफ़ग़ानिस्तान (2018-9) और रोमानिया (2020-21) की टीमें यह कारनामा कर चुकी हैं।
212 - दिल्ली में साउथ अफ़्रीका ने 212 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए जीत हासिल की। जोकि टी20 में उनका सबसे बड़ा सफल रन चेज़ है। इससे पहले उन्होंने 2007 वर्ल्ड कप में वेस्टइंडीज़ के ख़िलाफ़ 206 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए जीत हासिल की थी।
126- लक्ष्य का पीछा करते हुए साउथ अफ़्रीकी बल्लेबाज़ों ने आख़िरी दस ओवरों में 126 रन बनाए। जोकि चेज़ के दौरान इस अवधि (11-20 ओवर) में टी20 अंतर्राष्ट्रीय में किसी भी टीम द्वारा बनाए गए सबसे अधिक रन हैं। इससे पहले यह रिकॉर्ड ऑस्ट्रेलियाई टीम (125 रन) के नाम था। उन्होंने 2010 के वर्ल्ड कप सेमीफ़ाइनल में पाकिस्तान के ख़िलाफ़ दस ओवर में 67 पर 4 होने के बाद 192 रनों का लक्ष्य हासिल कर लिया था।

1- टी20 में पहली पारी में 200 से अधिक रन बनाने के बाद यह भारतीय टीम की पहली हार है। इससे पहले वह सभी 11 बार 200 से अधिक के स्कोर का बचाव करने में सफल रहे थे। इससे पहले साउथ अफ़्रीका ने ही 2015 में भारतीय टीम के ख़िलाफ़ 200 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए जीत हासिल की थी।
131- रासी वान दर दुसें और डेविड मिलर ने मिलकर 131 नाबाद रनों की साझेदारी की। जोकि टी20 में चौथे या इससे निचले क्रम की किसी भी जोड़ी द्वारा खड़ी की गई सबसे बड़ी साझेदारी है। वहीं यह टी20 में साउथ अफ़्रीका के लिए किसी भी जोड़ी द्वारा की गई सबसे बड़ी साझेदारी भी है। इससे पहले फ़ाफ़ डुप्लेसी और रासी वान दर दुसें ने 2010 में इंग्लैंड के ख़िलाफ़ चौथे विकेट के लिए 127 नाबाद रनों की साझेदारी की थी।
2- मिलर और वान दर दुसें की साझेदारी टी20 में भारतीय टीम के ख़िलाफ़ की गई सबसे बड़ी साझेदारी है। इस सूची में शीर्ष पर बाबर आज़म और मोहम्मद रिज़वान की 152 रनों की नाबाद साझेदारी शामिल है जो कि पिछले टी20 विश्व कप के दौरान हुई थी। वहीं दूसरे नंबर पर शेन वॉटसन और डेविड वॉर्नर द्वारा 2012 विश्व कप के दौरान पहले विकेट के लिए की गई 132 रनों की साझेदारी इस सूची में दूसरे नंबर पर है।
14- 16वे ओवर में श्रेयस अय्यर द्वारा वान दर दुसें का कैच छोड़े जाने के बाद उस ओवर में 14 रन आए। इसके बाद ड्रॉप की गई गेंद पर रन को जोड़ते हुए वान दर दुसें ने अगली 16 गेंदों पर 46 रन बनाए। लक इंडेक्स के मुताबिक अगर वह कैच लपक लिया जाता तब अन्य बल्लेबाज़ इन 15 गेंदों पर 32 रन ही बना पाते।
75.76% - इस मैच में बल्लेबाज़ों ने 75.76 फ़ीसदी रन बाउंड्री के ज़रिए बनाए। यह टी20 में 300 से अधिक रन बाउंड्री से आने के मामले में तीसरा सबसे अधिक है। जबकि 2010 में ऑकलैंड में न्यूज़ीलैंड बनाम वेस्टइंडीज़ के मैच में सबसे अधिक 76.1 फ़ीसदी रन बाउंड्री के ज़रिए आए थे। वहीं इस सूची में दूसरे स्थान पर 2017 में इंदौर में भारत और श्रीलंका के बीच हुआ मुक़ाबला है जिसमें 75.85 फ़ीसदी रन बाउंड्री से आए थे।
12.17 - मैच में स्पिन गेंदबाज़ों ने 12.17 की इकॉनमी से रन लुटाए। जोकि किसी टी20 अंतर्राष्ट्रीय मुक़ाबले में दस या उससे अधिक स्पिनर्स द्वारा डाले गए ओवर में चौथी सबसे ख़राब इकॉनमी है। मुक़ाबले में केशव महाराज, तबरेज़ शम्सी, युज़वेंद्र चहल और अक्षर पटेल ने कुल मिलाकर 11.1 ओवर डाले, जिसमें उन्होंने कुल 136 रन लुटाए और दो विकेट लिए। सभी गेंदबाज़ों ने दस या उससे अधिक की इकॉनमी से रन खर्च किए।
संपत बंडारूपल्ली ESPNcricinfo में सांख्यिकी विद हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी में एडिटोरियल फ़्रीलांसर नवनीत झा ने किया है।
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