पिछले छह महीने से मैं ख़ुद से ख़ुद की लड़ाई लड़ रहा था: हार्दिक
"कोई नहीं जानता कि पिछले दिनों मेरे ऊपर क्या-क्या गुजरी है"

भारतीय टीम में वापसी कर रहे हार्दिक पंड्या 9.30 बजे ही बिस्तर पर चले जाते थे और सुबह 5 बजे उठते थे। उन्होंने इसे वापसी करने के लिए ख़ुद की ख़ुद से लड़ाई बताया।
गुजरात टाइटंस के लिए आईपीएल ख़िताब जीतने वाले इस ऑलराउंडर ने लगभग चार महीने तक यही दिनचर्या अपनाई। इसके बाद पहले उन्होंने आईपीएल और फिर भारतीय टीम में सफल वापसी की।
साउथ अफ़्रीका के ख़िलाफ़ 12 गेंदों में 31 रन की पारी खेलने वाले हार्दिक ने BCCI.tv से बात करते हुए कहा, "यह मेरी ख़ुद से ख़ुद की एक जंग थी, जिसे मैंने जीता है। आईपीएल जीतना या प्ले ऑफ़ के लिए क्वालीफ़ाई करना भी मेरे लिए बहुत बड़ी बात थी क्योंकि बहुत लोगों ने हम पर विश्वास नहीं जताया था। लीग शुरु होने से पहले ही वे हम लोगों को बाहर मान चुके थे। मेरे बारे में भी बहुत कुछ कहा गया। लेकिन मैंने उन्हें अपनी मेहनत से जवाब दिया। कोई नहीं जानता कि पिछले छह महीने में मेरे ऊपर क्या-क्या गुजरी है। मैं सुबह 5 बजे उठता था और 9.30 बजे सोता था। यह मेरे लिए एक लड़ाई थी, जिसे मैंने लड़ा और जीता।"
उन्होंने कहा कि साउथ अफ़्रीका के ख़िलाफ़ चल रही सीरीज़ टी20 विश्व कप से पहले उनके लिए अच्छा मौक़ा है। "मेरे लिए विश्व कप एक लक्ष्य है और यह सीरीज़ वहां तक पहुंचने के लिए एक अच्छा मंच। आगे आने वाले सीरीज़ में लय हासिल कर हम अच्छे फ़ॉर्म में विश्व कप के लिए जाना चाहेंगे। यहां मेरी भूमिका भी अलग है। यहां मैं कप्तान नहीं हूं और ना ही ऊपर आकर पारी को एंकर करूंगा। यहां आप पुराने हार्दिक को देख सकेंगे।"
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