चैंपियंस ट्रॉफ़ी : तीन तेज़ गेंदबाज़ ले जाने के पीछे भारतीय टीम की क्या सोच हो सकती है?
क्या टीम के चयन ने बदलाव के दौर से गुज़र रही भारतीय टीम से जुड़े तमाम सवालों के जवाब दे दिए हैं?

चैंपियंस ट्रॉफ़ी के लिए चयनित 15 सदस्यीय भारतीय दल ने कई सवालों को जन्म दे दिया है। क्या शुभमन गिल को भारत का भावी वडने कप्तान मान लिया गया है? टूर्नामेंट में भारतीय टीम किस प्लेइंग के साथ उतर सकती है? दल में ऑलराउंडरों की भरमार का भारतीय टीम को कितना फ़ायदा मिल पाएगा? इन्हीं सवालों के जवाब तलाशने का प्रयास करते हैं।
बदलाव का दौर अभी और इंतज़ार कर सकता है
इस बात की काफ़ी चर्चा थी कि वर्ल्ड कप 2027 को ध्यान में रखते हुए सिर्फ़ उन्हीं सीनियर खिलाड़ियों को चैंपियंस ट्रॉफ़ी दल में चुना जा सकता है जिनका अगले दो वर्ष तक खेलना तय हो। हालांकि चैंपियंस ट्रॉफ़ी के समापन के बाद अगले वनडे वर्ल्ड कप के लिए फ़ैसले लिए जा सकते हैं लेकिन अभी चयनकर्ताओं को रोहित शर्मा, विराट कोहली और केएल राहुल में पूरा भरोसा है। लेकिन चैंपियंस ट्रॉफ़ी के बाद उनका प्रदर्शन, उम्र, फ़िटनेस और 2027 वर्ल्ड कप खेलने की इच्छा हर पहलू को देखा जाएगा।
गिल, अगले वनडे कप्तान?
जब टीम के मौजूदा कप्तान का अगले कुछ वर्षों के लिए टीम की अगुवाई करना तय होता है तब ऐसी स्थिति में उपकप्तान का उतना महत्व नहीं रह जाता है लेकिन यह दौर बदलाव का है। अगर रोहित आगे अधिक क्रिकेट नहीं खेलते हैं तो चयनकर्ताओं के दिमाग में अगले कप्तान का विचार होना स्वभाविक है। गिल पिछले वनडे दल के भी उपकप्तान थे और नियमित तौर पर रन भी बनाते आ रहे हैं। चैंपियंस ट्रॉफ़ी दल में अन्य सीनियर खिलाड़ियों की मौजूदगी में उनके उपकप्तान बने रहने को उनके भारत का अगला कप्तान बनने की मुहर के तौर पर देखा जा सकता है।
Rohit: Hardly any time for India regulars to play domestic cricket
Rohit Sharma and Ajit Agarkar on BCCI's ten-point guidelines for playersऑलराउंडरों की भरमार का कितना लाभ मिल पाएगा?
भारतीय दल में ऐसे ऑलराउंडर हैं जो एक विधा में विशेषज्ञ नहीं हैं लेकिन बल्लेबाज़ी क्रम में गहराई सुनिश्चित कर सकते हैं। भारतीय दल में ऐसे चार खिलाड़ियों को जगह मिली है और उनमें से सिर्फ़ एक ही तेज़ गेंदबाज़ है। रवींद्र जाडेजा, अक्षर पटेल और वॉशिंगटन सुंदर तीन स्पिनर-बल्लेबाज़ हैं जिससे सिर्फ़ तीन प्रमुख गेंदबाज़ों को ही प्लेइंग इलेवन मे जगह दी जा सकती है और 15 सदस्यीय दल में सिर्फ़ तीन तेज़ गेंदबाज़ों को ही जगह मिल पाई।
दुर्भाग्यशाली रहे सिराज
2023 की शुरुआत से 22.7 प्रति रन और 5.41 प्रति ओवर के दर से 47 विकेट लेने वाले मोहम्मद सिराज को दल से बाहर होना पड़ा। मुख्य चयनकर्ता अजीत आगरकर और कप्तान रोहित शर्मा के अनुसार जसप्रीत बुमराह के खेलने को लेकर असमंजस सिराज के दल से बाहर होने का कारण बनी। रोहित ने कहा कि अगर बुमराह नहीं खेल पाते हैं तो टीम को ऐसे गेंदबाज़ की ज़रूरत होगी जो खेल के हर चरण में गेंदबाज़ी कर सके। रोहित ने कहा कि अगर सिराज के पास नई गेंद नहीं होती है तो उनकी प्रभावशीलता में हल्की कमी आ जाती है।
Rohit: We have all bases covered in the spin attack
The India captain also explains the inclusion of Arshdeep Singhयह चयनित दल इस बात के संकेत देता है कि भारत इस उम्मीद के साथ चल रहा है उसे ऐसी परिस्थितियों में खेलना होगा जहां वह तीन स्पिनर्स के साथ मैदान में उतरेगा। बुमराह के खेलने पर असमंजस को ध्यान में रखते हुए रोहित ने कहा कि भारतीय दल में अर्शदीप को अंतिम के ओवरों के लिए रखा गया है।
दिलचस्प पहलू यह है कि इंग्लैंड के ख़िलाफ़ वनडे सीरीज़ के लिए हर्षित राणा बुमराह का बैकअप हैं। हालांकि इससे यह बात स्पष्ट नहीं होती कि अगर बुमराह चैंपियंस ट्रॉफ़ी नहीं खेलते हैं तो सिराज दावेदारी पेश नहीं करेंगे।
घरेलू क्रिकेट - ज़रूरी है या नहीं?
संजू सैमसन ने अपने पिछले वनडे में शतक जड़ा था और ऋषभ पंत ने जब पिछली वनडे सीरीज़ खेली थी तब वह दल का नियमित तौर पर हिस्सा भी नहीं थे। सैमसन के दल की चर्चा में ना रहने के अपने कारण भी थे क्योंकि हाल ही में वनडे कैंप में शामिल ना होने के कारण उनके राज्य एसोसिएशन ने उनके ऊपर अनुशासनात्मक कार्रवाई भी की थी। अगर राष्ट्रीय टीम में सैमसन के विजय हज़ारे ट्रॉफ़ी ना खेलने के तथ्य को दरकिनार किया जाता है तो यह बोर्ड द्वारा हाल ही में घरेलू क्रिकेट खेलने पर दिया गया ज़ोर ढीला पड़ जाता।
हालांकि अपवाद तो हमेशा रहेंगे ही। स्पोर्ट्स हर्निया इंजरी से रिकवर होने के बाद कुलदीप यादव दल में शामिल किए गए हैं जबकि कई बार निर्णयकर्ता यह कहते रहे हैं कि चोटिल हुए खिलाड़ियों को पहले घरेलू क्रिकेट में अपनी फ़िटनेस साबित करनी होगी। अगर बुमराह ही चैंपियंस ट्रॉफ़ी खेलेंगे तो उनसे भी घरेलू क्रिकेट में अपनी फ़िटनेस साबित करने के लिए नहीं कहा जाएगा।
यह सोचना नादानी होगी कि कुलदीप और बुमराह टीम के लिए जैसा प्रदर्शन करते हैं वह उन्हें इस संबंध में अपवाद बनाने में कोई भूमिका नहीं निभाती होगी। हालांकि इस समय स्थिति भी ऐसी है कि कुलदीप को खेलने की मंज़ूरी मिलने के बाद घरेलू स्तर पर उनकी टीम के मैच ही शेष नहीं हैं। अपनी रिकवरी के दौरान उन्होंने NCA में काफ़ी मेहनत भी की है।
.बाएं हाथ के रिज़र्व खिलाड़ी
भारत के पहले पांच बल्लेबाज़ दाएं हाथ के बल्लेबाज़ हैं : रोहित, गिल, कोहली, श्रेयस अय्यर और राहुल। और एकमात्र तेज़ गेंदबाज़ी ऑलराउंडर भी दाएं हाथ का बल्लेबाज़ ही है। तीनों स्पिन ऑलराउंडर बाएं हाथ के बल्लेबाज़ हैं। विशेष तौर पर अक्षर पटेल दाएं हाथ के बल्लेबाज़ों के लगातार क्रम को तोड़ने की भूमिका निभाते रहे हैं। टीम में यशस्वी जायसवाल और ऋषभ पंत भी बल्लेबाज़ी क्रम में बैकअप के तौर पर देखे जा सकते हैं।
संभावित प्रथम एकादश : 1 रोहित शर्मा (कप्तान), 2 शुभमन गिल (उपकप्तान), 3 विराट कोहली, 4 श्रेयस अय्यर, 5 केएल राहुल (विकेटकीपर), 6 हार्दिक पंड्या, 7 रवींद्र जाडेजा, 8 अक्षर पटेल/वॉशिंगटन सुंदर, 9 कुलदीप यादव, 10 मोहम्मद शमी, 11 जसप्रीत बुमराह/अर्शदीप सिंह
सिद्धार्थ मोंगा ESPNcricinfo के वरिष्ठ लेखक हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी के कंसल्टेंट सब एडिटर नवनीत झा ने किया है।
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