कुंबले: भारत के लिए अब 2027 ODI वर्ल्ड कप की तैयारी शुरू करने का सही समय
पूर्व भारतीय स्पिनर का कहना है कि मुख्य कोच गौतम गंभीर को चैंपियंस ट्रॉफ़ी के नतीजे के बाद कुछ कड़े फै़सले लेने होंगे

भारत के पूर्व कप्तान और लेग स्पिनर अनिल कुंबले का मानना है कि टीम को मौजूदा चैंपियंस ट्रॉफ़ी के बाद बदलाव की प्रक्रिया शुरू कर देनी चाहिए और 2027 वनडे वर्ल्ड कप के लिए एक नई और युवा टीम तैयार करनी चाहिए।
चैंपियंस ट्रॉफ़ी में भारत और बांग्लादेश के बीच खेले जा रहे पहले मैच से पहले, ESPNcricinfo के मैचडे शो में बात करते हुए, कुंबले ने कहा कि मुख्य कोच गौतम गंभीर को कुछ "कड़े फै़सले" लेने होंगे, चाहे इस चैंपियंस ट्रॉफ़ी में टीम का प्रदर्शन कैसा भी रहे।
कुंबले ने कहा, "आप कह सकते हैं कि यह टूर्नामेंट किसी भी कोच के लिए बहुत अहम है, जिसे विरासत में मिले खिलाड़ियों से नई पीढ़ी की ओर बदलाव के कड़े फैसले लेने होंगे। लेकिन कठिन फ़ैसले लेना ही कोच का काम है।"
"यह टूर्नामेंट यह तय कर सकता है कि सीनियर खिलाड़ी कहां खड़े हैं और भारतीय टीम में होने वाले बदलाव की प्रक्रिया कैसी होगी। चाहे जीत हो या हार, ये कड़े फै़सले जल्द से जल्द लेने होंगे। आपको सफे़द गेंद क्रिकेट में आगे देखना होगा, ख़ासकर 2027 वर्ल्ड कप की ओर।"
गंभीर का T20I में बतौर मुख्य कोच रिकॉर्ड शानदार रहा है, जहां उन्होंने 16 मैच जीते हैं और सिर्फ़ दो हारे हैं, लेकिन वनडे और टेस्ट क्रिकेट में उनका प्रदर्शन उतना प्रभावशाली नहीं रहा है। भारत ने 27 साल में पहली बार श्रीलंका के ख़िलाफ़ वनडे श्रृंखला गंवाई, वहीं टेस्ट में टीम को पहले घर में न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ 3-0 से हार का सामना करना पड़ा और फिर ऑस्ट्रेलिया में बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफ़ी 3-1 से हारनी पड़ी।
कुंबले ने इस बात पर ज़ोर दिया कि गंभीर को टीम में युवा खिलाड़ियों को शामिल करना होगा और यह सुनिश्चित करना होगा कि अगले वनडे वर्ल्ड कप से पहले ये नया समूह कम से कम 20-25 मैच एक साथ खेले।
कुंबले ने कहा, "किसी भी वर्ल्ड कप में आप एक ऐसी टीम बनाना चाहते हैं, जिसने कम से कम 20 या 25 मैच एक साथ खेले हों। तभी आप मैच की परिस्थितियों की बारीकियों को समझते हैं और जानते हैं कि किस पर भरोसा किया जा सकता है। आदर्श रूप से इस टूर्नामेंट के अंत तक आपको अगले वर्ल्ड कप की ओर देखना शुरू कर देना चाहिए। क्या सीनियर खिलाड़ी वहां तक पहुंचेंगे? या फिर हमें युवाओं को मौक़ा देकर टीम को आगे बढ़ाने की ज़रूरत है, ख़ासकर छोटे फ़ॉर्मेट में, ताकि एक मज़बूत टीम तैयार हो सके। ये वे सवाल हैं, जिनका जवाब गंभीर को देना होगा।"
"गंभीर के पास एक युवा, नई टीम है और उनके पास चुनने और टीम बनाने के लिए कई खिलाड़ी हैं, इसलिए उन्हें 2027 वर्ल्ड कप के लिए प्राकृतिक रूप से तैयारी शुरू करनी होगी।"
"T20I में, उन्होंने बहुत अच्छा किया है। सूर्यकुमार यादव एक बेहतरीन कप्तान रहे हैं। अगला वर्ल्ड कप अभी दो साल दूर है और नए खिलाड़ियों के समूह को लगातार मैच खेलने होंगे, ताकि वे बल्लेबाज़ी क्रम, मैच की परिस्थितियों और रणनीतियों जैसी चीज़ों को अच्छी तरह समझ सकें।"
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