महिला टेस्ट क्रिकेट की भारत में वापसी को लेकर काफ़ी उत्साहित हैं हरमनप्रीत कौर
हालांकि डब्ल्यूबीबीएल में हिस्सा ले रही भारतीय कप्तान के पास दो टेस्ट मैचों की तैयारी के लिए सिर्फ़ 10 दिन का समय होगा

मान लीजिए की एक दशक से आपके घरेलू धरती पर कोई टेस्ट मैच नहीं खेला गया है। साथ ही अपने अपने 14 साल के अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट करियर में सिर्फ़ एक ही बार अपने घरेलू धरती पर कोई टेस्ट मैच खेला हो तो आप उस टेस्ट मैच की तैयारी कैसे करेंगे?
हरमनप्रीत कौर के सामने सबसे यही बड़ी चुनौती यही है। भारतीय कप्तान का अंतर्राष्ट्रीय करियर शानदार रहा है। उन्होंने 285 अंतर्राष्ट्रीय मैच खेले हैं, और दुनिया भर की लीगों में वह सुपरस्टार बन गई हैं। वह वर्तमान में ऑस्ट्रेलिया में डब्ल्यूबीबीएल में खेलने वाली एकमात्र भारतीय खिलाड़ी हैं।
हरमनप्रीत दिसंबर में दो सप्ताह में इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ मुंबई में दो टेस्ट क्रिकेट खेलने वाली हैं। अपने 14 वर्षों के अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में उन्होंने सिर्फ़ एक ही टेस्ट भारत में खेला है। उन्होंने करियर का एकमात्र घरेलू टेस्ट 2014 में साउथ अफ़्रीका के ख़िलाफ़ खेला था। उस टेस्ट में उन्होंने नौ विकेट हासिल किया था। साथ ही भारतीय टीम ने उस मैच में बड़ी जीत दर्ज की थी। उस टेस्ट के अलावा हरमनप्रीत ने अपने करियर में सिर्फ़ दो और टेस्ट मैच खेला है।
मैंने लाल गेंद से अभ्यास करने के बारे में सोचा था, लेकिन क्योंकि यह इतना व्यस्त कार्यक्रम है कि आप दो चीज़ों को एक साथ मिला ही नहीं सकते। हम टी20 क्रिकेट खेल रहे हैं और टेस्ट खेल बिल्कुल अलग तरह का खेल है। इसलिए मैं इसमें किसी तरह का मिश्रण नहीं करना चाहती।
डब्ल्यूपीएल खेलने के बाद जब हरमनप्रीत भारत वापस आएंगी तो उनके पास दो टेस्ट मैचों की तैयारी के लिए सिर्फ़ 10 दिन का समय होगा। पहले उन्हें तीन मैचों की टी20 सीरीज़ खेलना है और फिर 14 दिसंबर को इंग्लैंड के ख़िलाफ़ टेस्ट मैच है।
हरमनप्रीत ने ईएसपीएनक्रिकइंफ़ो को बताया, "टेस्ट सीरीज़ का हम बेसब्री से इंतज़ार कर रहे हैं क्योंकि मैंने (2014 से) घरेलू दर्शकों के सामने कोई टेस्ट मैच नहीं खेला है। इसलिए मैं काफ़ी उत्साहित हूं। हमारे लिए चुनौती यह है कि हमने काफ़ी समय से लाल गेंद से नहीं खेला है। हम इतने सालों से सफे़द गेंद से खेल रहे हैं। यहां तक कि घरेलू क्रिकेट में भी लाल गेंद की कोई सीरीज़ नहीं खेली जाती है। इसलिए हमारे लिए चुनौती यह है कि हमें खु़द को इतने कम समय में तैयार करना होगा।"
डब्ल्यूबीबीएल का शेड्यूल काफ़ी टाइट है। छह सप्ताह में 14 मैच और यात्रा के भारी बोझ से यह इतना भरा हुआ है कि लाल गेंद से अभ्यास के लिए समय निकालना मुश्किल हो गया है। हरमनप्रीत ने लाल गेंद से अभ्यास करने का प्लान बनाया था लेकिन डब्ल्यूबीबीएल के व्यस्त कार्यक्रम के कारण यह सफल नहीं हो पाया।
हरमनप्रीत ने कहा, "मैंने लाल गेंद से अभ्यास करने के बारे में सोचा था, लेकिन क्योंकि यह इतना व्यस्त कार्यक्रम है कि आप दो चीज़ों को एक साथ मिला ही नहीं सकते। हम टी20 क्रिकेट खेल रहे हैं और टेस्ट खेल बिल्कुल अलग तरह का खेल है। इसलिए मैं इसमें किसी तरह का मिश्रण नहीं करना चाहती। जब मैं वापस भारत जाऊंगी तो मेरे पास खु़द को तैयार करने के लिए दस दिन होंगे।"
हरमनप्रीत अंगूठे की चोट के कारण 2021 के अंत में गोल्ड कोस्ट में ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ भारत के आखि़री टेस्ट में नहीं खेल पाई थीं। लेकिन उन्होंने कहा कि उन्होंने उस मैच में काफ़ी समय यह देखने में बिताया कि खेल किस तरह से आगे बढ़ा और यह समझने की कोशिश की कि लंबी अवधि की क्रिकेट कैसे खेलनी है और अपनी टीम का रणनीतिक नेतृत्व कैसे करना है।
साथ ही डब्ल्यूबीएल के बारे में उन्होंने कहा, "यहां विश्व के सबसे अच्छे स्टेडियमों में से एक में खेलना हमेशा सम्मान की बात है। हमने यहां टी20 विश्व कप फ़ाइनल खेला था और उससे पहले ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ कुछ मैचों में हम यहां आए थे। यहां खेलने का अनुभव हमेशा अदभुत रहा है। अब इस सीज़न में हमें फिर से यहां खेलने का मौक़ा मिल रहा है।"
ऐलेक्स मैल्कम ESPNcricinfo एसोशिएट एडिटर हैं
Read in App
Elevate your reading experience on ESPNcricinfo App.