रेटिंग्स : कोहली, रोहित तो थे ही ख़ास लेकिन सिराज, चहल और उमरान के योगदान को मत भूलिए
भारत के लिए सभी खिलाड़ी असरदार रहे, भले ही किशन और सूर्यकुमार के आगे चयनित शुभमन और राहुल ही क्यों न हों

2023 विश्व कप के पथ पर इस साल भारत के पहले वनडे में श्रीलंका ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाज़ी करने के लिए आमंत्रित किया। गुवाहाटी के मैदान पर ओस के चलते दूसरी पारी में गेंदबाज़ी करने में कठिनाई होने की पूरी संभावना जताई जा रही थी और ऐसे में भारत ने शुरुआत से ही आज लगभग परफ़ेक्ट के क़रीब गेम का निष्पादन किया।
बल्ले के साथ कप्तान रोहित शर्मा (83) और इशान किशन के आगे चयनित शुभमन गिल (70) ने तेज़ शतकीय साझेदारी से बुनियाद रखी, जिस पर विराट कोहली ने अपना 45वां और लगातार दूसरा वनडे शतक लगाया। इसके बाद गेंदबाज़ों ने भी प्रभावशाली प्रदर्शन के साथ भारत को आसान जीत के साथ सीरीज़ में 1-0 की बढ़त दिलाई।
क्या सही, क्या ग़लत?
बल्ले के साथ भारत की नीयत शुरुआत से ही अच्छी दिखी। पावरप्ले तक 75 रन आ चुके थे और एक समय पर जब कोहली (87 गेंदों पर 113) और के एल राहुल (29 गेंदों पर 39) बल्लेबाज़ी कर रहे थे, तब 400 का स्कोर भी दिख रहा था।
गेंद से भी भारत का प्रदर्शन शुरू से ही बढ़िया रहा और वे हर पनपते साझेदारी को तोड़कर श्रीलंका को मैच में लगातार पीछे धकेलते रहे। हालांकि भारत आख़िर में दसून शानका के ख़िलाफ़ बेहतर गेंदबाज़ी कर सकता था और फ़ील्डिंग बेहतर हो सकती थी। सबसे अविश्वसनीय बात थी कि इस मामले में कोहली ने भी दो बार ग़लती की।
प्लेयर रेटिंग्स (1 से 10, 10 सर्वाधिक)
रोहित शर्मा, 9: कप्तान की बल्लेबाज़ी सकारात्मक थी और उन्होंने शॉर्ट गेंदों पर ख़ासा प्रहार करते हुए श्रीलंकाई गेंदबाज़ों को दबाव में डाला। पहले विकेट की साझेदारी में शुभमान गिल सेट होने में अपना समय ले रहे थे और ऐसे में रोहित की बल्लेबाज़ी ने भारत को मैच में बड़ी जल्दी काफ़ी आगे कर दिया था।
फ़ील्ड में उनका गेंदबाज़ों का चयन अच्छा था। उन्होंने अपने गेंदबाज़ों को मिडिल ओवर्स में भी स्लिप देकर उन्हें आक्रामक गेंदबाज़ी करने का आश्वासन दिया और ख़ुद भी फ़ील्डिंग में कुछ अच्छे प्रयास करते हुए सही उदाहरण रखा।
शुभमन गिल, 8: शुभमन के चयन को लेकर काफ़ी चर्चा रही थी और ऐसे में उनका अच्छा खेलना कुछ हद तक उनके कप्तान और कोच के लिए भी ज़रूरी था। उन्होंने शुरुआत में थोड़ा समय लिया लेकिन ऑफ़ साइड में उनकी बल्लेबाज़ी ख़ासा मनमोहक रही। आउट होते हुए वह निराश ज़रूर हुए होंगे क्योंकि तब तक वह क्रीज़ पर जम गए थे और एक लंबी पारी खेल सकते थे।
विराट कोहली, 9.5: अगर आप बाल की खाल निकालना चाहें तो कह सकते हैं कि कोहली को दो जीवनदान मिले थे, लेकिन सच यह भी है कि उन्होंने तेज़ रफ़्तार से रन बनाए और भारत को बड़े स्कोर की तरफ़ अग्रसर रखने में सबसे बड़ा योगदान उन्हीं का था। 129.88 के स्ट्राइक रेट से बल्लेबाज़ी करते हुए 12 चौके और एक छक्के के दौरान उन्होंने बहुत ही कम बार अधिक ज़ोर का प्रयोग किया। विश्व कप का साल है और कोहली फ़ॉर्म में नज़र आ रहे हैं। बाक़ी की टीमों को सावधान रहना होगा।
श्रेयस अय्यर, 7.5: श्रेयस बल्ले से अपने प्रदर्शन से थोड़े निराश होंगे। उन्होंने मैदान पर उतरते ही स्पिन के ख़िलाफ़ आक्रामक बल्लेबाज़ी की और तेज़ गेंदबाज़ों के शॉर्ट गेंदों को भी काफ़ी नियंत्रित तरीक़े से खेला लेकिन सेट होते ही स्वीप को नीचे नहीं रख पाए। फ़ील्डिंग में उन्होंने वनिंदू हसरंगा के बल्ले से निकले शॉट पर अच्छा कैच पकड़ा।
के एल राहुल, 8: राहुल ने बल्ले से एक छोटी लेकिन असरदार पारी खेली। कोहली के साथ 90 रनों की साझेदारी में शुरुआती बड़े शॉट उनके ही बल्ले से निकल रहे थे और इसने कोहली को भी आसानी से अपनी पारी को आगे बढ़ाने का भरपूर मौक़ा दिया। राहुल ने कीपिंग भी काफ़ी सफ़ाई से की।
हार्दिक पंड्या, 7: हार्दिक आज बल्ले से बहुत कुछ नहीं कर पाए, लेकिन गेंद से उनके कप्तान ने जब भी उन्हें मौक़ा दिया, तो अपने मिश्रण से उन्होंने बल्लेबाज़ों को परेशान किया। तीसरे सीमर के तौर पर उन्होंने शुरुआती दबाव को बनाए रखने में अच्छा काम किया।
अक्षर पटेल, 6: अक्षर ने किफ़ायती गेंदबाज़ी की लेकिन विकेट नहीं ले सके। फिर भी, एक बड़े स्कोरिंग मैच में आपका फ़िंगर स्पिनर अगर छह की इकॉनमी से कम की गेंदबाज़ी करता है तो आप एक संतुष्ट कप्तान होंगे।
मोहम्मद शमी, 7: शमी ने नई गेंद से अच्छी शुरुआत की और श्रीलंकाई शीर्ष क्रम को स्विंग और सीम से बांधे रखा। मिडिल ओवरों में धनंजय डीसिल्वा का विकेट भी लेकर उन्होंने भारत के लिए एक बड़ा ख़तरा टालने का काम किया था। आख़िरी ओवर में वह शानका को नॉन-स्ट्राइकर छोर पर लगभग रन आउट कर चुके थे लेकिन रोहित के कहने पर उन्होंने श्रीलंकाई कप्तान को पारी बढ़ाने का अवसर दिया।
मोहम्मद सिराज, 9: एक कठिन विकेट पर सिराज की नई गेंद से स्पेल ज़बरदस्त थी। पहला विकेट लेते हुए उन्होंने मेडन डाला और फिर अपने अगले तीन गेंदों पर भी दबाव को बरक़रार रखते हुए एक और विकेट ले लिया। उन शुरुआती विकेटों के ना होने से भारत के लिए विजयश्री इतनी आसानी से नहीं मिलती।
युज़वेंद्र चहल, 9: भारत ने चहल को कुलदीप यादव के आगे खिलाया और इस लेग स्पिनर ने आज बहुत प्रभावित किया। गति और दिशा में परिवर्तन तो डालते ही रहे, साथ ही उनकी गुगली को भी पढ़ने में बल्लेबाज़ों ने कई ग़लतियां की। उन्हें एक ही विकेट का पुरस्कार मिला लेकिन कई बार बल्लेबाज़ आगे बढ़ते हुए आए और अंदरूनी किनारे के चलते बोल्ड या स्टंप होने से बाल-बाल बचे।
उमरान मलिक, 8.5: उमरान हर मैच में बेहतर गेंदबाज़ी करते दिखे हैं और आज इसमें कोई अपवाद नहीं था। पिच को समझकर उन्होंने अच्छी लेंथ पर बल्लेबाज़ों को ड्राइव करवाने को लालच दिया और ऐसे विकेट के पीछे दो विकेट लिए। 72 बनाकर ओपनर पथुम निसंका ख़तरनाक लग रहे थे लेकिन उमरान की शॉर्ट गेंद पर पुल लगाने के प्रयास में आउट हुए।
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