सूर्यकुमार : 'ट्रेन वही जारी रहेगी, बस इंजन बदल गया है'
भारतीय टीम के नए टी20आई कप्तान ने कहा, "मैं वैसे ही खेलने जा रहा हूं जैसा अब तक खेलते आया हूं"

क्या कप्तानी सूर्यकुमार को बतौर बल्लेबाज़ बदल देगी?
सूर्यकूमार यादव बतौर नियमित कप्तान पहली बार टी20आई सीरीज़ में उतरने जा रहे हैं। शुक्रवार को पत्रकार वार्ता में आने पर उन्होंने कई वादे किए। रोहित शर्मा या विराट कोहली अब टी20आई का हिस्सा नहीं होंगे लेकिन टीम में अधिकतर टी20 विश्व कप जीतने वाले खिलाड़ी हैं, यहां तक कि अगर उनके सभी सितारे इस सीरीज़ ना हों। तो जो टूटा नहीं है उसको ठीक करने की कोशिश क्यों करें?
सूर्यकुमार ने कहा, "वही ट्रेन जारी रहेगी। बस इंजन बदल गया है। बोगी वही हैं।"
यदि यह प्रसन्नता से भरा लगता है तो भारत के कप्तान के पास इसका कारण है। उनके विरोधी चरित असलंका एक ऐसी टीम की कप्तानी कर रहे हैं जो ग्लोबल टूर्नामेंट में क्वालिफ़ाई करने में संघर्ष करती है।
भारत के पास केवल विश्व विजेता टीम नहीं है बल्कि IPL जिताने वाले कोच गौतम गंभीर भी हैं। सूर्यकुमार और गंभीर अब से पहले कोलकाता नाइटराइडर्स में एक साथ काम कर चुके हैं। सूर्यकुमार ने इस कनेक्शन के बारे में विस्तार से बात की।
"10 साल हो गए हैं जब से हम एक साथ काम कर रहे हैं, यहां तक कि 2018 में मैं अन्य फ़्रैंचाइज़ी में चला गया और वह दूसरी में। हम संपर्क में रहे और खेल के बारे में बात की, भले ही हम अन्य टीमों में हों। पिछले छह वर्षों में भी बहुत कुछ सीखने को मिला भले ही मैं उनके साथ नहीं था।"
"हमारा संबंध ख़ास है, हमने आने वाले तीन टी20आई के बारे में बात की है, गहराई में नहीं गए लेकिन हम एक दूसरे को अच्छे से जानते हैं। हम एक दूसरे की शारीरिक भाषा समझते हैं। अगर मैं शब्दों में कुछ ना कहूं तब भी वह समझ लेते हैं। कप्तान और कोच के बीच एक गहरा संबंध है। मैं इस सफ़र के लिए उत्साहित हूं।"
हालांकि गंंभीर अकेले नहीं है जिन्होंने सूर्यकुमार के सफ़र में उनका साथ दिया। रोहित भारतीय टीम और IPL के पिछले सीज़नों में उनके कप्तान रहे हैं। सूर्यकुमार ने कहा कि उन्होंने उनसे बहुत सीखा है।
सूर्यकुमार ने कहा, "मैंने जो रोहित से हमेशा सीखा है वह यह है कि वह मैदान पर और बाहर दोनों जगह नेतृत्वकर्ता हैं, ना केवल बतौर कप्तान बस। दोनों में दो बड़ा अंतर है। नेतृत्वकर्ता खिलाड़ियों के साथ खड़ा रहा है और सिखाता है कि टी20 कैसे खेलते हैं, कैसे जीतते हैं और यही मैंने उनसे सीखा है।"
सूर्यकुमार का बल्लेबाज़ी में विस्फ़ोटक अंदाज रहता है और सूर्यकुमार ने कहा कि कप्तानी से उनका खेल नहीं बदलेगा।
सूर्यकुमार ने कहा, "मुझे नहीं लगता कि मेरा बल्लेबाज़ी का अंदाज अधिक बदलेगा। यहां पर दबाव होगा, लेकिन दबाव हमेशा रहता है, नहीं तो खेलने का मज़ा नहीं है। मैं उसी तरह से खेलने जा रहा हूं जैसा मैं अब तक खेलते आया हूं। कुछ नहीं बदलेगा। बल्कि यह मेरे लिए बेहतर है क्योंकि मैं टीम को खुले में बता सकता हूं कि हम किस तरह का ब्रांड क्रिकेट खेलने जा रहे हैं। मैं मज़े लूंगा और कह सकता हूं कि दबाव दूसरों पर होगा (हंसते हुए) और अपने खेल का मज़ा लूंगा।"
ऐंडृयू फ़िडेल फ़र्नांडो ESPNcricinfo में वरिष्ठ लेखक हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी में सीनियर सब एडिटर निखिल शर्मा ने किया है।
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