पुणे में भीषण गर्मी और पानी की क़िल्लत से जूझते रहे प्रशंसक
MCA ने दूसरे दिन से प्रशंसकों को पर्याप्त मात्रा में पानी उपलब्ध कराए जाने का आश्वासन दिया है

पुणे की भीषण गर्मी में पानी की क़िल्लत ने महाराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन (MCA) स्टेडियम में मौजूद प्रशंसकों को परेशान कर दिया। भारत न्यूज़ीलैंड के बीच दूसरा टेस्ट मैच देखने आए प्रशंसकों के बीच से पानी की क़िल्लत के चलते बीमार पड़ने की भी शिकायतें आने लगी।
लंच ब्रेक के दौरान नॉर्थ स्टैंड पर सैकड़ों दर्शक पानी के लिए एकत्रित हुए थे लेकिन वहां उनके लिए पानी उपलब्ध नहीं था। भीड़ को शांत करने के लिए पुलिस के दखल की ज़रूरत पड़ गई। लगभग 20 लोगों ने डिहाइड्रेशन और चक्कर आने की शिकायत की। तापमान 30 डिग्री से अधिक था, नॉर्थ स्टैंड में कियोस्क के एक स्टाफ़ ने बताया कि अन्य स्टैंड में भी डिहाइड्रेशन के मामले हैं।
MCA स्टेडियम पुणे के बाहरी इलाके में मुंबई जाने वाली एक्सप्रेसवे के पास स्थित है। 2019 के बाद पहली बार और कुल मिलाकर तीसरी बार यहां टेस्ट मैच का आयोजन हो रहा है। 37 हज़ार दर्शकों की क्षमता वाले इस स्टेडियम में मैच के पहले दिन 18 हज़ार प्रशंसक पहुंचे थे। इनमें आधे से ज़्यादा दर्शकों को भीषण गर्मी और उमस का सामना करना पड़ा क्योंकि स्टेडियम के सिर्फ़ छह स्टैंड ही ऐसे हैं जिनके ऊपर छत मौजूद है।
मांजरेकर: वॉशिंगटन को टीम में लाना गौतम गंभीर का मास्टर-स्ट्रोक साबित हुआ
भारत और न्यूज़ीलैंड के बीच खेले जा रहे पुणे टेस्ट के पहले दिन का लेखा जोखा संजय मांजरेकर के साथMCA ने इस मैच के दौरान मुफ़्त में पानी मुहैया कराने का वादा किया था लेकिन काफ़ी प्रशंसकों को वेंडरों से ऊंचे दामों पर पानी ख़रीदने पर मजबूर होना पड़ा। एक प्रशंसक ने तो यहां तक कहा कि इस पूरे टेस्ट मैच के लिए जितने पैसे उसने टिकट में ख़र्च किए हैं, उससे अधिक पैसे उसे पानी के लिए ख़र्च करने पड़े हैं।
पानी उपलब्ध होने के बाद MCA के सचिव कमलेश पिसल ने प्रशंसकों से माफ़ी मांगते हुए कहा कि शुक्रवार से तमाम स्टैंड में और अधिक पानी बूथ लगाए जाएंगे।
पिसल ने संवाददाताओं से कहा, "प्रशंसकों को हुई असुविधा के लिए हम माफ़ी मांगते हैं। लेकिन MCA की ओर से हम उन्हें आश्वस्त करना चाहते हैं कि उन्हें दोबारा ऐसी स्थिति का सामना नहीं करना पड़ेगा और हर चीज़ का ध्यान रखा जाएगा।"
"भीषण गर्मी को देखते हुए हमने ठंडे पानी की व्यवस्था करने का निर्णय लिया था। पिछली बार हमें दर्शकों से गर्म पानी मिलने की शिकायत मिली थी। ऐसे में प्रबंधन के तौर पर हमने उन्हें ठंडा पानी मुहैया कराने का सोचा था इसलिए हमने स्टेडियम में ठंडे केज की व्यवस्था की हुई थी। जैसे ही वॉटर केज में पानी ख़त्म हुआ, हमने उन्हें दोबारा भरना शुरू किया और इसी दुरान देरी होगी। हमने तमाम स्टैंड में पानी की जांच की है और हम यह सुनिश्चित करेंगे कि सभी केज आज रात में भर लिए जाएं ताकि आगे दोबारा ऐसी स्थिति उत्पन्न ना हो पाए।"
देवरायण मुथु ESPNcricinfo में सब एडिटर हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी के कंसल्टेंट सब एडिटर नवनीत झा ने किया है।
Read in App
Elevate your reading experience on ESPNcricinfo App.