इशान : मुझमें ही कोई कमी होगी इसलिए अब तक मैं भारतीय टीम का स्थाई सदस्य नहीं बन पाया
'भारत के लिए विश्व कप जैसी बड़ी प्रतियोगिता में मैच जिताऊ पारी खेलने पर मुझे गर्व होता'
इशान : भारत के लिए बड़ी प्रतियोगिता में खेलने की इच्छा दूसरों की तरह मैं भी रखता हूं
'अपने घरेलू सरज़मीं पर शतक चूकने का मलाल ज़रूर है लेकिन टीम के लिए योगदान देना अहम है'भारत ने रांची में सात विकेट की धमाकेदार जीत के साथ तीन मैचों की सीरीज़ को बराबरी पर ला दिया है। इस मैच के हीरो रहे अपनी घरेलू सरज़मीं पर खेल रहे इशान किशन और श्रेयस अय्यर। श्रेयस ने जहां वनडे क्रिकेट का अपना दूसरा शतक जड़ा तो इशान रांची में यानि अपने घर में खेलने वाले सिर्फ़ दूसरे स्थानीय खिलाड़ी बने। इससे पहले पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ही इकलौते झारखंड के खिलाड़ी थे जिन्होंने रांची में भारत के लिए कोई वनडे अंतर्राष्ट्रीय मैच खेला था।
हालांकि अपनी इस आतिशी पारी के बावजूद उन्हें विश्व कप दल का हिस्सा न हो पाने का अफ़सोस भी है। मैच के बाद प्रेस कॉन्फ़्रेंस में आए इशान ने ईएसपीएन क्रिकइंफ़ों के साथ बातचीत में इसे स्वीकार किया।
"विश्व कप में जाकर अपने देश को जिताना एक अलग गर्व की बात होती है। लेकिन मुझे लगता है कि मुझमें कुछ कमियां ज़रूर होंगी जो चयनकर्ताओं ने देखी होगी और मैं उन्हें बेहतर करने की कोशिश करूंगा।"इशान किशन, बल्लेबाज़, भारत
इशान जैसे ही बल्लेबाज़ी करने के लिए मैदान में आए तो रांची का खचाखच भरा जेएससीए स्टेडयिम इशान...इशान के नारे से गूंज उठा। शिखर धवन के जल्दी आउट होने के बाद नंबर-3 पर आए इशान ने साउथ अफ़्रीका के तेज़ गेंदबाज़ों के सामने सावधानी के साथ शुरुआत की। अभी उन्होंने खाता भी नहीं खोला था कि कगिसो रबाडा की गेंद उनके बल्ले का किनारा लेते हुए विकेट के पीछे चली गई थी, लेकिन रविवार को क़िस्मत उनके साथ थी शायद इसलिए क्विंटन डिकॉक से कुछ ही सेंटीमीटर पहले गेंद गिर गई।
जैसे-जैसे खेल आगे बढ़ रहा था रांची में ओस भी बढ़ती जा रही थी और नतीजा ये हुआ कि स्थितियां बल्लेबाज़ों के मुफ़ीद होती गईं। इसका फ़ायदा उठाते हुए इशान ने पहले अपना अर्धशतक पूरा किया और फिर छक्कों की बारिश के साथ शतक के क़रीब पहुंच चुके थे। नर्वस नाइनटीज़ में भी बड़ी हिट के साथ शतक बनाने के प्रयास में वह बाउंड्री लाइन पर लपके गए और सात रन से शतक से दूर रह गए।
"ज़ाहिर है शतक से चूक जाना निराशाजनक रहा, लेकिन बुरा लगता है जब आप बड़ी प्रतियोगिता में भारत के लिए नहीं खेल पाते हैं। अगर मैं सात छक्के मार सकता हूं तो कोशिश करूंगा कि नौ या दस मारूं। मैं प्रयास करूंगा कि अपना प्रदर्शन इस तरह का रखूं ताकि मेरा आत्मविश्वास भी बढ़े और मैं चयनकर्ताओं का विश्वास भी जीत पाऊं, मैं जानता हूं कि अभी मैं अपने सर्वश्रेष्ठ से दूर हूं।"इशान किशन, बल्लेबाज़, भारत
इशान का ये सिर्फ़ आठवां वनडे अंतर्राष्ट्रीय मैच था और अब तक वह सात पारियों में तीन अर्धशतक लगा चुके हैं। इस दौरान उनकी औसत 36.71 और स्ट्राइक रेट 92.77 का रहा है। टी20 अंतर्राष्ट्रीय में भी इशान ने 19 मैचों में 4 अर्धशतक के साथ 543 रन बनाए हैं और कई अहम मौक़ों पर भारत के लिए मैच जिताऊ पारियां खेली हैं।
सैयद हुसैन ESPNCricinfo हिंदी में मल्टीमीडिया जर्नलिस्ट हैं।@imsyedhussain
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