राजकोट टेस्ट में वापसी कर सकते हैं मार्क वुड
इंग्लैंड के कप्तान को पूरा भरोसा है कि वीज़ा समस्या के बावजूद रेहान अहमद चयन के लिए उपलब्ध रहेंगे

इंग्लैंड ने तीसरे टेस्ट के लिए 12 खिलाड़ियों के नाम का ऐलान दिया है, जिसमें मार्क वुड राजकोट की हरी-भरी पिच पर एकादश में अपनी जगह फिर से हासिल करने की कतार में हैं।
राजकोट टेस्ट में इंग्लैंड की टीम फिर से दो तेज़ गेंदबाज़ों के साथ मैदान पर उतरने का फ़ैसला ले सकती है। राजकोट की हरी-भरी पिच को देखते हुए वुड को टीम में शामिल किए जाने की संभावना बढ़ गई है।
मेहमान टीम ने पहले दो टेस्ट मैचों में अपने प्लेइंग XI में सिर्फ़ एक ही तेज़ गेंदबाज़ को में शामिल किया था। पहले टेस्ट में वुड प्लेइंग XI में थे और दूसरे टेस्ट में उनकी जगह पर जेम्स एंडरसन को मौक़ा दिया गया था।
हालांकि अब एक क़यास यह भी लगाया जा रहा है कि इंग्लैंड की टीम राजकोट की पिच को देखते हुए, इस सीरीज़ में पहली बार दो तेज़ गेंदबाज़ों के साथ मैदान पर उतर सकती है। अगर ऐसा हुआ तो इंग्लैंड को दूसरे टेस्ट में शामिल किए गए अपने तीन स्पिनरों में से एक को बाहर बैठाना पड़ेगा।
एक उम्मीद यह भी है कि अगर इंग्लैंड दो तेज़ गेंदबाज़ों के साथ गई तो दूसरे टेस्ट में अपना डेब्यू मैच खेलने वाले शोएब बशीर को बाहर बैठना पड़ सकता है। इसका एक मतलब यह भी होगा कि रेहान अहमद प्लेइंग XI में अपनी जगह को बरक़रार रखेंगे। इस बात को भी ध्यान में रखा जाना चाहिए कि रेहान अहमद के साथ हाल ही में वीज़ा को लेकर कुछ समस्या हुई थी। हालांकि ECB इस बात को लेकर आश्वस्त है कि वीज़ा की समस्या को हल कर दिया जाएगा।
मंगलवार सुबह रेहान ने पूरी टीम के साथ पहली बार राजकोट के मैदान पर अभ्यास किया था। अभ्यास के बाद बेन स्टोक्स ने कहा "एयरपोर्ट पर वीज़ा की जो समस्या हुई थी, उसे वहां के अधिकारियों ने काफ़ी अच्छे तरीक़े से संभाला और हमें पूरी उम्मीद है कि जल्द ही पूरे मामले का निपटारा हो जाएगा। मुझे पूरी उम्मीद है कि यह आज रात या कल तक सुलझा लिया जाएगा।"
अब तक इस सीरीज़ में रेहान की लेगस्पिन भारतीय बल्लेबाज़ी क्रम के ख़िलाफ़ कारगर रही है। उन्होंने अब तक 36.37 की औसत से आठ बल्लेबाज़ों को आउट किया है। टॉम हार्टली की तरह ही वह बल्लेबाज़ों से गेंद को दूर लेकर जाते हैं और बल्ले से भी बढ़िया योगदान देते हैं।
जो रूट भारतीय पिच पर बढ़िया ऑफ़ स्पिन गेंदबाज़ी कर सकते हैं। ऐसे में स्टोक्स के पास अपने टीम का चयन करने के लिए विकल्पों की कमी नहीं होगी। ऐसे में यह उम्मीद की ही जा सकती है कि वुड के एक्सट्रा पेस पर इंग्लैंड एक बार फिर से भरोसा जताएगा।
उन्होंने कहा, "स्पष्ट रूप से हमारे पास वुड की तेज़ गति का विकल्प है। अगर हम फिर से दो तेज़ गेंदबाज़ों के साथ जाते हैं, तो इससे वुड को थोड़ा अधिक आराम मिलेगा क्योंकि वह पहले टेस्ट में एकमात्र तेज़ गेंदबाज़ थे। इसलिए उनके कार्यभार का प्रबंधन किया जा रहा है। साथ ही दो तेज़ गेंदबाज़ों के होने से हम वुड का प्रयोग अलग तरीक़े से भी कर सकते हैं। साथ ही हमें इस बात की चिंता नहीं रहेगी कि हमारी टीम में सिर्फ़ एक ही तेज़ गेंदबाज़ है।"
इंग्लैंड प्लेइंग XI पर अंतिम फ़ैसला बुधवार को अभ्यास करने के बाद लिया जाएगा। हालांकि इंग्लैंड इस बात का भी ध्यान रख रही है कि जब वे 2016 में यहां टेस्ट खेलने आए थे तो पिच कितनी फ़्लैट थी।
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