आंकड़े झूठ नहीं बोलते : धोनी को बचना होगा स्पिन के जाल से, रसल मचाएंगे कोहराम
सीएसके और केकेआर के बीच रविवार को पहले मैच में देखने को मिलेगा रोमांच

आईपीएल में रविवार को भी डबल हेडर का दिन है। जहां पहला मुक़ाबला चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) और कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) के बीच अबू धाबी में खेला जाना है। इस टूर्नामेंट के इतिहास में सीएसके का केकेआर पर दबदबा रहा है। 23 मैचों में सीएसके ने 15 तो केकेआर ने आठ मुक़ाबले अपने नाम किए हैं, लेकिन जब से आंद्रे रसल केकेआर से जुड़े हैं, वह सीएसके के गेंदबाज़ों के लिए सबसे बड़े सिरदर्द साबित हुए हैं, खासकर डेथ ओवरों के गेंदबाजों के लिए। वहीं सीएसके के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी का केकेआर के स्पिनरों के आगे बुरा हाल है। मैच का नतीज़ा तो कल पता चलेगा, लेकिन आंकड़े क्या कहते हैं?
धोनी बनाम केकेआर के स्पिनर
धोनी को केकेआर के स्पिनरों से बचकर तो रहना ही होगा, उनका तोड़ भी निकालना होगा। सुनील नारायण की 66 गेंद में वह 35 रन ही निकाल पाएं हैं, वह भी 53 के स्ट्राइक रेट से। उन्होंने नारायण पर पहला चौका भी पिछले मैच में ही लगाया था। इस दौरान नारायण ने उन्हें दो बार आउट किया। दूसरी ओर, वरुण चक्रवर्ती तो धोनी को खड़े होने का मौका ही नहीं देते। धोनी ने वरुण के सामने नौ गेंद पर नौ ही रन बनाए हैं और इस दौरान उन्होंने दो बार उन्हें आउट किया।
धोनी-रैना का पहली और दूसरी पारी का प्रेम
बात अगर धौनी की करें तो केकेआर के ख़िलाफ़ वह उनका सबसे बड़ा सिरदर्द बनकर उभरते हैं। पहले बल्लेबाज़ी करते हुए धोनी ने जिस टीम के ख़िलाफ़ सबसे बेहतरीन औसत से रन बनाए हैं, वह केकेआर ही है। उन्होंने 15 पारियों में 72.4 के बेहतरीन औसत और 143 के स्ट्राइक रेट से 362 रन बनाए हैं और केवल पांच बार ही आउट हुए हैं। वहीं अगर दूसरी पारी की बात की जाए तो धोनी ने केकेआर के ख़िलाफ़ ही सबसे ख़राब प्रदर्शन किया है। वह आठ पारियों में 19.7 के ख़राब औसत से 138 रन ही बना पाए हैं और सात बार आउट हुए हैं। दूसरी ओर, सुरेश रैना जिन्होंने केकेआर के ख़िलाफ़ आठ अर्धशतक लगाए हैं। पहली पारी में उन्होंने चार अर्धशतक लगाए लेकिन सभी में सीएसके हारी, लेकिन दूसरी पारी में लगाए चारों अर्धशतक में सीएसके को जीत मिली है।
धोनी का तुरुप का इक्का ब्रावो
वैसे तो धोनी के लिए हमेशा ही ड्वेन ब्रावो उनके भरोसेमंद खिलाड़ी रहे हैं, लेकिन 2021 में वह अलग ही स्तर पर हैं। 16 से 20 ओवर के बीच इस बार ब्रावो ने सबसे बेहतरीन 7.5 के इकॉनमी से गेंदबाज़ी की है। इसके बाद मुंबई इंडियंस के जसप्रीत बुमराह हैं, जिन्होंने 8.4 के इकॉनमी से गेंदबाज़ी की। आईपीएल 2021 में ब्रावो ने 7 से 15 ओवरों के बीच सात ओवरों में 14.7 के औसत से तीन विकेट लिए, जबकि 16 से 20 ओवरों के बीच 12 ओवरों में 15 के औसत से छह विकेट। ब्रावो की स्लोअर वन कारगर साबित होती हैं, लेकिन इस बार उन्होंने साधारण गति की गेंदों पर 12.3 के औसत से सात विकेट लिए हैं, जबकि स्लोअर वन पर 24 के औसत से दो विकेट।
रसल का तूफ़ान
रसल जब चलते हैं तो खूब चलते हैं। रसल ने जिस टीम के ख़िलाफ़ सबसे बेहतरीन औसत से रन बनाए हैं, वह सीएसके ही है। नौ पारियों में 46.7 के औसत से 280 रन और सबसे ज़्यादा चार अर्धशतक। सीएसके से पिछले मैच में भी उन्होंने 245 के स्ट्राइक रेट से 22 गेंद में 54 रन ठोके थे। रसल ने सबसे ज़्यादा छक्के मोहम्मद शमी (10) के ख़िलाफ़ लगाए हैं, लेकिन दूसरे और तीसरे नंबर पर सीएसके के डेथ ओवर के गेंदबाज़ ब्रावो (8) और शार्दुल ठाकुर (7) हैं। ब्रावो ने 30 गेंद में आठ तो ठाकुर ने 15 गेंद में ही सात छक्के खाए हैं।
डार्क हॉर्स फ़र्ग्यूसन
तेज़ गेंदबाज़ लॉकी फ़र्ग्यूसन केकेआर के डार्क हॉर्स साबित हुए हैं। खासकर फ़र्ग्यूसन जो 2020 आईपीएल से केकेआर के सबसे सफल गेंदबाज़ हैं। 2020 आईपीएल से केकेआर के आठ गेंदबाज़ों ने पांच से ज़्यादा विकेट लिए, लेकिन फ़र्ग्यूसन ने इन तेज़ गेंदबाज़ों में सबसे कम सात मैच खेले। इन गेंदबाज़ों में फ़र्ग्यूसन का औसत (19.4) सबसे बेहतर रहा। मध्य और अंतिम ओवरों में फ़र्ग्यूसन सबसे बेहतरीन दिखे। 2020 से 7 से 15 ओवर के बीच उन्होंने 4 और 16 से 20 ओवर के बीच उन्होंने 5 विकेट लिए। आईपीएल 2020 से 16 से 20 ओवरों के बीच कम से कम 50 गेंद डालने वाले गेंदबाज़ों में फ़र्ग्यूसन इकॉनमी (7.7) के मामले में शीर्ष पर हैं।
निखिल शर्मा ESPNcricinfo हिंदी में सीनियर सब एडिटर हैं। @nikss26
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