मुक़ाबले के किसी भी क्षण सीएसके ने सहज महसूस नहीं किया: फ़्लेमिंग
सीएसके के कोच ने लखनऊ के ख़िलाफ़ अपनी टीम के प्रदर्शन की सराहना की

हम लखनऊ के चेज़ के 19वें ओवर में हैं, जहां लखनऊ को जीत के लिए दो ओवर में 34 रनों की दरकार है। चैन्नई सुपर किंग्स को पता था कि शिवम दुबे को ओवर देकर उसने बड़ा जुआ खेला है और शिवम ओस के चलते कुछ अलग भी नहीं कर पाए।
दुबे के गेंदबाज़ी पर आने से पहले तक उन्होंने आईपीएल के अपने 25 मैचों में प्रति मैच एक ओवर से भी कम डाला था। तीन सीज़न में दो अलग-अलग टीमों के लिए खेलने के बाद भी दुबे का प्रति मैच गेंदबाज़ी करने का औसत एक से भी कम था। उन्होंने पता था कि ओस के चलते उनके कटर्स कुछ काम नहीं आएंगे। इसलिए वे यॉर्कर लेंथ पर गेंदबाज़ी करने गए और लुइस ने इसका भरपूर फ़ायदा भी उठा लिया। वेस्टइंडीज़ के इस बल्लेबाज़ ने फुल लेंथ की गेंदों को हाफ-वॉली में तब्दील करते हुए सिर्फ़ 23 गेंदों में अपना अर्धशतक भी पूरा कर लिया और अपनी टीम को आईपीएल के इस सीज़न की पहली जीत दिला दी।
सुपर किंग्स के पास अभी भी मोईन अली और रवींद्र जाडेजा के संयुक्त पांच ओवर बचे थे, लेकिन मुख्य कोच फ़्लेमिंग ने यह तर्क दिया कि ओस ने प्रतियोगिता को एकतरफा बना दिया और उनके स्पिनरों को पूरी तरह से खेल से बाहर कर दिया। फ़्लेमिंग ने कहा कि मैदान गीला होने के कारण स्पिनर्स के लिए गेंद को ग्रिप करने के साथ-साथ प्रभावी गेंदबाज़ी करना काफ़ी कठिन सिद्ध हो रहा था।
फ़्लेमिंग ने कहा, "हमें यह बात पता थी कि हमें बस एक ओवर चुनना है। हम अंत में पर्याप्त रन रेट बनाने में सक्षम होने की उम्मीद कर रहे थे। ताकि हम बीच में मध्यम तेज़ गेंदबाज़ या स्पिनर में किसी एक को आक्रमण पर ला सकें। मैदान में दुबे का उपयोग करने का निर्णय लिया गया और उन्होंने(लखनऊ) अच्छी तरह से मुक़ाबला किया।"
बल्लेबाज़ी में चैन्नई सुपर किंग्स ने अपनी पहचान के विपरीत बल्लेबाज़ी की। सीएसके के पास अब पहली गेंद से गेंद को हिट करने के पर्याप्त संसाधन मौजूद हैं। हालांकि स्कोर बोर्ड पर 210 रन टांगने के बावजूद फ़्लेमिंग यह बात जानते थे कि लक्ष्य को बचा पाना सीएसके के लिए काफ़ी मुश्किल रहने वाला है, क्योंकि परस्थितियां बाद में बल्लेबाज़ी करने वाली टीम के पक्ष में थीं।
फ़्लेमिंग ने कहा, "210 रन तक पहुंचने के लिए हमने अच्छा प्रदर्शन किया। लेकिन साथ ही हम इस तथ्य को लेकर भी यथार्थवादी थे कि जैसे-जैसे रात बढ़ेगी, परिस्थितियां हमारे ख़िलाफ़ होती चली जाएंगी। हम जानते थे हमें हर पल सटीक रहना था। लेकिन मुक़ाबले के किसी भी क्षण हमने सहज महसूस नहीं किया।" चैन्नई के प्रमुख खिलाड़ियों का चोटिल होना उनके लिए परेशानी का बड़ा सबब बना हुआ है। टीम के स्ट्राइक तेज़ गेंदबाज़ी दीपक चाहर को चोट से उबरने में अभी कुछ हफ्ते और लगेंगे। क्रिस जॉर्डन और एडम मिल्न भी चोटिल हैं। बीती शाम सीएसके ने गेंदबाज़ी की शुरुआत 25 वर्षीय बाएं हाथ के तेज़ गेंदबाज़ मुकेश चौधरी और तुषार देशपांडे से कराई। आईपीएल के लिहाज से दोनों ही गेंदबाज़ों के पास अनुभव की काफ़ी कमी है।
फ़्लेमिंग ने कहा कि "हमारे पास कुछ युवा खिलाड़ी हैं। मुकेश पहली बार खेल रहे थे, देशपांडे इससे पहले खेल चुके थे। लेकिन मुझे पता था कि ऐसी परस्थिति में गेंदबाज़ी करना दोनों ही गेंदबाज़ों के लिए कठिन रहने वाला है। मुझे लगता है कि हम दस ओवर के बाद से रक्षात्मक गेंदबाज़ी करने लगे।"
शशांक किशोर ESPNcricinfo में सीनियर सब एडिटर हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी के एडिटोरियल फ़्रीलांसर नवनीत झा ने किया है।
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