KKR vs LSG रिपोर्ट कार्ड : रिंकू सिंह की एक ग़लती लखनऊ को दिला गई प्लेऑफ़ का टिकट
कोलकाता बनाम लखनऊ मैच में टीमों के प्रदर्शन पर एक नज़र

कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) ने अपने घर पर शनिवार को दूसरे मैच में ऐसा ज़ज़्बा दिखाया कि एक समय लखनऊ सुपर जायंट्स (एलएसजी) के खे़मे में चिंता के बादल आ गए थे। वह तो भला हो रिंकू सिंह की खु़द की एक ग़लती का, जहां अंतिम ओवर की तीसरी गेंद पर उन्होंने दो रन नहीं लिए। आख़िरकार लखनऊ सुपर जायंट्स यह मैच एक रन से जीत गई। तो चलिए एक नज़र डालते हैं इस मैच के रिपोर्ट कार्ड पर।
बल्लेबाज़ी
लखनऊ (A) - बल्लेबाज़ी में लखनऊ ने इस मैच में कुछ बदलाव किए, लेकिन उनके पास इतना अच्छा बल्लेबाज़ी क्रम है कि कभी ना कभी कोई भी आगे आकर प्रदर्शन कर देता है। ओपनिंग से छेड़छाड़ करना उनको भारी पड़ा लेकिन जिस तरह से क्विंटन डिकॉक का विकेट गिरने के बाद निकोलस पूरन ने कमान संभाली वह पूरी तरह से हावी होते चले गए। वहीं आयुष बदोनी की पूरन के साथ साझेदारी भी लखनऊ की टीम के बहुत काम आई।
कोलकाता (B) - केकेआर की समस्या इस बार संतुलन बैठाना ही रही है और यह इस मैच में भी देखने को मिली। रहमानउल्लाह गुरबाज़ जैसा आक्रामक बल्लेबाज़ होने के बाद भी वेंकटेश अय्यर को पहली बार ओपनिंग कराई गई। इसके बाद मध्य क्रम पूरी तरह से ढह गया, लेकिन जिस तरह की बल्लेबाज़ी रिंकू सिंह ने निचले क्रम पर आकर की उसके लिए वह तारीफ़ के हक़दार तो हैं लेकिन केकेआर को अगले सीज़न में कई चीज़ों पर सुधार की ज़रूरत भी होगी।
गेंदबाज़ी
कोलकाता (A) - कोलकाता के युवा तेज़ गेंदबाज़ों ने पिच को अच्छे से परखते हुए शानदार लाइन और लेंथ पर गेंदबाज़ी की जिसकी वजह से लखनऊ के बल्लेबाज़ फंसते नज़र आए। मध्य ओवरों में केकेआर के लिए मुख्य हथियार स्पिनर थे और शुरुआत में वह क़ामयाब भी होते दिखे जब वरुण चक्रवर्ती और सुनील नारायण ने डिकॉक और क्रुणाल के विकेट निकाल लिए लेकिन पूरन इन्हीं पर हावी होते नज़र आए और अपनी टीम को एक बड़े स्कोर तक पहुंचा दिया।
लखनऊ (B) - लखनऊ की गेंदबाज़ी की बात करें तो सोचते हुए अज़ीब लगेगा कि पिछले मैच में उनको जीत दिलाने वाले मोहसिन ख़ान एक ही ओवर इस मैच में कर पाए। हालांकि उनके लिए यश ठाकुर कमाल की गेंदबाज़ी करते आए हैं और उन्होंने इस बार भी इम्पैक्ट प्लेयर के तौर पर आकर काफ़ी प्रभावित किया। नवीन उल हक़ भी डेथ ओवर के गेंदबाज़ हैं लेकिन उस समय रिंकू इतनी अच्छी बल्लेबाज़ी कर रहे थे कि किसी भी गेंदबाज़ के लिए मुश्किल हो सकती थी।
फ़ील्डिंग
कोलकाता (A) - क्षेत्ररक्षण की बात करें तो केकेआर ने एक भी कैच नहीं छोड़ा था और जिस तरह से उन्होंने क्षेत्ररक्षण किया उसने दिखाया कि वे इस मैच में किस तरह से जुझारू दिखे।
लखनऊ (A) - लखनऊ के लिए भी क्षेत्ररक्षण में सभी फ़िल्डरों ने शानदार काम किया। उन्होंने सीधा हाथों में कैच लपके और एक मुख्य समय पर सुनील नारायण को रन आउट भी किया।
रणनीति
कोलकाता (A) - कोलकाता की रणनीति इस मैच में भी अलग तरह की रही। अगर उनको अपने रन रेट को बढ़ाकर प्लेऑफ़ की दौड़ में बने रहना था तो पहले बल्लेबाज़ी करना बेहतर होता। इसके अलावा जब लक्ष्य का पीछा करने की बात आई तो वेंकटेश अय्यर को ओपनिंग पर भेजा गया जबकि शायद ही कभी वह इस टूर्नामेंट में ओपनिंग किए थे। इसके अलावा पहले गेंदबाज़ी करते हुए सुयश शर्मा को इम्पैक्ट प्लेयर के तौर पर लाना भी ख़राब फ़ैसला ही रहा, क्योंकि अगर एक भी अतिरिक्त बल्लेबाज़ उनके पास होता तो केकेआर यह मैच जीत गई होती।
लखनऊ (A+) - लखनऊ की बात करें तो वे इस मैच में फूंक-फूंक कर कदम रख रही थी। पहले जहां उन्होंने अपने ओपनर काइल मेयर्स को बाहर बैठाया और करण शर्मा से ओपन कराया। हर विकेट गिरने के बाद वह एक तुरुप का इक्का निकालते दिखे। मार्कस स्टॉयनिस के विकेट के बाद लगा कि मुश्किलें बढ़ जाएंगी लेकिन निकोलस पूरन आए और उन्होंने आर या पार की पारी खेली जो आख़िरकार उनके काम आई।
निखिल शर्मा ESPNcricinfo हिंदी में सीनियर सब एडिटर हैं। @nikss26
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