टी20 के पेचीदा फ़ॉर्मैट का वरुण चक्रवर्ती ने कैसे निकाला तोड़?
सीज़न की शुरुआत में औसत प्रदर्शन करने के बाद वरुण KKR के लिए मैच विजेता बनकर उभरे हैं

"तुम्हें कैसा लग रहा है?"
जब कोलकाता नाइटराइडर्स (KKR) के ख़िलाफ़ पंजाब किंग्स (PBKS) ने 262 रनों का रिकॉर्ड लक्ष्य हासिल किया तो वरुण चक्रवर्ती के कोच ने उनसे सबसे पहले यही सवाल पूछा। यह टी20 क्रिकेट में इकॉनमी रेट के तौर पर सबसे ख़राब स्पेल था।
अकेले जॉनी बेयरस्टो ने पाटा विकेट और छोटी बाउंड्री होने का फ़ायदा उठाकर वरुण पर नौ गेंदों पर 25 रन जड़ दिए, जिसमें तीन छक्के शामिल थे। इनमें से दो छक्कों पर तो टाइमिंग भी नहीं थी लेकिन ये फिर भी बाउंड्री के पार पहुंच गए। वरुण हालांकि इसको लेकर अधिक परेशान नहीं थे और उन्होंने टी20 क्रिकेट के पेचीदा फ़ॉर्मैट को स्वीकार कर लिया था।
वरुण के साथ नज़दीक से काम कर चुके तमिलनाडु के पूर्व कोच और पुडुचेरी के स्पिनर एसी प्रथिबन ने उस मैच के बाद वरुण की बात को हमसे दोहराया। वरूण ने तब अपने कोच से कहा था, "मैंने अच्छी गेंदबाज़ी की, लेकिन मैं थोड़ा बदनसीब रहा।"
प्रथिबन, वरुण की परिपक्वता और उनकी मैच जागरूकता से काफ़ी प्रभावित दिखे। वरुण ने जल्दी ही बेयरस्टो के क़िस्से को पीछे छोड़ते हुए अगली पांच पारियों में 9.5 के स्ट्राइक रेट और छह के नीचे की इकॉनमी रेट से 12 विकेट निकाले। मुंबई इंडियंस (MI) के ख़िलाफ़ बारिश से प्रभावित मैच में उन्होंने इसी मैदान पर चार ओवर में 17 रन देकर दो विकेट लिए, जिसमें रोहित शर्मा का बड़ा विकेट भी शामिल था।
प्रथिबन ने कहा, "वरुण ने अधिक बदलाव नहीं किया है। एक मैच में गेंद बाउंड्री के पांच यार्ड बाहर गिरती है और एक गेंद पांच यार्ड अंदर गिरती है और बल्लेबाज़ कैच आउट हो जाता है, जैसा अहमदाबाद के बड़े मैदान पर हाइनरिक क्लासन के साथ हुआ। इस IPL सीज़न में कई 200 से अधिक के स्कोर बने हैं और यह कई गेंदबाज़ों के लिए आंखे खोलने वाला रहा है। वरुण इससे घबराया नहीं और उसकी खेल जागरूकता ने उसको मैच विजेता बना दिया।"
KKR टीम प्रबंधन भी वरुण पर विश्वास करता है इसी वजह से वरुण ने मुंबई इंडियंस के ख़िलाफ़ अपने कोटे के पूरे चार ओवर किए, ऐसा मैच जहां पर एक ही गेंदबाज़ चार ओवर कर सकता था। उस दिन उन्होंने अधिक अनुभवी सुनील नारायण से अधिक वरुण पर भरोसा किया। रोहित के विकेट के अलावा उन्होंने उनके कप्तान हार्दिक पंड्या का भी बाहर की हार्ड लेंथ गेंद पर विकेट लिया और उनके लक्ष्य का पीछा करने के सपने को कुचल दिया।
लेकिन रोहित के विकेट से उन्हें अधिक आघात पहुंचा। लेग ब्रेक पर रोहित को बीट करने के बाद वह गुगली के साथ गए और गेंद उनके पैड में फंस गई। वरुण ने इसके बाद रोहित को रिवर्स स्वीप खेलने पर मजबूर किया। दो रिवर्स स्वीप में क़ामयाब नहीं होने के बाद वह स्वीप के लिए गए और गेंद ऊपरी किनारा लेकर शॉर्ट फ़ाइन के हाथों में चली गई।
प्रथिबन के अनुसार वरुण अभ्यास में फ़्लिपर पर भी काम कर रहे हैं, लेकिन उनकी क़ाबिलियत लेग ब्रेक कराने की है और वह पहले से अधिक टर्न करा रहे हैं। IPL 2022 में ख़राब प्रदर्शन के बाद वरुण लेग ब्रेक को बल्लेबाज़ से छुपाकर लाते हैं और दाएं हाथ के बल्लेबाज़ को क्रॉस शॉट खेलने की चुनौती देते हैं।
प्रथिबन ने कहा, "सच कहूं तो वरुण की सर्वश्रेष्ठ बॉल गुगली है, जो मुझे लगता है हर कोई जानता है। लेकिन हम गुगली को अधिक प्रभावी बनाने के लिए बाहर जाने वाली गेंद विकसित करना चाहते थे। इस गेंद को बाहर लाने का विचार पूरी तरह से वरुण का था और हम इसे जटिल बनाने की बजाय उसके लिए आसान बनाने की कोशिश कर रहे थे। जब हर कोई गुगली का इंतज़ार करता है तो वे उसे [एक ऑफ़ स्पिनर की तरह] खेल सकते हैं, इसलिए हम हर संभावना को खारिज करना चाहते थे। कई अन्य गेंदबाज़ हैं, जिनके पास कई कौशल हैं। हो सकता है वरुण के पास वह सभी कौशल नहीं हों लेकिन वह जानता है कि कब उसको अपने कौशल का इस्तेमाल करना है। वह इस परिस्थति को जानता है कि कब किस बल्लेबाज़ के ख़िलाफ़ गुगली या लेग ब्रेक करनी है।"
दिल्ली कैपिटल्स के ख़िलाफ़ 33 रन देकर तीन विकेट लेने के बाद वरुण ने इस सीज़न डिफेंसिव कौशल के बारे में बात की थी, जहां औसत स्कोर और रन रेट आसमान छू रहे हैं। वरुण ने स्टार स्पोर्ट्स से कहा था, "डिफेंसिव बॉल आक्रामक बॉल है। मैंने वाइड लाइन गेंदबाज़ी की है और यहां पर भी मुझे विकेट मिले हैं। जब मैं विकेटों पर गेंद कर रहा था तो कुछ नहीं मिल रहा था। ऐसा करने पर बल्लेबाज़ों ने हमें मजबूर किया है।"
टी20 बहुत गति से आगे बढ़ता है। वरुण 2022 को पीछे छोड़ चुके हैं, लेकिन उन्होंने अपने आक्रामक और डिफेंसिव कौशल दोनों को अपने साथ रखा है।
IPL 2023 की शुरुआत से वरुण ने 27 पारियों में 8.16 की इकॉनमी से 40 विकेट लिए हैं। इस दौर में किसी भी तेज़ गेंदबाज़ या स्पिनर के उनसे अधिक विकेट नहीं है। अपनी फ़िटनेस में सुधार करते हुए उन्होंने 50 ओवरों के मैचों में भी पांच साल बाद वापसी की है, जहां पिछले विजय हज़ारे ट्रॉफ़ी में वह आठ मैचों में 4.27 की इकॉमी से 19 विकेट लेकर संयुक्त रूप से सबसे अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज़ थे। इसके अलावा वह तमिलनाडु प्रीमियर लीग (TNPL) और मुंबई में हुए डीवाई पाटिल टूर्नामेंट में भी खेले।
प्रथिबन ने कहा, "100 प्रतिशत यह वरुण के करियर का सर्वश्रेष्ठ साल रहा है। पिछले IPL सीज़न से उसने आराम नहीं किया है। वरुण यहां तक कि जामिया मिलिया टूर्नामेंट भी खेले और सैयद मुश्ताक़ अली ट्रॉफ़ी से पहले आंध्रा में तमिलनाडु की टीम के साथ चार टीमों का टूर्नामेंट भी खेले। अगर आप TNPL को देखो तो आप छोटी बाउंड्री के बारे में बात कर सकते हो लेकिन आपको यहां पर साई सुदर्शन, शाहरुख़ ख़ान, दिनेश कार्तिक और विजय शंकर जैसे क्वालिटी बल्लेबाज़ मिलते हैं। इतने टूर्नामेंट और 50 ओवर क्रिकेट खेलना इसका सबूत था कि वह फ़िट हैं लेकिन मुझे लगता है कि वरुण अलग तरह के बल्लेबाज़ों का अलग तरह की पिचों पर सामना करने की वजह से बेहतर हुए हैं।"
इस बेहतरीन प्रदर्शन के बाद भी वरुण भारत के लिए छह टी20 से अधिक नहीं खेल पाए हैं, जहां उन्होंने अपना पिछला मैच 2021 टी20 विश्व कप में खेला था। भारत के पास पहले से ही कुलदीप यादव और युज़वेंद्र चहल के तौर पर दो कलाई के स्पिनर हैं। इसके बाद रवि बिश्नोई हैं, जो चिन्नास्वामी में डबल सुपर ओवर में भारत को जीत दिलाने के बावजूद टीम में वापसी नहीं कर पाए हैं।
कोविड-19 के बाद वरुण ने चेन्नई में KKR के लिए दो मैच खेले हैं, लेकिन दोनों ही मौक़ों पर उनके परिवार ने एमएस धोनी और CSK का समर्थन किया। अब जब मेज़बान टीम टूर्नामेंट से बाहर हो गई है, तो वरुण अपने परिवार को पीले से बैंगनी रंग में बदल देंगे और चाहेंगे कि रविवार को चेपॉक में होने वाले फ़ाइनल में परिवार उनका समर्थन करे।
वरुण ने KKR के चैनल नाइट्स टीवी से कहा, "मैं अब और अधिक ज़िम्मेदार महसूस कर रहा हूं और घर जा रहा हूं। इस बार उम्मीद है कि मुझे जानने वाले लोग CSK की जगह KKR को समर्थन करेंगे।"
देवरायण मुथु ESPNcricinfo में सब एडिटर हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी में सीनियर सब एडिटर निखिल शर्मा ने किया है।
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