News

IPL मेगा ऑक्शन : छह खिलाड़ी होंगे रिटेन, टीमों के पास RTM का विकल्प

अनकैप्ड खिलाड़ी के तौर पर महेंद्र सिंह धोनी को रिटेन करने के लिए CSK का रास्ता साफ़ हो गया है

धोनी को CSK 4 करोड़ में अनकैप्ड खिलाड़ी के तौर पर करेगी रिटेन ?

धोनी को CSK 4 करोड़ में अनकैप्ड खिलाड़ी के तौर पर करेगी रिटेन ?

IPL 2025 मेगा ऑक्शन की बड़ी बातें जो आपका जानना है ज़रूरी

IPL प्रबंधन के द्वारा मेगा ऑक्शन से पहले तीन बड़े फ़ैसले लिए गए हैं। सबसे पहले तो अब टीमों के पास एक बार फिर से राइट टू मैच (RTM) का विकल्प होगा। साथ ही फ़्रैंचाइज़ी अब छह खिलाड़ियों को रिटेन कर सकती हैं। इसके अलावा इम्पैक्ट प्लेयर का नियम 2027 तक बना रहेगा। साथ यह भी नीलामी के लिए सभी टीमों के पास 120 करोड़ रुपये का पर्स होगा, जो पिछले साल की तुलना में 20 करोड़ रुपये अधिक है।

Loading ...

फ़्रैंचाइज़ी सीधे रिटेंशन के द्वारा या RTM के द्वारा या सिर्फ़ RTM के ज़रिए छह खिलाड़ियों को रिटेन कर सकती है। इसके अलावा इन छह खिलाड़ियों को रिटेंशन और RTM के संयोजन के साथ भी रिटेन किया जा सकता है। फ़्रैंचाइज़ी को कम से कम एक अनकैप्ड खिलाड़ी को रिटेन करना होगा। बाक़ी बचे पांच खिलाड़ियों में कितने भारतीय होंगे और कितने विदेशी खिलाड़ी होंगे, इसकी कोई सीमा नहीं है। टीमें ज़्यादा से ज़्यादा दो अनकैप्ड खिलाड़ियों को रिटेन कर पाएंगी।

'अनकैप्ड' धोनी को रिटेन करने के लिए रास्ता साफ़

अगर पांच बार की IPL चैंपियन चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) चाहती है कि एमएस धोनी को एक अनकैप्ड प्लेयर के तौर पर रिटेन किया जाए तो उनका रास्ता बिल्कुल साफ़ है। ऐसा इसलिए संभव हो पाया है, क्योंकि IPL ने फ़ैसला लिया है कि वह अपने 2008 के एक नियम को वापस लाएगी। उस नियम के तहत अगर कोई अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी पांच साल पहले रिटायर हुआ हो तो उसे अनकैप्ड प्लेयर माना जाएगा। इस नियम का प्रयोग कभी नहीं किया गया था और इसे 2021 में हटा दिया गया था। हालांकि अनकैप्ड खिलाड़ियों पर व्यापक चर्चा के दौरान IPL ने सभी फ़्रैंचाइज़ी को सूचित किया कि वह इस नियम को वापस ला रही है।

रिटेंशन स्लैब

अगर कोई टीम पांच खिलाड़ियों को रिटेन करती है तो उनके पर्स से कितने रूपए जाएंगे, आइए देखते हैं:

  • पहले तीन खिलाड़ियों के रिटेंशन के लिए - 18 करोड़ रूपए, 14 करोड़ रूपए और 11 करोड़ रूपए
  • बाक़ी बचे दो खिलाड़ियों के लिए 18 करोड़ और 14 करोड़ रूपए
  • इसका मतलब है कि अगर कोई टीम अपने पांच खिलाड़ियों को रिटेन करती है तो उनके 120 करोड़ के पर्स में से 75 करोड़ ख़र्च हो जाएंगे

अनकैप्ड खिलाड़ी के लिए IPL ने 2021 की मेगा नीलामी की तरह ही 4 करोड़ रूपए की राशि निर्धारित की है। इसका मतलब है कि एक फ़्रैंचाइज़ी अगर छह खिलाड़ियों को रिटेन करती है, वह नीलामी से पहले ही 79 करोड़ रूपए ख़र्च कर देगी।

2022 के मेगा नीलामी से पहले धोनी को CSK के द्वारा दूसरे खिलाड़ी के रूप में (12 करोड़ रुपये में) रिटेन किया गया था। जुलाई में धोनी 43 वर्ष के हो चुके हैं और 2020 में संन्यास लेने के बाद से उन्होंने केवल IPL में खेला है। यदि CSK अब उन्हें एक अनकैप्ड खिलाड़ी के रूप में रिटेन करने का निर्णय लेती है, तो धोनी को 4 करोड़ रुपये का भुगतान किया जाएगा।

IPL चोटिल खिलाड़ियों को लेकर आया बड़ा बदलाव

IPL ने चोटिल खिलाड़ियों के लिए रिप्लेसमेंट लेने के नियमों में बदलाव किया है। IPL 2024 तक फ़्रैंचाइज़ी को सीज़न के सातवें मैच से पहले चोटिल खिलाड़ी के लिए रिप्लेसमेंट लेना होता था। IPL 2025 से टीमें लीग चरण में 12वें मैच तक रिप्लेसमेंट ले सकेंगी।

इसके अलावा एक और पुराने नियम को वापस लाने का फ़ैसला किया गया है। एक बार फिर से टीमों के पास सीज़न के दौरान खिलाड़ियों को लोन पर लेने या देने का विकल्प होगा। हालांकि इस नियम का अभी तक कभी भी इस्तेमाल नहीं किया गया है।

RTM के विकल्प फिर से आएगा लेकिन नियमों में हुआ बदलाव

RTM विकल्प एक फ़्रैंचाइजी को नीलामी के दौरान अपने खिलाड़ी को वापस खरीदने का मौक़ा देता है। इसके लिए फ़्रैंचाइजी किसी विशेष खिलाड़ी के लिए लगाई गई सबसे बड़ी बोली देकर उसे अपने टीम में वापस शामिल कर लेता है। इस नियम का प्रयोग 2017 के मेगा ऑक्शन में किया गया था लेकिन 2022 के मेगा ऑक्शन से पहले इसे हटा दिया गया था।

कम से कम तीन फ़्रैंचाइजी ने इसके पक्ष में तर्क दिए थे। इसके बाद IPL ने इसे फिर से शुरू करने का फ़ैसला किया है। यह समझा जाता है कि कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR), मुंबई इंडियंस (MI) और सनराइज़र्स हैदराबाद (SRH) के मालिकों ने कहा कि वे सात से आठ RTM चाहते थे। हालांकि खिलाड़ियों को आम तौर पर RTM का नियम पसंद नहीं आता क्योंकि उन्हें लगता है कि इसके परिणामस्वरूप उन्हें वांछित मूल्य नहीं मिलता है।

खिलाड़ियों के हित को आगे बढ़ाने के लिए IPL ने अब नियम में संशोधन किया है। अब इस नियम के तहत, "अंतिम बोली लगाने वाली फ़्रैंचाइजी को खिलाड़ी के लिए अपनी बोली बढ़ाने का एक अंतिम अवसर दिया जाएगा। इसके बाद RTM कार्ड रखने वाली टीम अपना अधिकार प्रयोग कर पाएगी। उदाहरण के लिए यदि टीम A के पास खिलाड़ी X के लिए आरटीएम है और टीम B ने 6 करोड़ रुपये की उच्चतम बोली लगाई है, तो टीम A से पहले पूछा जाएगा कि क्या वे RTM का प्रयोग करेंगे, यदि टीम A सहमत है तो टीम B को अपनी बोली बढ़ाने का मौक़ा मिलेगा। यदि टीम B अपनी बोली बढ़ाकर 9 करोड़ रुपये कर देती है, तो टीम ए RTM का उपयोग कर सकती है और खिलाड़ी X को 9 करोड़ रुपये में अपनी टीम में शामिल कर सकती है। यदि टीम B बोली नहीं बढ़ाती है और इसे 6 करोड़ रुपये पर रखती है, तो टीम ए RTM का उपयोग कर सकती है और खिलाड़ी X को 6 करोड़ रुपये में प्राप्त कर सकती है।"

इम्पैक्ट प्लेयर नियम का इम्पैक्ट जारी रहेगा

IPL ने इम्पैक्ट प्लेयर नियम को 2027 तक बरक़रार रखने का फै़सला किया है। 2023 में इस नियम को लाया गया था और उस समय से इसको लेकर काफ़ी बहस हो रही है। इस नियम के संदर्भ में सबसे ज़्यादा चर्चा इस बात को लेकर हो रही थी कि क्या यह नियम भारतीय क्रिकेट के लिए फ़ायदेमंद है और क्या यह नियम ऑलराउंडर्स के विकास को नुक़सान पहुंचा सकता है। इसको लेकर रोहित शर्मा ने भी अपना मत रखा था और वह इस नियम के साथ संतुष्ट नहीं थे।

एक जुलाई को हुई बैठक के दौरान IPL ने सभी फ़्रैंचाइज़ी के साथ इस पर चर्चा की थी, जिसमें कई टीम के मालिक और टीम प्रमुख शामिल थे। भले ही इस नियम को सर्वसम्मति से मंज़ूरी नहीं मिली, लेकिन अधिकांश लोग इसके बरक़रार रहने के पक्ष में थे। IPL का मानना ​​है कि इस नियम के कारण IPL को फ़ायदा हुआ है और यह दर्शकों के दृष्टिकोण से भी अच्छा है।