आंकड़ों में एंडरसन : कैसे इंग्लैंड के महानतम गेंदबाज़ ने स्थापित किए कीर्तिमान
एंडरसन ने अपने करियर में लगातार अपनी गेंदबाज़ी में सुधार किए

40 हज़ार से ज़्यादा गेंद डाल चुके जेम्स एंडरसन का 188 टेस्ट मैचों का करियर समाप्त हो चुका है। शुक्रवार को वेस्टइंडीज़ के ख़िलाफ़ लॉर्ड्स में एंडरसन अंतिम बार अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में दिखाई दिए। 21 साल पहले इस लॉर्ड्स के मैदान में उन्होंने ज़िम्बाब्वे के ख़िलाफ़ डेब्यू किया था।
टेस्ट क्रिकेट में एंडरसन सर्वाधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज़ों की सूची में तीसरे स्थान पर हैं। टेस्ट क्रिकेट में एंडरसन से ज़्यादा विकेट मुथैया मुरलीधरन और शेन वॉर्न के नाम है। जॉशुआ डासिल्वा का विकेट लेने के बाद उनके खाते में 704 विकेट हो गए और यही उनके करियर का अंतिम विकेट सिद्ध हुआ।
अपने पूरे करियर में एंडरसन ने अपनी गेंदबाज़ी से लोहा मनवाया। 2003 में उनके डेब्यू के बाद से टेस्ट में रविचंद्रन अश्विन, नैथन लायन और स्टुअर्ट ब्रॉड के खाते में 500 टेस्ट विकेट थे। जबकि इस दौरान अकेले एंडरसन ने 700 विकेट लिए थे।
एंडरसन अपने करियर में ख़ुद की गेंदबाज़ी में लगातार सुधार लाते रहे। शुरुआत में वह एक ऐसे तेज़ गेंदबाज़ थे, जिसकी गेंदों में धार तो थी लेकिन उसपर नियंत्रण नहीं था। हालांकि समय के साथ वह दुनिया के अब तक के महान स्विंग गेंदबाज़ों में से एक साबित हो गए।
वह लगातार ख़ुद को बेहतर करते गए। 35 की उम्र के बाद उन्होंने 22.71 की औसत से 224 विकेट लिए। इस दौरान उनकी औसत, स्ट्राइक रेट और इकॉनमी सभी बेहतर होते चले गए।
अपने पूरे टेस्ट करियर में उन्होंने इंग्लैंड के 109 पुरुष क्रिकेटरों के साथ खेला। स्काय स्पोर्ट्स से बात करते हुए एंडरसन ने कहा, "मुझे इस बात का गर्व है कि मैंने इतने खिलाड़ियों के साथ क्रिकेट खेली। इनमें से कई इस खेल के महानतम खिलाड़ियों में से एक थे।"
उन्होंने एक ऐसे टेस्ट रिकॉर्ड के साथ क्रिकेट को अलविदा कहा है जिसे हासिल करना किसी भी अन्य तेज़ गेंदबाज़ के लिए बेहद मुश्किल होगा।
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