सिर्फ़ महान ही नहीं अद्वितीय भी हैं अश्विन
अश्विन के पास स्पिन गेंदबाज़ी की हर कला मौजूद है

रांची टेस्ट में जो रूट को आउट करने से पहले मौजूदा टेस्ट श्रृंखला में रविचंद्रन अश्विन के आंकड़े उनकी पहचान का साथ नहीं दे रहे थे। अश्विन ने तब तक 38.83 की औसत से 12 विकेट लिए थे। यह घर पर खेली गई टेस्ट श्रृंखलाओं के दौरान अश्विन की ख़राब औसत में से एक था।
अगर आपने उन्हें गेंदबाज़ी करते हुए देखा हो तो शायद आप उनके असंतोषजनक प्रदर्शन का कारण पता नहीं लगा पाए होंगे। यह किसी भी गेंदबाज़ के साथ हो सकता है लेकिन अश्विन के प्रदर्शन में आई गिरावट उनके प्रशंसकों को नहीं पच पा रही थी।
हालांकि रांची में अश्विन ने पूरी तस्वीर बदल दी। रूट का विकेट अश्विन की कला का ही एक उदाहरण था। बेन डकेट और ऑली पोप को अश्विन ने लगातार दो गेंदों पर अपना शिकार बनाया था। डकेट को अंदर आती गेंद से चकमा दिया तो पोप को बाहर जाती गेंद पर क्रीज़ में ही फंसा लिया।
पोप ने ख़ुद यह बताया था कि आख़िर ऐसा क्या है जो अश्विन को अन्य ऑफ़ स्पिनर से जुदा करता है। अगर DRS से पहले का समय होता तो अंपायर उस गेंद पर पोप को एलबीडब्ल्यू आउट नहीं देते लेकिन अश्विन को इसमें महारत हासिल है। उन्होंने उस गेंद को स्टंप के इतने करीब से डाला था कि जिस समय वह गेंद को रिलीज़ कर रहे थे तब उनका हाथ अंपायर के सामने था।
रूट को भी अश्विन ने अपनी इसी चालाकी में फंसाया था। गेंद जब अश्विन के हाथों से निकली थी तब रूट ने ज़रूर यह सोचा होगा कि गेंद लेग स्टंप के बाहर पिच करेगी लेकिन गेंद ने एकदम लेग स्टंप की लाइन में टप्पा खाया था।
हालांकि अश्विन के करियर में एशिया और वेस्टइंडीज़ के बाहर पांच विकेट हॉल ना होना उनके करियर पर एक दाग़ लगने जैसा है। लेकिन यह सिक्के का सिर्फ़ एक पहलू है। 2018 के बाद से जितने भी स्पिनर ने ऑस्ट्रेलिया, न्यूज़ीलैंड, साउथ अफ़्रीका और इंग्लैंड में कम से कम 10 पारियों में गेंदबाज़ी की है, उन गेंदबाज़ों में नैथन लायन (28.41) के बाद सबसे बढ़िया औसत अश्विन (30.57) का ही है।
अश्विन के पास हर वो हथियार है जिसकी एक स्पिनर को ज़रूरत होती है। बस वो एक ऐसे दौर में खेल रहे हैं जहां भारत के पास एक और बेहतरीन स्पिनर है और मौजूदा दौर का सर्वश्रेष्ठ ऑलराउंडर भी। यही वजह है कि भारत को अगर चार तेज़ गेंदबाज़ों के साथ खेलना होता तो टीम इंडिया को ज़्यादा सोच विचार नहीं करना पड़ता।
हालांकि अश्विन के आंकड़े यहीं तक सीमित नहीं हैं। उनकी औसत शेन वॉर्न से भी बेहतर है, कम से कम 150 विकेट लेने वाले गेंदबाज़ों की सूची में उनका स्ट्राइक रेट सर्वश्रेष्ठ है। रांची में ही अश्विन ने अपने टेस्ट करियर का 35वां पांच विकेट हॉल लेकर अनिल कुंबले की बराबरी की। धर्मशाला टेस्ट उनके करियर का 100वां मैच होने जा रहा है और इससे पहले उनके नाम 500 विकेट हैं।
कार्तिक कृष्णास्वामी ESPNcricinfo के सहायक एडियर हैं
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