ज़हीर: आगे आने वाले मैचों में मयंक की गति बेहतर होती जाएगी
LSG के मेंटॉर ने कहा कि टीम ने मयंक की प्रतिभा को निखारने के लिए एक उपयुक्त माहौल तैयार करने की योजना बनाई है
बांगर: जीत का श्रेय सूर्या, जैक्स या बोल्ट से ज़्यादा बुमराह को दूंगा
IPL 2025 के 45वें मुक़ाबले MI vs LSG का सटीक विश्लेषण अनिल कुंबले, वसीम जाफ़र और संजय बांगर के साथमयंक यादव के छह महीने की चोट के बाद वापसी करने के बाद, लखनऊ सुपर जायंट्स (LSG) के मेंटॉर ज़हीर ख़ान काफ़ी ख़ुश हैं। उन्होंने कहा है कि मयंक को कैसे इस्तेमाल करना है, उसको लेकर "योजना तैयार" है। जहीर ने बताया कि LSG मयंक के लिए BCCI के सेंटर ऑफ़ एक्सीलेंस (पहले राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी) द्वारा तैयार किए गए कार्यक्रम का पालन कर रही है।
LSG के लिए गेंदबाज़ी की शुरुआत करते हुए, मयंक ने मुंबई इंडियंस (MI) के ख़िलाफ़ चार ओवर में 40 रन देकर दो विकेट लिए। उन्होंने अपने दो स्पेल में रोहित शर्मा और हार्दिक पंड्या को आउट किया।
ज़हीर ने LSG को मिली 54 रन की हार के बाद कहा, " मयंक की तैयारी के संदर्भ में हम NCA के साथ लगातार बातचीत कर रहे हैं। एक योजना तैयार है कि उसे कैसे आगे बढ़ना है, किस तरह के कार्यक्रमों का पालन करना है। और हम उनके बेहतर होने के लिए वही माहौल बना रहे हैं।"
मयंक उन तीन खिलाड़ियों में शामिल थे जिन्हें LSG ने IPL 2025 की मेगा नीलामी से पहले रिटेन किया था। पीठ की चोट के चलते उन्होंने 2024-25 के घरेलू सत्र और IPL के पहले हिस्से को मिस कर दिया था। इसके बाद बिस्तर से टकराकर उनके अंगूठे में चोट लग गई थी, जिसके कारण उनकी वापसी में थोड़ा और समय लग गया।
ज़हीर ने कहा, " जब आप मैदान पर आकर गेंदबाज़ी करते हैं और फिर ये झटके लगते हैं, तो इसका असर मानसिक रूप से भी पड़ सकता है। उस पक्ष को भी संभालना ज़रूरी होता है। मयंक के साथ हमने वही तरीका अपनाया है। मैं खु़श हूं कि उन्होंने पूरा मैच खेला और फ़ील्डिंग में पूरे 20 ओवर बिताए। वह जिन प्रक्रियाओं का पालन कर रहे हैं, उसे देखते हुए मेरा अनुभव कहता है कि वह और बेहतर ही करेंगे। अब बस हर मैच से गुज़रते हुए फिज़ियो और ट्रेनरों के साथ सलाह-मशविरा करते हुए प्रक्रिया का पालन करना है।"
मयंक को LSG के पिछले दो मैचों में सब्स्टीट्यूट के रूप में नामित किया गया था। लेकिन उन दोनों मौक़ों पर पहले बल्लेबाज़ी करते हुए LSG ने शुरुआती विकेट गंवाए और उन्हें आयुष बदोनी को इम्पैक्ट प्लेयर के तौर पर शामिल करना पड़ा। रविवार को MI के ख़िलाफ़ पहले गेंदबाज़ी का विकल्प चुनने के बाद, LSG ने सीधे मयंक को उतारा। अपने पहले ओवर में उन्होंने 142.7kph की रफ़्तार दर्ज की, जो चोट से पहले उनकी गति के मुकाबले थोड़ी कम थी।
रोहित के ख़िलाफ़ उन्होंने पहले तेज़ गति के साथ गेंदबाज़ी की, लेकिन दो लगातार छक्के खा गए। इसके बाद उन्होंने गति घटाई और वाइड लाइन पर गेंदें फेंकी, और उन्हें आउट करने में क़ामयाब रहे। मिडिल ओवर्स के आख़िरी हिस्से में, उन्होंने अंदर की तरफ़ कोण बनाती हुई लेंथ गेंद से हार्दिक को गति से छकाया और बोल्ड कर दिया। ज़हीर ने मयंक को प्रतिस्पर्धी मैच खेलते देखने पर संतोष जताया।
उन्होंने कहा, "इंतज़ार लंबा था, और इतने महीनों बाद कोई भी जब वापसी करता है, तो उस एक बाधा को पार करना ज़रूरी होता है। इसलिए अगर आप देखें, तो हमने उसे पिछले कुछ मैचों में इम्पैक्ट प्लेयर के रूप में लाने का प्रयास किया था। भले ही वह टीम से जुड़ चुका था, फिर भी हम उसे सहज महसूस कराने के लिए समय ले रहे थे।"
"मैं जानता हूं कि तेज़ गेंदबाज़ी कभी आसान नहीं होती, ख़ासतौर पर इस फ़ॉर्मेट में तो यह बिल्कुल आसान नहीं है। यहां बल्लेबाज़ काफ़ी आक्रामक होते हैं। मुझे खु़शी है कि उसने पूरा मैच खेला। अब वह एक बाधा पार कर चुका है। जो शेड्यूल हमारे पास है, उसमें पर्याप्त ब्रेक भी मिलेंगे जिससे वह जल्द रिकवर कर सकेंगे और फिर से गेंदबाज़ी करने में बाधा नहीं आएगी।"
"मैं उनकी गेंदबाज़ी करने के तरीके से खु़श हूं। आगे के मैचों में वह जैसे-जैसे आगे बढ़ेंगे गति भी बढ़ेगी। तमाम चीज़ों को ध्यान में रखते हुए, उनके प्रदर्शन से मैं संतुष्ट हूं"
LSG अब अपना अगला मुक़ाबला 4 मई को धर्मशाला में पंजाब किंग्स के ख़िलाफ खेलेगी, और उसके बीच छह दिन का ब्रेक है।
मुंबई में शार्दुल ठाकुर को क्यों बाहर रखा गया
LSG ने शार्दुल ठाकुर को, जो अब तक IPL 2025 में उनके अग्रणी विकेट लेने वाले गेंदबाज़ रहे हैं, मयंक को टीम में लाने के लिए बाहर बैठाया।
ठाकुर घरेलू सर्किट में मुंबई के लिए खेलते हैं और वानखेड़े स्टेडियम उनका घरेलू मैदान है। ज़हीर ने कहा कि ठाकुर को बाहर करने का फै़सला "रणनीतिक" था।
ज़हीर ने कहा, "जिस तरह से शार्दुल ने टूर्नामेंट की शुरुआत की, उसने इस सेटअप के लिए शानदार काम किया है। हमें उनके लिए एक ट्रेनिंग विंडो भी बनानी थी और हमने वही किया। टूर्नामेंट लंबा है, इसलिए हम सभी चीज़ों को ध्यान में रखते हुए फै़सले ले रहे हैं। हमें लगा कि यह हमारे लिए मयंक को टूर्नामेंट में लाने का एक अच्छा मौक़ा था। और इसलिए हमने शार्दुल को पूरी तरह से आराम दिया ताकि वह टूर्नामेंट के अंतिम हिस्से के लिए तैयार हो सकें।"
Read in App
Elevate your reading experience on ESPNcricinfo App.