रणजी में महाराष्ट्र के सर्वाधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज़ ने लिया संन्यास
समद फ़ल्लाह रणजी ट्रॉफ़ी में महाराष्ट्र की ओर से सर्वाधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज़ हैं

महाराष्ट्र के लिए रणजी ट्रॉफ़ी में सर्वाधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज़ समद फ़ल्लाह ने संन्यास की घोषणा कर दी है। बाएं हाथ के तेज़ गेंदबाज़ ने महाराष्ट्र के लिए रणजी ट्रॉफ़ी में 272 विकेट लिए थे जबकि प्रथम श्रेणी के कुल 78 मैचों में 28.48 की औसत से उनके नाम 287 विकेट हैं।
फ़ल्लाह ने लिस्ट ए में कुल 75 जबकि टी20 में कुल 62 विकेट चटकाए। उन्होंने 2010 में सैयद मुश्ताक़ अली ट्रॉफ़ी के फ़ाइनल में चार विकेट चटकाए थे।
फ़ल्लाह ने अपना अंतिम औपचारिक मैच मार्च 2021 की विजय हज़ारे ट्रॉफ़ी में उत्तराखंड के लिए खेला था। हालांकि बाद में उन्होंने महाराष्ट्र की तरफ़ से खेलने के लिए वापसी की और अपने आप को तीनों प्रारूप के लिए उपलब्ध भी बताया लेकिन उन्हें अपना करियर यहां जारी रखने का अवसर नहीं मिल पाया।
39 वर्षीय फ़ल्लाह इस समय महाराष्ट्र प्रीमियर लीग में नाशिक टाइटंस के मुख्य कोच हैं। फ़ल्लाह ने शुरुआती दौर में टेनिस बॉल टूर्नामेंट खेलकर अपनी पहचान बनाई थी। उन्होंने 22 वर्ष की उम्र में नवंबर 2007 में महाराष्ट्र के लिए डेब्यू किया था और हिमाचल प्रदेश के ख़िलाफ़ दूसरी पारी में उन्होंने छह विकेट चटकाए थे। इसके बाद वह 2007-08 से लेकर 2014-15 के रणजी सीज़न तक लगातार महाराष्ट्र के लिए सर्वाधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज़ रहे।
फ़ल्लाह इस दौरान महाराष्ट्र के गेंदबाज़ी आक्रमण के अहम कड़ी साबित हुए और महाराष्ट्र ने 2013-14 में रणजी फ़ाइनल और 2014-15 में रणजी सेमीफ़ाइनल भी खेला। संन्यास लेने के समय फ़ल्लाह रणजी में सर्वाधिक विकेट लेने वाले दूसरे बाएं हाथ के तेज़ गेंदबाज़ हैं। जयदेव उनादकट के नाम रणजी में कुल 316 विकेट हैं। हीरालाल गायकवाड़ ने 1941 से 1963 के दौरान 273 विकेट ज़रूर लिए थे लेकिन इस दौरान उन्होंने बाएं हाथ से तेज़ गेंदबाज़ी करने के साथ साथ स्पिन गेंदबाज़ी भी की थी।
Read in App
Elevate your reading experience on ESPNcricinfo App.