News

विजय हज़ारे ट्रॉफ़ी में दोहरा शतक लगाने वाले पांचवें बल्लेबाज़ बने समर्थ व्यास

समर्थ ने सौराष्ट्र की तरफ़ से खेलते हुए मणिपुर के ख़िलाफ़ 131 गेंदों में दोहरा शतक जमाया

समर्थ व्यास ने मध्य क्रम में बल्लेबाज़ी करते हुए अपने घरेलू करियर की शुरुआत की थी  Getty Images

रविवार को दिल्ली में मणिपुर के ख़िलाफ़ जब सौराष्ट्र के समर्थ व्यास ने 131 गेंदों में दोहरा शतक जमाया तब वह विजय हज़ारे ट्रॉफ़ी में यह कारनामा करने वाले पांचवें बल्लेबाज़ बन गए।

Loading ...

इस सूची में वह कर्ण वीर कौशल, यशस्वी जायसवाल, संजू सैमसन और पृथ्वी शॉ के साथ शामिल हो गए। यह समर्थ का तीसरा लिस्ट ए शतक भी था।

समर्थ ने हार्विक देसाई के साथ पहले विकेट के लिए 282 रन जोड़े। देसाई ने 107 गेंदों पर 100 रन बनाए जबकि सौराष्ट्र ने अपनी पारी में चार विकेट के नुकसान पर कुल 397 रन बनाए। इसके जवाब में मणिपुर की टीम 117 रनों पर ही ऑल आउट हो गई। यह जीत इस प्रतिस्पर्धा में सौराष्ट्र की दूसरी बड़ी जीत है।

सौराष्ट्र ने शनिवार को अपने अभियान की शुरुआत चंडीगढ़ पर सात रनों की जीत के साथ की। 216 रनों के चेज़ में समर्थ ने 64 गेंदों पर 61 रनों का योगदान दिया।

समर्थ पिछले कुछ समय से अच्छी लय में नज़र आ रहे हैं। सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफ़ी में वह सौराष्ट्र की तरफ़ से सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज़ थे। इस टूर्नामेंट में सौराष्ट्र की टीम सेमीफ़ाइनल तक पहुंची थी। समर्थ ने इस टूर्नामेंट में खेली सात पारियों में 177.40 के स्ट्राइक रेट से कुल 314 रन बनाए थे, जिसमें नागालैंड के ख़िलाफ़ उनकी नाबाद 97 रनों की पारी उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन थी। हालांकि उन्होंने बरौदा के ख़िलाफ़ भी 97 रनों की पारी खेली थी। वह टूर्नामेंट में सबसे ज़्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज़ों की सूची में पांचवें स्थान पर थे। टूर्नामेंट में सबसे अधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज़ यश धुल से वह सिर्फ 49 रन ही पीछे थे।

समर्थ ने अपना लिस्ट ए डेब्यू 2015 में ही कर लिया था लेकिन हालिया समय में ही वह टीम में स्थाई जगह बना पाए हैं। उन्होंने शुरुआत मध्य क्रम के बल्लेबाज़ के तौर पर की थी लेकिन बाद में उन्हें टीम मैनेजमेंट ने ऊपरी क्रम में प्रमोट करते हुए टॉप तीन में बल्लेबाज़ी कराई।

रिकॉर्ड के लिहाज़ से 2007-08 में मुंबई के लिए अजिंक्य रहाणे ने महाराष्ट्र के ख़िलाफ़ 187 रन बनाए थे जोकि इस टूर्नामेंट में लिस्ट ए क्रिकेट का उच्चतम व्यक्तिगत स्कोर था। हालांकि इसके लगभग एक दशक बाद उत्तराखंड के लिए खेलते हुए कौशल ने 2018-19 में सिक्कीम के ख़िलाफ़ दोहरा शतक लगाया।

इसके बाद इस टूर्नामेंट में कुल चार दोहरा शतक लगे हैं, जिसमें रविवार को समर्थ द्वारा लगाया गया दोहरा शतक भी शामिल है। पिछले सीज़न में शॉ द्वारा मुंबई के लिए खेलते हुए पुडुच्चेरी के ख़िलाफ़ खेली गई 227 रनों की पारी इस टूर्नामेंट में अब तक का उच्चतम व्यक्तिगत स्कोर है।

दूसरी तरफ़ रांची में सर्विसेस ने मुंबई के ख़िलाफ़ 27 गेंद शेष रहते 265 का लक्ष्य हासिल करते हुए इस टूर्नामेंट में अब तक का सबसे बड़ा उलेटफेर किया। शुभम रोहिल्ला और रवि चौहान ने शतक लगाने के साथ-साथ पहले विकेट के लिए 231 रन जोड़ डाले। जिसके फलस्वरूप यशस्वी जायसवाल की 104 रनों की पारी व्यर्थ चली गई। इस टूर्नामेंट में बंगाल को 121 रनों पर समेट कर अपना पहला मुक़ाबला आठ विकेट से जीतने वाली मुंबई के खाते में अब एक जीत और एक हार है।

Samarth VyasKarn KaushalYashasvi JaiswalSanju SamsonPrithvi ShawSaurashtra vs ManipurVijay Hazare Trophy

शशांक किशोर ESPNcricinfo में सीनियर सब एडिटर हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी के एडिटोरियल फ्रीलांसर नवनीत झा ने किया है।