मक्कलम ने किया बेयरस्टो का बचाव : 'मुझे विश्वास है कि जॉनी वापसी करेंगे'
इंग्लैंड के कोच जॉनी बेयरस्टो और जो रूट की फ़ॉर्म को लेकर चिंतित नहीं

इंग्लैंड के कोच ब्रैंडन मक्कलम ने जॉनी बेयरस्टो का बचाव करते हुए कहा है कि वह फ़ॉर्म में लौट आएंगे। राजकोट में मिली 434 रनों की हार में बेयरस्टो ने 0 और 4 का स्कोर किया, जिससे उनका भारत के चौथे दौरे पर ख़राब प्रदर्शन जारी है, जहां वह छह पारियों में 17 की औसत से ही रन बना पाए हैं।
सीरीज़ की शुरुआत में बेन स्टोक्स ने बेयरस्टो से बड़ी उम्मीद की थी। बेन फॉक्स के ग्लव्स संभालने के बाद इंग्लैंड के कप्तान का मानना था कि एक बल्लेबाज़ के रूप में बेयरस्टो सटीक हैं। 2022 की गर्मियों में बेयरस्टो ने कमाल का प्रदर्शन किया था जब वह बैज़बॉल के पोस्टर ब्वॉय बन गए थे।
स्टोक्स ने कहा था, "हमने देखा है कि उन्होंने पहले क्या किया था और मैं नहीं चाहता हूं कि वह पांच नंबर पर बल्लेबाज़ी के अलावा कुछ और सोचें।" लेकिन यह प्लान के मुताबिक नहीं रहा है।
इंग्लैंड सीरीज़ में 1-2 से पीछे हैं और रांची में होने वाले चौथे टेस्ट के पहले चयन की चुनौती होगी, लेकिन मक्कलम ने संकेत दिए कि बेयरस्टो प्लेयिंग इलेवन में जगह बनाएंगे जो उनका 99वां टेस्ट होगा।
मक्कलम से जब बेयरस्टो के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, "आप जानते हैं मैं इसका जवाब नहीं दे सकता क्योंकि मैंने अभी तक विकेट नहीं देखा है, लेकिन मुझे आशा है कि जॉनी खेल रहे होंगे।"
डैन लॉरेंस दल में अकेले बचे हुए बल्लेबाज़ हैं जिन्होंने हैरी ब्रुक की जगह ली थी जो परिवारिक मामले की वजह से इस दौरे से हट गए थे। हालांकि लॉरेंस को अभी भी मक्कलम और स्टोक्स के मैनेजमेंट में खेलना बाक़ी है।
दो सीज़न पहले जो बेयरस्टो ने किया था उसके लिए इंग्लैंड बेयरस्टो को हर मौक़ा देना चाहता है। उन्होंने तब पहले छह मैचों में चार शतक लगाए थे, जिसमें एज़बेस्टन में भारत के ख़िलाफ़ हुए अकेले टेस्ट में दोनों पारियों में शतक शामिल थे। उन्होंने 75.66 की औसत और 96.59 के स्ट्राइक रेट से 681 रन बनाए थे।
एड़ी की चोट लगने के बाद वह 2022-23 में साउथ अफ़्रीका के ख़िलाफ़ आख़िरी टेस्ट में और, पाकिस्तान, न्यूज़ीलैंड के दौरे पर नहीं खेल पाए थेद्य 2023 की शुरुआत से उन्होंने 30.28 की औसत से रन बनाए हैं जहां तीन अर्धशतक शामिल थे, जिसमें ओल्ड ट्रैफ़र्ड में ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ नाबाद 99 रन की पारी शामिल थी।
उनकी राजकोट के ख़िलाफ़ आया पहली पारी का शून्य उनका इंग्लैंड के ख़िलाफ़ आठवां था। लेकिन ध्यान देने वाली बात यह है कि रवींद्र जाडेजा पर वह स्वीप में चूकते हुए एलबीडब्ल्यू हुए, यह पहली बार था जब वह आक्रामक शॉट खेलकर आउट हुए हैं। मक्कलम का मानना है कि यही समस्या है।
उन्होंने कहा, "हां देखिए, उन्होंने उतने रन नहीं बनाए जितने वह चाहते थे और कुछ बार वह किसी ऐसे गेंदबाज़ के सामने आउट हुए जहां जॉनी अपना पावर गेम खेल सकते थे।"
"मुझे उनको लेकर चिंता नहीं है। मैं अंधा नहीं हूं लेकिन उन्होंने हमारे लिए बहुत अच्छा किया है और उनका बहुत प्रभावी करियर रहा है। हम जानते हैं कि टॉप क्वालिटी जॉनी बेयरस्टो किसी भी परिस्थिति में अच्छा है। तो हमारे नज़रिये से हमें उन्हें आत्मविश्वास देते रहना है और हमें बस उनको यह फ़ोकस करने देना है कि वह क्या चाहना चाह रहे हैं और मुझे उम्मीद है जॉनी वापसी करेंगे।"
इसके बाद मक्कलम ने दूसरे आउट ऑफ़ फ़ॉर्म बल्लेबाज़ जो रूट के बारे में बात की। इंग्लैंड के दूसरे सबसे अधिक टेस्ट रन स्कोरर 12.8 की औसत से 77 रन ही बना पाए हैं। मक्कलम इनके बारे में भी कम चिंतित नहीं हो सकते हैं। उन्होंने कहा, "यह जो रूट हैं। मेरा मानना है कि वह जो रूट हैं। क्या औसत किसी के वजूद का गवाह हो सकता है।"
मक्कलम ने रूट के पहली पारी के रैंप शॉट का भी बचाव किया, जिसके बाद तीसरे दिन टीम 95 रन पर 8 विकेट खो दी थी। इंग्लैंड एक समय 2 विकेट पर 224 रन पर था, लेकिन इस पारी के ढहने के बाद भारत को 126 रन की बढ़त मिल गई। यह ऐसा समय था जब भारत अश्विन के बिना थी।
मक्कलम ने उन लोगों पर भी निशाना साधा जो कहते हैं कि नया दृष्टिकोण रूट के अनुकूल नहीं है। सीरीज़ की शुरुआत में उनके करियर का औसत 50 से कम हो गया है, और स्टोक्स की कप्तानी में उनका औसत 50.12 हो गया है। यह अभी भी उनकी कप्तानी के दौरान (46.44) से अधिक है, लेकिन अब यह 52.80 से भी नीचे आ गया है जो उन्होंने एलिस्टेयर कुक के नेतृत्व में अपने करियर के पहले चार वर्षों में हासिल किया था।
उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि उस शॉट के साथ उनका औसत लगभग 50 का रहा है [पहले 60, अब 30], साथ ही पहले उस शॉट को खेलने के बाद क्या हिहुआ है। वह ऐसा करते हुए दो बार आउट हो चुके हैं। आप किसी का बचाव करने या लेग साइड से ड्राइव करने का प्रयास करने से परेशान हो सकते हैं। मुझे नहीं पता कि क्या यह आधुनिक गेम में उतना ही जोखिम भरा शॉट है जितना पिछले मैच में दिखाई देता है।"
विदूषन अहंतराजा ESPNcricinfo एसोसिएट एडिटर हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी में सीनियर सब एडिटर निखिल शर्मा ने किया है।
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