मूनी और मैकग्रा ने ऑस्ट्रेलिया को जिताई टी20 अंतर्राष्ट्रीय सीरीज़
मल्टी-फ़ॉर्मेट सीरीज़ में भारतीय टीम को झेलनी पड़ी 5-11 से शिकस्त

ऑस्ट्रेलिया 149 पर 5 (मूनी 61, मैकग्रा 44, गायकवाड़ 2-37) ने भारत 135 पर 8 (मांधना 52, घोष 23*, कैरी 2-42) को 14 रनों से हराया
वनडे मैचों, एकमात्र टेस्ट और पहले दो टी20 अंतर्राष्ट्रीय में क़रीबी मुक़ाबलों की सीरीज़ के बाद ऑस्ट्रेलिया महिला ने तीसरे और अंतिम टी20 अंतर्राष्ट्रीय मैच में 14 रनों की जीत के साथ भारतीय महिला टीम के ख़िलाफ़ मल्टी-फ़ॉर्मेट सीरीज़ में 11-5 से ख़िताबी जीत दर्ज की। ऑस्ट्रेलिया ने पहले बल्लेबाज़ी करते हुए पांच विकेट पर 149 रन बनाए। जवाब में भारतीय टीम ने इस लक्ष्य का पीछा करने में कई जगह साहस दिखाया लेकिन अंत में छह विकेट पर 135 रन बनाकर मुक़ाबला हार गई।
जीत की नींव शीर्ष क्रम की बल्लेबाज़ बेथ मूनी की शानदार पारी और नंबर छह पर आई आक्रामक बल्लेबाज़ तालिया मैकग्रा की तेज़ तर्रार पारी से रखी गई। दोनों बल्लेबाज़ों ने तेज़ गति से रन बनाए। मूनी ने 43 गेंदों में 61 रन बनाए, जिसमें दस चौके शामिल थे। वह 18वें ओवर तक बल्लेबाज़ी करती रही। शीर्ष क्रम की बाक़ी खिलाड़ी ज़्यादा योगदान नहीं दे सकी, क्योंकि भारत के गेंदबाजों ने लगातार विकेट चटकाए।
हालांकि, मूनी क्रीज़ पर जमी हुई थी और नियमित रूप से बाउंड्री लगा रही थी, जिससे स्कोरिंग रेट चलता रहा। मैकग्रा 11.1 ओवर में 73 रन पर चार विकेट गिरने के बाद क्रीज़ पर आई और उन्होंने मूनी के साथ मिलकर 6.1 ओवर में 44 रन जोड़े। यह उनकी टीम की सर्वश्रेष्ठ पारी थी, जिसने ऑस्ट्रेलिया को एक प्रतिस्पर्धी स्कोर तक पहुंचा दिया।
मूनी एक और बड़ी हिट की तलाश में आउट हो गईं। वह राजेश्वरी गायकवाड़ का दूसरा शिकार बनी, जिनका हरमनप्रीत कौर ने बेहतरीन कैच लपका। मैकग्रा, जो उस समय 23 गेंद पर 25 रन बनाकर खेल रही थी, ने अपनी अंतिम आठ गेंदों पर 19 रन बनाए, जिसकी मदद से मेज़बान टीम ने 2.4 ओवर में 32 रन बनाए।
भारतीय टीम इस लक्ष्य का पीछा करने में अपने शीर्ष क्रम पर निर्भर थी, लेकिन शीर्ष पांच में, केवल स्मृति मांधना ने 49 गेंद में 52 रन बनाकर एक छोर संभाले रखा, जबकि बाक़ी बल्लेबाज़ या तो दहाई के आंकड़े तक नहीं पहुंची या कम स्ट्राइक रेट से रन बनाए। 32 गेंद पर 58 रन चाहिए थे और मांधना पर दबाव बढ़ने लगा। उन्होंने कवर के फ़ील्डर के ऊपर से बड़े शॉट की तलाश की लेकिन वह निकोला कैरी की गेंद पर कवर क्षेत्र में मेग लानिंग को कैच थमा बैठी।
मांधना के आउट होने से पहले भारत दो विकेट पर 92 रन बना चुका था। हालांकि ज़रूरी रन रेट लगातार बढ़ रहा था। ऐसा लग रहा था कि भारतीय बल्लेबाज़ अंतिम ओवरों में शॉट खेल सकते हैं। हालांकि, 14 गेंद के अंदर भारत का स्कोर छह विकेट पर 102 रन हो गया और उसके बाद यह केवल हार के अंतर को कम करने की बात रह गई थी।
विकेटकीपर ऋचा घोष ने अंतिम ओवर में कुछ बड़े शॉट लगाए। कैरी के ओवर में उन्होंने 21 रन जुटाकर उनकी पार्टी थोड़ी ख़राब की, जहां उनके दो छक्के भी शामिल थे। हालांकि मल्टी-फ़ॉर्मेट सीरीज़ का परिणाम 11-5 हो, लेकिन यह सीरीज़ इससे कहीं ज़्यादा क़रीबी रही।
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