कराची, मुल्तान, लाहौर और रावलपिंडी में खेलेगी न्यूज़ीलैंड
क्रिसमस और नव वर्ष के दौरान पाकिस्तान का दौरा करने के साथ-साथ आईपीएल के दौरान भी वहां जाएगी

19 वर्षों तक पाकिस्तान नहीं जाने वाली न्यूज़ीलैंड की टीम अब पांच महीने के अंतराल में दो बार पाकिस्तान के दौरे पर दो टेस्ट, आठ वनडे और पांच टी20 अंतर्राष्ट्रीय मुक़ाबले खेलने वाली है। इसका मतलब होगा कि क्रिसमस और नव वर्ष के दौरान न्यूज़ीलैंड घर पर कोई सीरीज़ नहीं खेलेगी। वहीं अगले साल अप्रैल और मई के महीने में पाकिस्तान के दूसरे दौरे के दौरान आईपीएल से भी टकराव होगा।
दो टेस्ट आईसीसी की विश्व टेस्ट चैंपियनशिप का हिस्सा हैं जो कि 27 दिसंबर से कराची और 4 जनवरी से मुल्तान में खेले जाएंगे। टीमें 11,13 और 15 जनवरी को आईसीसी वनडे सुपर लीग के तीन वनडे खेलने के लिए कराची वापस लौटेंगी। इसके बाद न्यूज़ीलैंड वापस अप्रैल और मई महीने में पाकिस्तान जाएगी, जहां वह पांच अन्य वनडे खेलेगी जो कि सुपर लीग का हिस्सा नहीं होंगे। जबकि पांच टी20 की सीरीज़ भी इस दौरान खेली जाएगी। 13,15,16 और 19 अप्रैल को कराची में ही चार टी20 खेले जाएंगे। इसके बाद पांचवें टी20 (23 अप्रैल) और पहले दो वनडे (26 और 28 अप्रैल) के लिए टीमें लाहौर के लिए रवाना होंगी। सीरीज़ के अंतिम तीन वनडे रावलपिंडी में 1,4 और 7 मई को खेले जाएंगे।
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के निदेशक ज़ाकिर ख़ान ने न्यूज़ीलैंड सीरीज़ को लेकर कहा, "न्यूज़ीलैंड एक हाई परफ़ॉर्मिंग टीम रही है, ऐसी टीमों के साथ खेलना हमारे खिलाड़ियों के लिए लाभदायक सिद्ध होगा। न्यूज़ीलैंड के विरुद्ध सीरीज़ के दौरान युवा खिलाड़ी भी अपने पसंदीदा खिलाड़ियों को खेलते हुए देख पाएंगे।" न्यूज़ीलैंड ने आख़िरी बार नवंबर 2003 में पाकिस्तान का दौरा किया था। पिछले वर्ष दौरे की शुरुआत के पहले उनके स्वदेश लौटने के बाद ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड की टीमों ने क्रमशः 24 और 17 वर्षों बाद पाकिस्तान का दौरा किया है।
न्यूज़ीलैंड क्रिकेट के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) डेविड व्हाइट ने कहा, "मुझे पता है कि हमारे खिलाड़ी कराची, मुल्तान, लाहौर और रावलपिंडी जैसी जगहों पर खेलने को लेकर काफ़ी उत्सुक होंगे जो कि अपने साथ एक पुरानी क्रिकेट धरोहर को संजोए हुए है। ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के दौरे ने बताया है कि पाकिस्तान एक मज़बूत टीम है और चुनौतियां हमारा इंतज़ार कर रही हैं।"
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