इंग्लैंड सीरीज़ से पूर्व बाबर ने स्ट्राइक रेट और फ़ॉर्म पर आलोचना को ख़ारिज किया
पाकिस्तानी कप्तान का मानना है कुछ तो लोग कहेंगे, लोगों का काम है कहना

पाकिस्तानी कप्तान बाबर आज़म के लिए उनका अब तक का करियर एक अच्छे लंबे फ़ॉर्म का सिलसिला रहा है। हालांकि इंग्लैंड के ख़िलाफ़ टी20 सीरीज़ की पूर्व संध्या पर प्रेस वार्ता के लिए इकठ्ठा हुआ पत्रकारों का समूह शायद बता रहा था कि उनके जीवन में पहली बार उनके खेल और फ़ॉर्म पर कुछ सवालिया निशान ज़रूर नज़र आ रहे हैं।
हालिया एशिया कप में बाबर ने छह पारियों में केवल 68 रन बनाए थे। ऐसे में ज़ाहिर सी बात है कि पाकिस्तान में कुछ लोग उनके फ़ॉर्म पर ही नहीं, उनकी कप्तानी और टी20 टीम में बने रहने की योग्यता पर भी सवाल उठाने लगे हैं।
हालांकि शायद सबसे ज़्यादा दुखदायी कटाक्ष आया है पूर्व पाकिस्तानी तेज़ गेंदबाज़ आक़िब जावेद से। पाकिस्तान सुपर लीग (पीएसएल) में लाहौर क़लंदर्स के मुख्य कोच आक़िब ने कहा कि उनकी टीम कूटनीति के तहत अपने बड़े प्रतिद्वंद्वी कराची किंग्स के कप्तान बाबर को आउट करने की कोशिश नहीं करती क्योंकि वह "अपनी गति से बल्लेबाज़ी करते हैं और ज़रूरी रन रेट को बढ़ा देते हैं।"
जब इस बारे में बाबर से सोमवार को पुछा गया तो वह मुस्कुराते हुए बोले, "यह तो उनकी राय है और यह अच्छी बात है। सब की अपनी व्यक्तिगत राय होती है लेकिन मैं यहां केवल पाकिस्तान टीम की बात करना चाहता हूं। पूर्व खिलाड़ियों को अपनी बात को रखने का पूरा अधिकार है लेकिन व्यक्तिगत हमले खेदजनक बात हैं। बतौर खिलाड़ी वह भी ऐसे दौर से गुजरे होंगे। उन्हें पता होगा कि हम पर कितना दबाव और कितनी ज़िम्मेदारी रहती है। वैसे मुझे इससे कोई फ़र्क़ नहीं पड़ता है।"
यह भी सच है कि अगर आक़िब की टीम वाक़ई बाबर को आउट नहीं करती, तो यह रणनीति उनके कुछ ख़ास काम नहीं आई है। 2020 के फ़ाइनल में कराची एक छोटे लक्ष्य का पीछा करते हुए लड़खड़ा गया था, जब बाबर ने 49 गेंदों पर 63 रनों की नाबाद पारी के साथ अपनी टीम को ख़िताबी जीत दिलाई। उसी सीज़न बाबर ने लाहौर के विरुद्ध 10 विकेट की जीत में 49 गेंदों पर 69 नाबाद बनाए थे। दोनों ही मैच में लाहौर के एक ही बल्लेबाज़ का स्ट्राइक रेट बाबर से बेहतर था।
वर्तमान के पाकिस्तान क्रिकेट में बाबर के क़द का कोई खिलाड़ी नहीं है और शायद इसी वजह से वह सार्वजानिक स्थानों पर सावधानी के साथ बयान देते हैं। इंग्लैंड के 17 साल बाद पाकिस्तान लौटने के अवसर पर इस प्रेस कॉन्फ़्रेंस में भी उन्होंने आक़िब के कटाक्ष का बिलकुल आख़िर में जवाब दिया और जवाब देते हुए भी उन्होंने अपने आलोचक का नाम एक बार भी नहीं लिया।
उन्होंने कहा, "यह सीरीज़ मेरे लिए बहुत अहम है क्योंकि मैं फ़ॉर्म में लौटना चाहता हूं। ख़राब फ़ॉर्म से वापसी करने के लिए बेहद ज़रूरी है कि आप चीज़ों को सरल रखें। सबसे ज़रूरी बात है आप ख़ुद पर विश्वास रखें। मुझे पता है मैंने अतीत में अच्छा किया है और आगे भी करूंगा। कभी कभी चीज़ें आपके हित में जाती हैं लेकिन कभी कभी ऐसा नहीं होता। आप चाहे कैसा भी खेलें लोग तो बातें करते ही हैं। इसको नज़रअंदाज़ करना ही सही है।"
दन्याल रसूल ESPNcricinfo में सब ए़डिटर हैं, अनुवाद ESPNcricinfo के सीनियर असिस्टेंट एडिटर देबायन सेन ने किया है
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