आंकड़े : रावलपिंडी में पाकिस्तान के तेज़ गेंदबाज़ों ने नहीं डाला एक भी ओवर
पाकिस्तान की टेस्ट सीरीज़ जीत से जुड़े कुछ अनोखे आंकड़े

पाकिस्तान ने इंग्लैंड को घर पर 2-1 से टेस्ट सीरीज़ हरा दिया है। हालांकि इस जीत के साथ ही पाकिस्तान के हिस्से कुछ अनोखे आंकड़े भी आए हैं, एक नज़र इन्हीं आंकड़ों पर डालते हैं।
2 यह दूसरी बार है जब पाकिस्तान किसी टेस्ट सीरीज़ का पहला मैच हारने के बाद सीरीज़ जीता है। इससे पहले उन्होंने 1995 में ज़िम्बाब्वे के ख़िलाफ़ पहला टेस्ट हारने के बाद 2-1 से टेस्ट सीरीज़ जीती थी।
823 पर 7 इंग्लैंड ने मुल्तान में पहली पारी में इतने रन बनाए थे। यह पहली बार है जब किसी टेस्ट सीरीज़ में किसी टीम ने इतने रन बनाए हैं और उसे सीरीज़ में हार मिली है। इससे पहले श्रीलंका ने 2009 में भारत के ख़िलाफ़ 7 विकेट पर 760 रन बनाए थे लेकिन उसे 2-0 से सीरीज़ हारनी पड़ी थी।
4 इस सीरीज़ में जीत से पहले पाकिस्तान को घर पर लगातार चार टेस्ट सीरीज़ में हार का सामना करना पड़ा था। इससे पहले उन्हें 2021 की शुरुआत में साउथ अफ़्रीका के ख़िलाफ़ जीत मिली थी। इन दो सीरीज़ जीत के बीच उन्हें ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड और बांग्लादेश से हार मिली जबकि न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ सीरीज़ 0-0 से ड्रॉ रही।
4 इंग्लैंड के ख़िलाफ़ टेस्ट सीरीज़ में पाकिस्तान की ओर से चार बार छह विकेट हॉल लिए गए, जिसमें साजिद ख़ान और नोमान अली ने 2-2 छह विकेट हॉल लिए। यह किसी टेस्ट सीरीज़ में पाकिस्तानी गेंदबाज़ों द्वारा लिए गए सर्वाधिक छह विकेट हॉल हैं।
2017 के बाद पाकिस्तान किसी टेस्ट सीरीज़ में चार या उससे अधिक छह विकेट हॉल लेने वाली पहली टीम है। इससे पहले यह कारनामा भारत ने ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ 2017 में किया था।
1999 इससे पहले 1999 में ऐसा हुआ था जब किसी टेस्ट सीरीज़ में पाकिस्तान के हिस्से में दो 10 विकेट हॉल आए थे। पाकिस्तान ने यह कारनामाभारत के ख़िलाफ़ भारत में ही किया था। जब सक़लैन मुश्ताक़ ने चेन्नई और दिल्ली में 10 विकेट चटकाए थे। इस बार ऐसा साजिद ख़ान और नोमान अली ने किया है।
2015 पाकिस्तान ने इंग्लैंड के ख़िलाफ़ पिछली बार कोई टेस्ट सीरीज़ 2015 में जीती थी। तब पाकिस्तान ने इंग्लैंड को संयुक्त अरब अमीरात (UAE) में 1-0 से हराया था। इस बीच में इंग्लैंड ने पाकिस्तान के ख़िलाफ़ चार टेस्ट सीरीज़ में से दो टेस्ट सीरीज़ जीती थी जबकि दो ड्रॉ पर समाप्त हुई थी।
50.28 इस सीरीज़ में इंग्लैंड द्वारा बनाए गए कुल रनों के 50.28 फ़ीसदी रन एक ही पारी में आए। इंग्लैंड ने मुल्तान में 7 विकेट पर 823 रन बनाए थे। किसी टीम द्वारा एक टेस्ट सीरीज़ के अधिकांश रन एक ही पारी में बनाए जाने के मामले में यह सर्वाधिक है (जिसमें कम से कम उस टीम ने पांच पारियां खेली हों)।
इससे पहले यह रिकॉर्ड ऑस्ट्रेलिया के नाम था जब उन्होंने 1997 में साउथ अफ़्रीका के ख़िलाफ़ टेस्ट सीरीज़ में बनाए गए रनों के 44.26 फ़ीसदी रन एक ही पारी में बनाए थे। उस सीरीज़ में ऑस्ट्रेलिया द्वारा बनाए गए कुल 1419 रनों में ऑस्ट्रेलिया ने पहले टेस्ट की पारी में 8 विकेट पर 628 रन बनाए थे।
0 रावलपिंडी में पाकिस्तान के तेज़ गेंदबाज़ों ने एक भी गेंद नहीं डाली। पुरुष टेस्ट में ऐसा सिर्फ़ दूसरी बार हुआ है जब किसी टीम द्वारा डाली ही गेंदों में हर गेंद स्पिनर ने ही डाली हो। इससे पहले 2018 में बांग्लादेश के स्पिनर्स ने मीरपुर में वेस्टइंडीज़ के ख़िलाफ़ पूरे 96 ओवर डाले थे।
वेस्टइंडीज़ के ख़िलाफ़ 1966 के ब्रेबोर्न टेस्ट में भारत ने अपनी टीम में एक भी तेज़ गेंदबाज़ शामिल नहीं किया था और भारत ने 226 ओवर की गेंदबाज़ी भी की थी लेकिन इसके बावजूद मिश्रित गेंदबाज़ एम जयसिम्हा और अजीत वाडेकर ने स्पिनर्स के आक्रमण पर आने से पहले नई गेंद के साथ गेंदबाज़ी की थी।
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