कमिंस : सिडनी और भारतीय पिचों में 'भारी समानता'
उनके अनुसार सिडनी में कप्तानी करना भी हालिया टेस्ट मैचों से काफ़ी अलग होगा

ऑस्ट्रेलियाई कप्तान पैट कमिंस को उम्मीद है कि साउथ अफ़्रीका के विरुद्ध खेले जाने वाले सिडनी टेस्ट और आगामी भारत दौरे पर मिलने वाली परिस्थितियों में 'भारी समानता' देखने को मिलेगी। ऑस्ट्रेलिया का ध्यान वर्तमान टेस्ट मैच के साथ-साथ आने वाली चुनौतियों पर केंद्रित है।
कई घटनाओं के चलते ऑस्ट्रेलिया को सिडनी टेस्ट से पहले अपनी एकादश से संबंधित अहम फ़ैसले लेने होंगे। टीम को संतुलन प्रदान करने वाले ऑलराउंडर कैमरन ग्रीन चोट के कारण इस मैच से बाहर हैं। अब चयनकर्ताओं के सामने दो विकल्प है - ऐश्टन एगार के रूप में दूसरा स्पिनर खिलाना या रिवर्स स्विंग के मद्देनज़र किसी तेज़ गेंदबाज़ के साथ जाना।
फ़रवरी में शुरू हो रहे भारत दौरे पर भी ऑस्ट्रेलिया को इसी प्रकार के निर्णय लेने होंगे। 2004 के बाद ऑस्ट्रेलिया भारत में पहली टेस्ट सीरीज़ जीत की तलाश कर रहा है।
सिडनी टेस्ट के लिए अपनी एकादश की घोषणा न करते हुए कमिंस ने कहा, "यहां भारत से भारी समानता है। तेज़ गेंदबाज़ी और रिवर्स स्विंग देखने को मिलेगी जिसकी हम भारत में उम्मीद कर सकते है। संभवतः यहां स्पिन के अधिक ओवर होंगे और हमारे बल्लेबाज़ों को अधिक स्पिन खेलने को मिलेगी तो यह अच्छा संयोजन है।"
कप्तानी पर कमिंस ने कहा, "व्यक्तिगत तौर पर यहां कप्तानी करना भी पिछले कुछ टेस्ट मैचों से काफ़ी अलग होगा। यह अच्छी तैयारी है। आप जो भी करेंगे उसका भारत से एक बड़ा कनेक्शन होगा जो अच्छी बात है। यह जानबूझकर नहीं किया गया, यह बस हो गया।"
अगर 2017 के बाद पहली बार एगार को टेस्ट एकादश में शामिल किया जाता है तो 2016-17 के बाद पहला मौक़ा होगा जब दो विशेषज्ञ स्पिनर घरेलू टेस्ट मैच में ऑस्ट्रेलियाई एकादश का हिस्सा होंगे। इसके अलावा एगार भारतीय दौरे पर भी टेस्ट दल का हिस्सा बन सकते हैं जहां नेथन लायन के साथ-साथ मिचेल स्वेप्सन और अनकैप्ड टॉड मर्फ़ी का मौक़ा बन सकता है।
सिडनी की पिचों को अपने स्वाभाविक रूप में, जहां स्पिन बड़ी भूमिका निभाती है, वापस ले जाने का प्रयास किया गया है। इस सीज़न सिडनी में खेले गए इकलौते शेफ़ील्ड शील्ड मैच में 40 में से 23 विकेट स्पिन के विरुद्ध गिरे। क्यूरेटर ऐडम लुईस के अनुसार हमें एक स्वाभाविक सिडनी पिच देखने को मिलेगी।
वहीं अहम मौक़ों पर फिसलने तथा धीमे ओवर रेट के चलते काटे गए अंकों के कारण पिछले विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फ़ाइनल से चूकने के बाद इस बार ऑस्ट्रेलिया कोई ग़लती नहीं करना चाहता है।
कमिंस ने कहा, "यह हमेशा एक बड़ा लक्ष्य होने वाला था। मुझे लगता है कि हम शानदार ढंग से खेल रहे हैं। हमने ख़ुद को उस स्थिति में रखा है ताकि जल्दी ही वह स्थान हासिल किया जा सके जो हमारे लिए एक बहुत बड़ा प्रेरणास्त्रोत है।"
वेस्टइंडीज़ के बाद अब ऑस्ट्रेलिया सिडनी में साउथ अफ़्रीका का सूपड़ा साफ़ करने की कगार पर है। अब अगले सात महीने संभवत: यह परिभाषित करेंगे कि इस ऑस्ट्रेलियाई टेस्ट टीम को कैसे याद किया जाता है। अगर वे भारत में जीत की हैट्रिक पूरी कर लेते हैं (जो कि एक बड़ा काम होगा), टेस्ट चैंपियनशिप का ख़िताब हासिल कर लेते हैं, और इंग्लैंड में ऐशेज़ हासिल कर लेते हैं, तो कमिंस की टीम को बहुत उच्च स्थान देने की आवश्यकता होगी।
कमिंस ने कहा, "हमारे लिए आगे एक बड़ा साल होने जा रहा है। मुझे लगता है कि इन तीन हफ़्तों में भी यह रुकने और सोचने का एक अच्छा समय हो सकता है कि इस टीम के लिए यह 12 महीने कितने शानदार रहे। पाकिस्तान और श्रीलंका उपमहाद्वीप के दो अच्छे दौरे थे, जिसमें तीसरा (दौरा) भारत में आने वाला है। 2023 एक बड़ा साल होने जा रहा है।"
ऐंड्रयू मक्ग्लैशन ESPNcricinfo में डिप्टी एडिटर हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी के सब एडिटर अफ़्ज़ल जिवानी ने किया है।
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