पृथ्वी शॉ: कभी-कभी आगे बढ़ने के लिए क़दम पीछे खींचने पड़ते हैं
भारतीय बल्लेबाज़ ने कहा है कि वह अपनी खेल में निरंतरता लाने का पूरा प्रयास करेंगे

अपने अतीत पर अत्यधिक ध्यान न दें, बल्कि उससे सबक लें और आगे बढ़ते रहें। पृथ्वी शॉ इस थ्योरी को अपनाते हुए एक बार फिर से भारतीय टीम की तरफ़ आगे बढ़ना चाहते हैं।
हालिया बीते आईपीएल सीज़न में पृथ्वी शॉ का प्रदर्शन इतना लचर था कि उन्हें कुछ मौक़े देने के बाद ड्रॉप कर दिया गया। इस सीज़न उन्होंने आठ परियों में सिर्फ़ 106 रन बनाये थे। मौजूदा दलीप ट्रॉफ़ी तब से उनका पहला प्रतिस्पर्धी मुक़ाबला था और पृथ्वी इस मंत्र के साथ आगे बढ़ना चाहते हैं कि "अगला गेम सबसे महत्वपूर्ण गेम है"।
उन्होंने कहा, "वे कुछ ऐसी पारियां (आईपीएल 2023 की शुरुआत में) थीं, जो काफ़ी तेज़ी से इतिहास बनते जा रही थी, [जबकि] मैं पहले मैच के बारे में सोचता रहा उसके बाद मुझे तुरंत एहसास हुआ कि तीन मैच बीत चुके हैं। सीख यह थी कि एक बार मैच समाप्त हो जाए, तो बस इसे वहीं छोड़ दो। आप इसके बारे में कुछ नहीं कर सकते, वह इतिहास है और आपको आगे बढ़ना होगा।"
"मैं अब जो भी मैच खेलूं - दलीप ट्रॉफ़ी, क्लब का कोई मैच या और कोई मैच, वहां मेरे लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन देना बहुत महत्वपूर्ण है। मैं उस तरह का व्यक्ति हूं जो हमेशा टीम को आगे रखता हूं। मुझे लगता है कि कभी-कभी आपको बस ऐसा करना होता है कि एक क़दम पीछे हटें और फिर आगे बढ़ें। अगर आप सही समय पर सही काम करेंगे तो चीज़े ख़ुद ब ख़ुद ठीक होने लगेगी।"
पृथ्वी ने भारत के लिए अपना पिछला मैच जुलाई 2021 में खेला था। इस साल जनवरी में उन्हें न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ खेले गए टी20 सीरीज़ में शामिल किया गया था लेकिन प्लेइंग 11 में उन्हें मौक़ा नहीं मिला था। वेस्टइंडीज़ के ख़िलाफ़ सफ़ेद गेंद की सीरीज़ में उन्हें शामिल नहीं किया गया है। जब उनसे पूछा गया कि उनका अगला टास्क क्या होगा तो उन्होंने कहा कि मुझे बस बिना किसी दबाव के अपने प्रदर्शन पर ध्यान देना है।
उन्होंने कहा, "जब मैं न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ टी20 सीरीज़ के लिए टीम में वापस आया तो मुझे [खेलने का] मौक़ा नहीं मिला, लेकिन यही तो ज़िन्दगी है। कभी-कभी आपको मौक़े मिलते हैं, कभी-कभी नहीं मिलते। आपको इसे स्वीकार करना होगा। ऐसा नहीं है कि मैं वहां बैठकर इसके बारे में सोचूंगा। मेरा मतलब है कि मैं ख़ुद से सवाल करूंगा लेकिन अगर आप अच्छा प्रदर्शन करते हैं, अपनी फ़िटनेस का ध्यान रखते हैं, अच्छा स्कोर करते हैं, तो आपको मौक़ा मिलेगा। मैं बस कोशिश करता हूं और जितना हो सके उतना सकारात्मक रहने का प्रयास करता हूं।"
पृथ्वी ने कहा सकारात्मकता सिर्फ़ उनकी विचार का हिस्सा नहीं है, बल्कि उनके खेल का भी हिस्सा है। वह स्पष्ट हैं कि आक्रामकता उनके बल्लेबाज़ी के डीएनए में है लेकिन वह थोड़ी चालाकी से बल्लेबाज़ी करना चाहते हैं।
2022-23 में पृथ्वी ने घरेलू सीज़न में मिला-जुला प्रदर्शन किया था। हालांकि 10 परियों में उन्होंने कुल 595 रन बनाये थे, जिसमें383 गेंदों में 379 रनों की पारी शामिल थी। यह रणजी टॉफ़ी के इतिहास में दूसरा सबसे बड़ा निजी स्कोर था।
जब गेंदबाज़ों को मदद करने वाली विकेट पर उनकी बल्लेबाज़ी के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, " अगर चीज़ें मेरे हिसाब से नहीं चलती हैं तो निश्चित रूप से मेरा यह प्रयास रहेगा कि परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए, अपने खेल को आगे बढ़ाया जाए।" दलीप ट्रॉफ़ी के सेमीफ़ाइनल में विकेट बल्लेबाज़ी के लिए थोड़ी कठिन थी। उस मैच में पृथ्वी ने पहली पारी में 26 और दूसरी पारी में 25 रन बनाए। पृथ्वी ने कहा, " मुझे ऐसा लगता है कि मुझे अपने खेल को बदलने की ज़रुरत नहीं है। बस मुझे थोड़ा स्मार्ट होने की आवश्यकता है।"
"मुझे लगता है कि जो कुछ भी मुझे यहां तक लाया है, मैं उसी पद्धति पर क़ायम रहूंगा और वैसा ही रहूंगा। उदाहरण तौर पर मैं (चेतेश्वर) पुजारा सर की तरह बल्लेबाज़ी नहीं कर सकता। मैं बस वही करने की कोशिश करता हूं जो मुझे यहां तक लेकर आया है। "
शशांक किशोर ESPNcricinfo के सीनियर सब एडिटर हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी के सब एडिटर राजन राज ने किया है।
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