हार्दिक : मैं लगातार भारत को कठिन परिस्थिति में रखना चाहता हूं ताकि बड़े मैचों में मदद मिल सके
कार्यवाहक टी20 कप्तान ने कहा कि वह भारत की कप्तानी का लुत्फ़ उठा रहे हैं

श्रीलंका के ख़िलाफ़ सीरीज़ के लिए भारतीय टी20 टीम के कप्तान हार्दिक पंड्या ने कहा है कि द्विपक्षीय सीरीज़ के दौरान वह अपनी टीम को कठिनाई भरी परिस्थितियों में डालने से नहीं डरते हैं। उन्होंने कहा कि टीम के लिए छोटे लक्ष्यों की अपेक्षा बड़े और दीर्घकालिक लक्ष्य अधिक महत्वपूर्ण हैं।
श्रीलंका के ख़िलाफ़ पहले टी20 में टॉस के दौरान उन्होंने ये बातें कहीं और इसकी झलक मैच में भी देखने को मिली।
पिछले दो सालों में वानखेड़े स्टेडियम में हुए 41 टी20 मैचों में से 24 में लक्ष्य का पीछा करने वाली टीम ने जीत हासिल की है। यही देखकर श्रीलंकाई कप्तान दसून शानका ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाज़ी करने का फ़ैसला किया था। लेकिन तब हार्दिक ने कहा था कि वे टॉस जीतकर पहले बल्लेबाज़ी करते। उन्होंने कहा, "मुझे पता है कि यह मैदान लक्ष्य का पीछा करने वाला मैदान है, लेकिन मैं अपनी टीम को चुनौती देना चाहता हूं। द्विपक्षीय सीरीज़ के दौरान हम अपनी टीम को कठिनाई और चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों से लड़ते हुए देखना चाहते हैं। इसलिए मैं पहले बल्लेबाज़ी करके ख़ुश रहता, वैसे भी हम बल्लेबाज़ी ही करने जा रहे हैं।"
ऐसा भी हो सकता है कि उस समय हार्दिक दिमाग़ी खेल खेल रहे थे। लेकिन यह भी सच है कि 2016 से बहुदेशीय टी20 टूर्नामेंट में पहले बल्लेबाज़ी करते हुए भारतीय टीम को आठ मैचों में हार का सामना करना पड़ा है। इसकी शुरुआत 31 मार्च 2016 को टी20 विश्व के सेमीफ़ाइनल से हुई थी।
163 रन का पीछा करने उतरी पहले टी20 मैच के अंतिम ओवर में श्रीलंका को 13 रन की ज़रुरत थी। ख़ुद का एक ओवर बचा होने के बावज़ूद हार्दिक ने यह ओवर स्पिनर अक्षर पटेल को दिया, जो पहले दो ओवरों में ख़ासा महंगा साबित हुए थे। चमिका करूणारत्ने ने अक्षर की तीसरी गेंद को छक्का मारकर मैच को श्रीलंका की ओर मोड़ दिया। अब आख़िरी तीन गेंदों पर सिर्फ़ पांच रन की ज़रूरत थी, लेकिन अक्षर ने अपना धैर्य बनाए रखते हुए मैच को भारत की झोली में डाल दिया।
जाफ़र: अर्शदीप अगर फ़िट हों तो हर्षल की जगह उन्हें खिलाना चाहिए
श्रीलंका के ख़िलाफ़ पुणे में खेले जाने वाले दूसरे टी20आई का प्रीव्यू वसीम जाफ़र के साथ
मैच के बाद प्रज़ेंटेशन समारोह में हार्दिक से इस जुए के बारे में पूछा गया। तब हार्दिक ने कहा, "मैं इन मैचों के दौरान टीम को कठिन परिस्थितियों में रखना चाहता हूं। द्विपक्षीय सीरीज़ में हमारा रिकॉर्ड पहले से ही बहुत अच्छा रहा है, इसलिए हम यहां पर ख़ुद को चुनौती दे सकते हैं। हां, हम मैच हार भी सकते थे जो ठीक भी है, लेकिन इससे हमें बड़े मैचों में मदद मिलेगी।"
162 के औसत स्कोर का पीछा करने उतरी श्रीलंकाई टीम के सामने नई गेंद से हार्दिक ने ख़ुद गेंदबाज़ी की ज़िम्मेदारी ली और पावरप्ले के तीन ओवरों में सिर्फ़ 12 रन दिए। उनके बनाए गए दबाव से ही शिवम मावी को लगातार विकेट मिले। हार्दिक ने दाएं हाथ के बल्लेबाज़ों के लिए ना सिर्फ़ गेंद को बाहर की तरफ़ स्विंग कराया बल्कि गेंद को अंदर लाते भी दिखे, जो कि उनके लिए बिल्कुल नई बात है।
उन्होंने कहा, "आईपीएल 2022 से मैं लगातार नेट्स में गेंदबाज़ी कर रहा हूं और सिर्फ़ नई गेंद से गेंदबाज़ी करता हूं। मैंने अपनी स्विंग गेंदबाज़ी पर काम किया है और इनस्विंग करना सीखा है। मुझे नई गेंद से गेंदबाज़ी करना पसंद है क्योंकि इससे स्विंग मिलता है और बल्लेबाज़ को चुनौती भी। अगर मुझे शुरू में विकेट मिलते हैं तो इससे मुझे अन्य गेंदबाज़ों को पारी के अंतिम हिस्से में उपयोग करने की सहूलियत मिलती है।"
क्या वह भारत की कप्तानी का लुत्फ़ ले रहे हैं, इस सवाल के जवाब में उन्होंने मुस्कुराते हुए कहा- "हां, अब तो बिल्कुल।"
हेमंत बराड़ ESPNcricinfo में सब एडिटर हैं
Read in App
Elevate your reading experience on ESPNcricinfo App.