'मैं हर मैच को अपने करियर का सबसे बड़ा मैच मानकर खेलता हूं': तेवतिया
रॉयल्स के स्पिनर ने कहा, आईपीएल खिलाड़ियों के लिए बड़ा मौका

इंग्लैंड के ख़िलाफ़ इस साल की शुरुआत में पहली बार टीम में चयनित होने वाले राजस्थान रॉयल्स के ऑलराउंडर राहुल तेवतिया इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2021 के संस्करण में हर मैच को यादगार बनाना चाहते हैं। उन्होंने कहा, "आपको पता नहीं होता है कि कौन सा मैच आपके करियर में अहम भूमिका निभा दे।" इस टूर्नामेंट का दूसरा भाग संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में 19 सितंबर से खेला जाएगा, जहां 21 सितंबर को रॉयल्स का मुक़ाबला दुबई के स्टेडियम में पंजाब किंग्स से होना है।
तेवतिया ने कहा, "आईपीएल वाकई में सभी खिलाड़ियों के लिए बड़ा मौक़ा है, इसमें मेरे लिए कुछ अलग नहीं है, लेकिन सच कहूं तो, यह मौके सिर्फ़ आईपीएल तक ही सीमित नहीं हैं। मुझे लगता है कि सभी घरेलू मुक़ाबले अहम हैं और मेरा कुछ ऐसा माइंड सेट है कि हर मैच मेरे लिए अहम है और खिलाड़ी के तौर पर मेरे विकास में अहम है। आप नहीं जानते कि कौन सा मैच आपके करियर को नई दिशा दे दे, मैं हर मैच को अपने करियर के सबसे बड़े मैच के तौर पर खेलता हूं।"
तेवतिया उस समय चर्चा में आए थे जब 2020 आईपीएल में उन्हांने किंग्स के खिलाफ शुरुआत में 13 गेंद में पांच रन बनाने के बाद 31 गेंद में 53 रनों की यादगार पारी खेली थी, जिसकी मदद से रॉयल्स ने 224 रनों का पीछा कर लिया था। कुल मिलाकर उन्होंने 41 आईपीएल मैचों में 26 विकेट अपने नाम किए हैं। किंग्स के ख़िलाफ़ मैच खेलने पर उन्होंने कहा, "मैं उनके ख़िलाफ़ एक बार दोबारा खेलने को लेकर उत्साहित हूं। हालांकि सिर्फ़ वही मैच नहीं, बल्कि सभी सात मैचों में मैं उसी तीव्रता और इरादे के साथ खेलना चाहता हूं, लेकिन हां यह जरूर है किंग्स के ख़िलाफ़ कई यादगार लम्हें हैं, तो वाकई यह खास है।"
उन्होंने कहा, "यह मुझे खुद पर विश्वास करने का भी मौका देती है और मेरे अंदर वह आत्मविश्वास है कि मैं किसी भी परिस्थति में इस तरह का प्रदर्शन दोबारा कर सकता हूं। मेरा इरादा हमेशा रहता है कि मैं कहीं से भी अपनी टीम को जीत दिला सकूं।"
रॉयल्स की टीम सात मैचों में तीन जीत के साथ अंक तालिका में अब तक पांचवें स्थान पर है। 2020 के सत्र में तेवतिया ने 14 मैचों में 42.50 के औसत से 255 रन और 10 विकेट लिए थे। इसके बाद भारत में हुए 2021 सत्र के पहले हाफ़ में उन्हें ज्यादा सफलता नहीं मिल पाई थी। वह दो ही विकेट ले सके और सात मैचों में 86 रन ही बना पाए। हालांकि, तेवतिया को लगता है कि फरीदाबाद में खाली समय में उन्होंने बेहद मेहनत की है। उन्होंने अपनी कलाई की पॉज़िशन पर काम किया है, जिससे अब वह बेहतर हो गए हैं।
तेवतिया ने कहा, "मैं जानता हूं कि मेरा प्रदर्शन मुझसे लगी बड़ी उम्मीदों के मुताबिक नहीं था। हालांकि, मैं अगले सात मैचों में जरूर अच्छा करने का प्रयास करूंगा। गेंदबाज़ी में कुछ हिस्से हैं जिस पर मैंने नज़र डाली, जहां मुझे सुधार की जरूरत है। कई बार आप लगातार खेलने की वजह से इस पर ध्यान नहीं दे पाते हो, लेकिन आपकी कलाई की पॉज़िशन पर असर पड़ता है। ऐसे में मुझे इस पर काम करने का मौक़ा मिला।"
तेवतिया ने कहा, "बल्लेबाज़ी में, मैं अपना प्राकृतिक खेल ज़ारी रखना चाहता हूं और इसमें ज़्यादा बदलाव नहीं करना चाहता हूं। मैं इस प्रक्रिया को ज़ारी रखूंगा और ऐसी चीज़ें करूंगा, जिससे मुझे परिणाम मिलें।"
तेवतिया का ध्यान निचले क्रम की बल्लेबाज़ी और फ़िनिशर बनने पर है। साथ ही उन्हें लगता है कि टीम ने फिटनेस स्तर पर काम किया है और यूएई जैसे माहौल में यह अहम साबित होगी।
लेग स्पिनर ने कहा, "मुझे टीम के स्ट्रेंथ और कंडीशनिंग कोच एटी राजामनी प्रभु के साथ ट्रेनिंग करने का मौका मिला और मैंने अपनी स्ट्रेंथ, तेज़ी और चपलता पर काम किया, जो अहम हैं। मैंने घर में शेड्यूल भी बनाया और मुझे लगता है कि पूरी टीम ने फिटनेस पर काम कया है और मैं आत्मविश्वास के साथ कह सकता हूं कि यह मैदान पर भी दिखेगा।"
अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी में सीनियर सब एडिटर निखिल शर्मा ने किया है।
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