रणजी ट्रॉफ़ी: क्वार्टर फ़ाइनल की लड़ाई बनी दिलचस्प
बंगाल, सौराष्ट्र, कर्नाटका और मध्यप्रदेश की टीम पहले ही क्वार्टरफ़ाइनल में पहुंच चुकी है

जैसे ही 2022-23 रणजी ट्रॉफ़ी सीज़न ग्रुप चरण के अंतिम दौर में प्रवेश कर रहा है, एलीट समूहों में क्वार्टर फ़ाइनल स्लॉट की दौड़ तेज़ हो गई है। प्रत्येक ग्रुप से शीर्ष दो टीमें नॉकआउट के लिए क्वालीफ़ाई करेंगी। जबकि बंगाल, सौराष्ट्र, कर्नाटक और मध्य प्रदेश ने पहले ही क्वार्टर फ़ाइनल में जगह बना ली है। अब क्वार्टर फ़ाइनल में चार स्थान बचे हुए हैं और उसकी लिए 11 टीमें होड़ में है।
आइए देखते हैं कि उन 11 टीमों को क्वार्टर फ़ाइनल में पहुंचने के लिए क्या करना होगा।
हालांकि उससे पहले पहले यह ध्यान में रखना ज़रूरी है कि यदि दो या दो से अधिक टीमें अंकों के आधार पर बराबरी पर रहेंगी तो उसके लिए निम्नलिखित नियम हैं:-
- अधिक बोनस अंक वाली टीम को उच्च स्थान दिया जाएगा।
- अगर यहां भी मामला टाई हो जाता है, तो अधिक जीत वाली टीम को वरीयता मिलेगी।
- अगली वरीयता एक दूसरे के ख़िलफ़ हुए मैचों के परिणामों को दी जाएगी। यहां केवल जीत की गिनती की जाती है, न कि ड्रॉ के मामले में पहली पारी की बढ़त पर प्राप्त किए गए अंक की गणना की जाएगी।
- अगर ऊपर लिखे सारे नियमों के आधार पर सब कुछ टाई हो जाता है तो अधिक रन वाली टीम को ऊपर रखा जाएगा
ग्रुप ए में उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश की होगी भिड़ंत
महत्वपूर्ण मैच :
हरियाणा बनाम उत्तराखंड
हिमाचल प्रदेश बनाम उत्तर प्रदेश
हिमाचल प्रदेश के पास फ़िलहाल 20 अंक हैं और उत्तराखंड के पास 26 अंक हैं। बंगाल की टीम 32 अंकों के साथ क्वार्टरफ़ाइनल में प्रवेश कर चुकी है। अगर उत्तराखंड, हरियाणा को हरा देता है या पहली पारी में बढ़त के आधार पर तीन अंक बटोर लेता है तो वह बिना किसी परेशानी के क्वार्टरफ़ाइनल में प्रेवश कर लेगा। वहीं अगर हिमाचल प्रदेश को क्वार्रटरफ़ाइनल में जाना है तो उन्हें बोनस अंक के साथ जीतना होगा। साथ ही उत्तराखंड को हारना होगा या फिर उन्हें सिर्फ़ एक ही अंक प्राप्त करना होगा।
ग्रुप बी में मुंबई और महाराष्ट्र के बीच होगा प्री-क्वार्टरफ़ाइनल जैसा मैच
महत्वपूर्ण मैच
1.मुंबई बनाम महाराष्ट्र्र
2. आंध्रा बनाम असम
अंक तालिका को देखने के बाद यह तुरंत स्पष्ट नहीं हो सकता है कि सौराष्ट्र ने क्वालीफ़ाई कर लिया है। लेकिन अगर वह तमिलनाडु से हार भी जाती है तो उसके 26 अंक उसे अगले दौर में ले जाने के लिए काफ़ी होंगे। आंध्रा अधिक से अधिक कुल अंकों के मामले में उनसे बराबरी कर सकता है लेकिन सौराष्ट्र उन्हें बोनस अंकों के मामले में पछाड़ देगा।
मुंबई और महाराष्ट्र एक-दूसरे के ख़िलाफ़ खेलने वाले हैं। ऐसे में सौराष्ट्र के अंकों से इनमें से कोई एक ही आगे निकल सकता है। यह एक ऐसा परिदृश्य है, जहां मुंबई और महाराष्ट्र दोनों 26 अंकों के साथ फ़िनिश कर सकते हैं। ऐसा तब होगा जब उनका खेल ड्रॉ पर समाप्त होगा और मुंबई पहली पारी की बढ़त लेगी। उस स्थिति में, महाराष्ट्र बाहर हो जाएगा क्योंकि उनके पास शून्य बोनस अंक हैं, जबकि सौराष्ट्र और मुंबई के दो-दो अंक हैं।
अगर सौराष्ट्र अपना आख़िरी मैच हार जाता है। साथ ही मुंबई और महाराष्ट्र के बीच का मैच टाई होता है तो महाराष्ट्र 28 अंकों के साथ इस ग्रुप के शीर्ष पर होगा एवं सौराष्ट्र और मुंबई के पास 26-26 अंक होंगे। उस स्थिति में भी सौराष्ट्र, मुंबई को पछाड़ देगा क्योंकि सौराष्ट्र ने मुंबई को एक मैच में हराया था। मुंबई और महाराष्ट्र के बीच जो भी जीतता है, या ड्रॉ के मामले में पहली पारी की बढ़त लेता है, वह अगले दौर में प्रवेश कर जाएगा।
इस बीच आंध्रा का मामला थोड़ा अलग है। अगले दौर में प्रवेश करने के लिए, उन्हें बोनस अंक के साथ असम को हराना होगा और फिर प्रार्थना करनी होगी कि मुंबई-महाराष्ट्र का मैच ड्रॉ पर समाप्त हो और कोई भी टीम पहली पारी की बढ़त न ले।
ग्रुप सी - चार टीमों के बीच होगी टक्कर
महत्वपूर्ण मैच:
1 झारखंड बनाम कर्नाटका
2 राजस्थान बनाम सर्विसेज़
3 पुडुचेरी बनाम केरला
4 छत्तीसगढ़ बनाम गोवा
कर्नाटका पहले ही क्वालीफ़ाई कर चुका है। वहीं झारखंड, केरल, राजस्थान और गोवा ग्रुप सी में क्वार्टरफ़ाइनल में जगह बनाने की होड़ में हैं।
अगर झारखंड अपने अंतिम ग्रुप-स्टेज के मैच में कर्नाटका को हरा देता है, तो वे अगले दौर में क्वालिफ़ाई कर जाएंगे। लेकिन अगर वे हार जाते हैं, या केवल एक अंक प्राप्त करते हैं, तो उन्हें उम्मीद करनी होगी कि राजस्थान और केरल में से कोई भी टीम अपना-अपना मैच न जीते।
अगर झारखंड पहली पारी की बढ़त के साथ ड्रॉ करता है, तो राजस्थान और केरल दोनों अभी भी बोनस अंक की जीत के साथ उनसे आगे निकल सकते हैं। बोनस अंक हासिल करने में विफल रहने पर भी राजस्थान, झारखंड से ऊपर रह सकता है।
राजस्थान और केरल को अपने-अपने मैच जीतने होंगे। ड्रॉ से दोनों में से किसी को मदद नहीं मिलेगी। यदि दोनों बराबर अंकों पर फ़िनिश करते हैं, तो राजस्थान को बोनस अंकों के आधार पर उच्च वरियता दी जाएगी।
गोवा को क्वॉलिफ़ाई करने के लिए छत्तीसगढ़ को हराना होगा और उम्मीद करनी होगी कि न तो केरल जीते और न ही राजस्थान जीते और साथ ही झारखंड भी हारे। यदि झारखंड एक अंक लेता है, तो गोवा बोनस अंक के साथ जीतना चाहेगा।
विदर्भ को बोनस अंक मांगता है
महत्वपूर्ण मैच
पंजाब बनाम विदर्भ
मध्य प्रदेश ने पहले ही क्वार्टर फ़ाइनल में क्वालीफ़ाई कर लिया है। अब मामला विदर्भ और पंजाब के बीच अटका हुआ है और वे वर्चुअल प्री-क्वार्टर फ़ाइनल में एक-दूसरे का सामना करेंगे।
घर में खेलते हुए पंजाब को सिर्फ़ यह सुनिश्चित करने की ज़रूरत है कि वह एक पारी या दस विकेट से नहीं हारे। अगर विदर्भ को क्वालीफ़ाई करना है, तो उन्हें बोनस अंक के साथ जीतना होगा। ऐसे में पंजाब और विदर्भ दोनों के एक-एक बोनस अंक के साथ 26 अंकों की बराबरी हो जाएगी। लेकिन विदर्भ ने इस बार के रणजी सीज़न में चार मैच जीते हैं और पंजाब ने तीन मैच जीते हैं। इसलिए विदर्भ क्वार्टर फ़ाइनल में पहुंच जाएगा।
हेमंत बराड़ ESPNcricinfo के सब एडिटर हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी के सब एडिटर राजन राज ने किया है।
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