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महाराष्ट्र ने बड़ौदा को चौंकाया, विदर्भ ने किया नॉकआउट में प्रवेश

केरल ने बेहतरीन वापसी करते हुए मैच ड्रॉ कराया जबकि मुकेश चौधरी ने पंजा निकाला

R Sai Kishore ने मैच में कुल आठ विकेट चटकाए  PTI

विदर्भ ने किया नॉकआउट में प्रवेश

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100 रनों से पिछड़ने के बाद विदर्भ ने वापसी करते हुए राजस्थान को 221 रनों से हराया और ग्रुप बी से नॉकआउट में अपनी जगह पक्की कर ली। छह मैचों में उनकी पांचवीं आउटराइट जीत के सूत्रधार कप्तान अक्षय वाड़कर बने जिन्होंने दूसरी पारी में शतक जड़ते हुए 44 के स्कोर पर पांच विकेट गंवाने के बाद अपनी टीम को संकट से उबारा।

वाड़कर का साथ यश राठौड़ ने दिया जिन्होंने 98 रनों की पारी खेली। इसके साथ ही नचिकेत भूटे ने भी 87 रन बनाए। वाड़कर और भूटे के बीच आठवें विकेट के लिए 172 रनों की साझेदारी हुई। 329 के लक्ष्य का पीछा करने उतरी राजस्थान की टीम 109 पर सिमट गई।

बाएं हाथ के स्पिनर हर्ष दुबे ने 51 रन देकर पांच विकेट चटकाए जो कि इस सीज़न में उनका पांचवां पंजा था। इस सीज़न में दुबे अब सर्वाधिक 42 विकेट लेने वाले गेंदबाज़ हैं। 12 पारियों में उन्होंने 14.55 की प्रभावी औसत से गेंदबाज़ी की है। उनके बाद जम्मू और कश्मीर के आक़िब नबी ने 38 विकेट लिए हैं।

साई किशोर और अजीत राम तमिलनाडु को नॉकआउट की दहलीज़ पर ले गए

इस सीज़न के पहले चरण में कप्तान आर साई किशोर अंगूठे की चोट से जूझ रहे थे लेकिन उन्होंने अपने इस सीज़न के सिर्फ़ तीसरे मैच में आठ विकेट चटकाते हुए सलेम में चंड़ीगढ़ को हराने में अहम भूमिका अदा की। दूसरे छोर से साई किशोर को अजीत राम का भी भरपूर साथ मिला जिन्होंने दूसरी पारी में चार विकेट लेने के साथ ही मैच में कुल नौ विकेट चटकाए।

अंतिम दिन स्पिन के आक्रमण से पहले विजय शंकर की 150 रनों की पारी की बदौलत तमिलनाडु ने चंडीगढ़ को 403 रनों का लक्ष्य दिया था। इस जीत के साथ तमिलनाडु ग्रुप डी की अंक तालिका में शीर्ष पर पहुंचा दिया है। झारखंड के ख़िलाफ़ अगर अगला मैच तमिलनाडु ड्रॉ भी करा लेता है तो वह नॉकआउट में प्रवेश कर जाएगा। इस ग्रुप में सौराष्ट्र और चंडीगढ़ दो अन्य टीमें हैं जो नॉकआउट की दौड़ में शामिल हैं।

केरल की बेहतरीन वापसी से मैच ड्रॉ

पहली पारी में महज़ सात रनों की बढ़त हासिल करने के बाद केरल को जीत के लिए 363 रनों का लक्ष्य मिला था लेकिन 100 ओवर तक बल्लेबाज़ी करना बड़ी चुनौती थी। केरल की मुश्किलें तब और बढ़ गईं जब अंतिम दिन लंच होने तक केरल ने 47 के स्कोर पर पांच विकेट गंवा दिए। लेकिन यहां से निचले क्रम के प्रयास की बदौलत वह तीन अंक अर्जित करने में सफल हो गए

कम होती रोशनी के बीच बी अपराजित और एम डी नीदीश की नौवें विकेट की जोड़ी ने अंतिम 13.4 ओवरों तक बल्लेबाज़ी की और केरला को हार से बचा लिया। मध्य प्रदेश की ओर से कुलदीप सेन ने 64 रन देकर तीन विकेट चटकाए जबकि बाएं हाथ के स्पिनर कुमार कार्तिकेय ने 37 ओवर की गेंदबाज़ी करते हुए तीन विकेट चटकाए।

मुकेश चौधरी के पंजे ने बड़ौदा की उम्मीदों को पहुंचाया ठेस

महाराष्ट्र के हाथों मिली हार ने बड़ौदा की नॉकआउट की उम्मीदों को ठेस पहुंचा दिया है। दूसरी तरफ़ जम्मू और कश्मीर ने भी मुंबई को हरा कर बड़ा उलटफ़ेर किया और अब बड़ौदा को नॉकआउट की अपनी उम्मीदें ज़िंदा रखने के लिए जम्मू कश्मीर पर अपने अगले मैच में प्रभावी जीत हासिल करनी होगी।

महाराष्ट्र ने 464 पर सात के स्कोर पर अपनी पारी घोषित कर दी थी और बड़ौदा के सामने 617 रनों का लक्ष्य था। लेकिन जवाब में बड़ौदा की टीम सिर्फ़ 36 ओवर ही बल्लेबाज़ी कर पाई और बाएं हाथ के तेज़ गेंदबाज़ मुकेश चौधरी के पंजे के चलते बड़ौदा की पूरी टीम 177 के स्कोर पर सिमट गई।

Akshay WadkarSai KishoreTamil Nadu vs ChandigarhM. Pradesh vs KeralaVidarbha vs RajasthanRanji Trophy

शशांक किशोर ESPNcricinfo में सीनियर सब एडिटर हैं।