रणजी ट्रॉफ़ी : पहली बार फ़ाइनल खेलने का इरादा लिए गुजरात से भिड़ेगा केरल
मुंबई का सामना विदर्भ से होगा, पिछले सीज़न का फ़ाइनल भी इन दोनों टीमों के बीच ही खेला गया था

विदर्भ बनाम मुंबई
पिछले सीज़न का फ़ाइनल भी इन्हीं दोनों टीमों के बीच खेला गया था। मुंबई विदर्भ के ख़िलाफ़ नागपुर में खेलेगी।
तमिलनाडु के ख़िलाफ़ विदर्भ ने क्वार्टर-फ़ाइनल में 198 रनों से जीत हासिल की। वहीं हैदराबाद के ख़िलाफ़ विदर्भ ने 100 रनों से पिछड़ने के बावजूद जीत हासिल की।
विदर्भ की टीम अभी भी बदलाव के दौर में है, फ़ैज़ फ़ज़ल संन्यास ले चुके हैं, गणेश सतीश के पास अनुबंध नहीं है जबकि उमेश यादव चोटिल हैं। लेकिन अनुभवी करुण नायर की मौजूदगी में युवा बल्लेबाज़ी आक्रमण ने अब तक अच्छा प्रदर्शन किया है।
2023-24 में कर्नाटक को छोड़ विदर्भ से जुड़ने वाले नायर ने इस घरेलू सीज़न में बेहतरीन प्रदर्शन किया है और वह सेमीफ़ाइनल में पिछले दो मैचों में शतक लगाकर प्रवेश कर रहे हैं। यश राठौड़उनके लिए सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज़ों की सूची का नेतृत्व कर रहे हैं जबकि 22 वर्षीय हर्ष दुबे ने आठ मैच में 59 विकेट लेने के साथ ही 441 रन भी बनाए हैं।
विदर्भ की तुलना में मुंबई को नॉकआउट में पहुंचने के लिए अधिक परिश्रम करना पड़ा। मुंबई को चार मैच में जीत मिली और बड़ौदा को पछाड़ते हुए उन्होंने अंतिम चार में जगह बनाई। मुंबई को काफ़ी बार मुश्किल परिस्थिति का सामना करना पड़ा लेकिन शार्दुल ठाकुर सहित अन्य खिलाड़ियों ने उन्हें संकट से उबार लिया।
क्वार्टर-फ़ाइनल में भी 113 के स्कोर पर सात विकेट गंवाने के बाद शम्स मुलानी और तनुष कोटियान ने 165 रनों की साझेदारी कर मुंबई को संकट से उबारा जिसकी बदौलत वह पहली पारी में बढ़त हासिल कर पाए। दूसरी पारी में अजिंक्य रहाणे ने इस सीज़न का पहला शतक जड़कर मुंबई को अंतिम चार में पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई।
घुटने में चोट के चलते यशस्वी जायसवाल सेमीफ़ाइनल से बाहर हैं, श्रेयस अय्यर भारतीय टीम के साथ है। हालांकि पिछले मैच में लय में लौटे सूर्यकुमार यादव से मुंबई को काफ़ी उम्मीदें होंगी।
गुजरात बनाम केरल
2016-17 की विजेता गुजरात 2019-20 के बाद पहली बार सेमीफ़ाइनल में पहुंची है। वहीं केरल इस टूर्नामेंट के इतिहास में सिर्फ़ दूसरी बार सेमीफ़ाइनल में पहुंची है।
प्रियांक पांचाल को छोड़कर गुजरात की बल्लेबाज़ी अनुभवहीन है। अपना पहला सीज़न खेल रहे जयमीत पटेल उनके सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज़ हैं। उन्होंने 48.50 की औसत से 582 रन बनाए हैं। विकेटकीपर उर्विल पटेल और आर्य देसाई ने ज़रूरत पड़ने पर टीम के लिए प्रदर्शन किया है। हिमाचल के ख़िलाफ़ निर्णायक मैच में देसाई ने 145 की चेज़ में अहम 69 रन बनाए थे। वहीं क्वार्टर-फ़ाइनल में उर्विल ने सौराष्ट्र के ख़िलाफ़ 140 रनों की पारी खेलकर अपनी टीम को बड़ी बढ़त हासिल करने में अहम भूमिका निभाई जिसकी बदौलत गुजरात को पारी के अंतर से जीत मिली।
गुजरात को इस स्थिति तक पहुंचाने में स्पिनर्स ने भी अहम भूमिका निभाई है जिसकी अगुवाई बाएं हाथ के स्पिनर सिद्धार्थ देसाई ने की है जिन्होंने 35 विकेट चटकाए हैं। इसमें उत्तराखंड के ख़िलाफ़ 36 रन देकर नौ विकेट शामिल है। गुजरात के पास भारतीय लेग स्पिनर रवि बिश्नोई भी हैं।
केरल के अब तक के इस सफ़र में 38 वर्षीय जलज सक्सेना और सलमान निज़ार ने अहम भूमिका निभाई है। जलज ने इस सीज़न रणजी में 6000 रन और 400 विकेट पूरे किए। वहीं निज़ार इस सीज़न उनके सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज़ हैं। निज़ार इस सीज़न अब तक 555 रन बना चुके हैं। इसमें क्वार्टर फ़ाइनल में उनकी 112 रनों की पारी और इससे एक मैच पहले बिहार के ख़िलाफ़ 150 रनों की पारी भी खेली।
केरल के तेज़ गेंदबाज़ एमडी नीदेश ने क्वार्टर फ़ाइनल में 10 विकेट चटकाए। वहीं विकेटकीपर बल्लेबाज़ मोहम्मद अज़हरुद्दीन ने क्वार्टर-फ़ाइनल में 67 रनों की नाबाद पारी खेलकर मैच ड्रॉ कराने में अहम भूमिका निभाई।
सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज़ों और सर्वाधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज़ों की शीर्ष 10 सूची में उनका एक भी बल्लेबाज़ या गेंदबाज़ नहीं है जो बताता है कि उनके दल ने एक टीम के तौर पर प्रदर्शन किया है।
शशांक किशोर ESPNcricinfo में सीनियर सब एडिटर हैं।
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