Features

वापसी की राह पर मावी, अब बल्ले और गेंद दोनों से कमाल दिखाने की तैयारी

मावी ने कहा, "मैं नहीं चाहता कि लोग मुझे केवल एक फ़ॉर्मेट का खिलाड़ी समझें"

Shivam Mavi ने हालिया समय में अपनी बल्लेबाज़ी पर भी काफ़ी काम किया है  BCCI

2023 में जब शिवम मावी ने भारत के लिए T20I डेब्यू किया था तब वह उभरते हुए सितारे थे। गति और स्विंग के साथ उन्होंने काफ़ी कम समय में अपनी पहचान बनाई थी। हालांकि, चोट के कारण उनके करियर पर ऐसा ब्रेक लगा कि वह लगभग एक साल के लिए एक्शन से दूर हो गए। लंबे रिहैब और गेंदबाज़ी एक्शन पर काम करके मावी ने पिछले सीज़न घरेलू क्रिकेट में वापसी तो की, लेकिन उस तरह चर्चा में नहीं आ पाए जैसी उन्होंने शायद उम्मीद की थी। गेंदबाज़ी के साथ ही मावी की बल्लेबाज़ी भी चर्चा का विषय बनी रहती थी क्योंकि वह निचलेक्रम पर बड़े शॉट्स लगाते थे।

Loading ...

मावी अभी यूपी के लिए रणजी ट्रॉफ़ी खेल रहे हैं और इससे ठीक पहले यूपी T20 लीग खेलकर आए हैं। इस सीज़न के साथ ही मावी ने अपने बल्ले से कुछ ऐसी पेशकश दी है जिसने अब उन्हें सीधे चर्चा में लाना शुरू कर दिया है। यूपी T20 लीग में 21 गेंदों में 54 रनों की पारी खेलने के बाद अब वह अपना पहला प्रोफेशनल शतक लगा चुके हैं। मावी ने नागालैंड के ख़िलाफ़ आठवें नंबर पर बल्लेबाज़ी करते हुए 87 गेंदों पर नाबाद 101 रनों की पारी खेली।

बल्लेबाज़ी में आए बदलाव पर मावी ने ESPNcricinfo से कहा, "पिछले 3-4 सालों से फर्स्ट-क्लास में मैं 30-40 के स्कोर के पास रह जा रहा था क्योंकि आख़िरी के विकेटों से साथ नहीं मिल पा रहा था। हालांकि, मुझे भरोसा था कि मौक़ा मिलने पर शतक लगा सकता हूं। पिछले 2-3 सालों में मैंने गेंदबाज़ी जितनी ही अहमियत बल्लेबाज़ी को भी दी है। मैं चाहता हूं कि हर फ़ॉर्मेट के लिए तैयार रहूं और कोई मुझे एक फ़ॉर्मेट का खिलाड़ी मत समझे। पिछले कुछ सालों में मेरे बल्लेबाज़ी के आंकड़े, गेंदबाज़ी से बेहतर रहे हैं।"

उन्होंने आगे कहा, "मैं स्ट्रोक प्लेयर हूं, लेकिन यह समझ नहीं थी कि कब आक्रमण करना है और किस गेंदबाज़ को निशाना बनाना है। पहले माइंडसेट रहता था कि हर गेंद को उड़ा दूं, लेकिन क्रिकेट ऐसे नहीं चलता। जैसे-जैसे मैं प्रैक्टिस करता गया, मेरे अंदर समझ आती गई। कई अन्य खिलाड़ियों को देखा कि कैसे वो पारी को बुनते हैं या फिर कैसे अटैक करते हैं। हालांकि, मेरी सोच है कि यदि गेंद मेरे रेंज में आई तो मैं बाउंड्री के लिए जाउंगा।"

"मेरी सोच तो यही है कि चाहे इंडिया हो या किसी फ़्रेंचाइज़ी के लिए IPL में खेलना हो, जितने अधिक मैच हो सकें खेलूं। अगर मैं फ़िट नहीं हूं तो कोई भी मुझे सिलेक्ट नहीं करेगा। फ़िटनेस मेरे लिए कभी समस्या नहीं रही, लेकिन गेंदबाज़ी एक्शन के कारण चोटिल होता रहा। फिलहाल मेरा फोकस केवल इस बात पर है कि मैं लगातार कितने अधिक मैच खेल सकता हूं।शिवम मावी

मावी लगातार मेहनत कर रहे हैं, लेकिन उनके लिए इंडिया कैप हासिल करने से अधिक कठिन अब कमबैक करना हो चुका है। मावी को भी इस बात का अहसास है कि अब टीम इंडिया में जगह बनाने के लिए उन्हें बहुत मेहनत करनी होगी और साथ ही लंबा इंतज़ार करना भी पड़ सकता है। अगले साल भारत में ही T20 विश्व कप खेला जाना है और उससे पहले सैयद मुश्ताक अली संभवतः मावी के लिए आख़िरी मौक़ा होगा जिससे वह वापसी की दावेदारी ठोक सकें। हालांकि, यह उन्हें भी पता है कि समय बहुत कम है और इसी वजह से वह बहुत आगे का नहीं सोच रहे हैं।

टीम इंडिया में कमबैक के बारे में मावी ने कहा, "मेरी सोच तो यही है कि चाहे इंडिया हो या किसी फ़्रेंचाइज़ी के लिए IPL में खेलना हो, जितने अधिक मैच हो सकें खेलूं। अगर मैं फ़िट नहीं हूं तो कोई भी मुझे सिलेक्ट नहीं करेगा। फ़िटनेस मेरे लिए कभी समस्या नहीं रही, लेकिन गेंदबाज़ी एक्शन के कारण चोटिल होता रहा। फिलहाल मेरा फोकस केवल इस बात पर है कि मैं लगातार कितने अधिक मैच खेल सकता हूं। मैं अतिरिक्त दबाव नहीं लेना चाहता और हर मैच में अच्छा करने पर ही ध्यान लगा रहा। सिलेक्शन मेरे हाथ में नहीं है, लेकिन यदि आप अच्छा करेंगे तो निश्चित तौर पर उसे जिम्मेदार लोग देखेंगे।"

एक समय मावी नेशनल टीम के खिलाड़ियों के साथ ड्रेसिंग रूम शेयर कर रहे थे और फिर अचानक वह टीम से काफ़ी दूर हो गए। हालांकि, इस बीच उनका कनेक्शन टीम इंडिया से टूटा नहीं है क्योंकि उनके बैच के काफ़ी खिलाड़ी टीम इंडिया में या उसके क़रीब हैं।

मावी ने बताया, "IPL या घरेलू क्रिकेट खेलते हुए आपकी बहुत सारे लोगों से दोस्ती हो जाती है। इंडियन टीम में मेरी बैच के या उसके आसपास के कई लोग हैं। शुभमन और कुछ अन्य लोगों से भी मेरी बातचीत होती रहती है। हालांकि, सबका शेड्यूल काफ़ी व्यस्त हैं तो बहुत अधिक बात तो नहीं हो पाती है।"

Shivam MaviIndiaUP vs NagalandRanji Trophy