रहाणे : WTC फ़ाइनल में अच्छा प्रदर्शन करने के बाद भी मुझे ड्रॉप किया गया
रणजी क्वार्टरफ़ाइनल में मैच विजयी शतक लगाने के बाद रहाणे ने कहा कि चयन करने का फ़ैसला चयनकर्ताओं के हाथों में है, इसलिए उनका काम सिर्फ़ कड़ी मेहनत करना है

अजिंक्य रहाणे ने इस सीज़न घरेलू क्रिकेट में अपनी शानदार लय को बरक़रार रखते हुए कोलकाता में हरियाणा के ख़िलाफ़ शतकीय पारी खेली। दूसरी पारी में उनके 108 रनों ने मुंबई को रणजी ट्रॉफ़ी सेमीफ़ाइनल में पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई। कोलकाता में खेले गए इस मुक़ाबले में मुंबई ने हरियाणा को 152 रनों से मात दी।
मैच के बाद पत्रकारों से बातचीत के दौरान जब रहाणे से भारतीय टीम में वापसी के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि वह भविष्य के बारे में सोचे बिना घरेलू क्रिकेट में खेलना चाहते हैं लेकिन इस बातचीत दौरान उन्होंने अपने चयन के बारे में एक अहम बात भी कही।
उन्होंने कहा, "भविष्य के बार में मैं बिल्कुल भी नहीं सोचता। लेकिन मुझे यह पता है कि मैं अच्छी बल्लेबाज़ी कर रहा हूं। सैयद मुश्ताक़ अली में भी मैंने अच्छा प्रदर्शन किया था। यह रणजी सीज़न भी अच्छा जा रहा है। मैंने WTC फ़ाइनल (2023) में भी अच्छा प्रदर्शन किया था। उसके बाद मैं ड्रॉप हुआ। चयन करना या नहीं करना अलग बात है और वह चयनकर्ताओं काम है लेकिन मुझे लगता है कि मैंने उस मैच में अच्छा प्रदर्शन किया था।
"इन सभी चीज़ों के इतर मुझे यह भी लगता है कि मेरे अंदर अभी बहुत क्रिकेट बाक़ी है। इसी कारण से मैं पूरे जी-जान से घरेलू क्रिकेट खेल रहा हूं। अभी मेरा बस एक ही लक्ष्य है कि मैं एक अच्छी मानसिकता के साथ क्रिकेट खेलते रहूं। उसके बाद आगे जो होगा, वह देखा जाएगा।"
उन्होंने यह भी कहा कि पिछले कुछ सीज़न में घरेलू क्रिकेट और IPL में जो भी सफलता उन्हें मिली है, उसके पीछे उनका वह विश्वास ही सबसे बड़ा कारण है, जो उनमें रनों की भूख और आगे भी टेस्ट क्रिकेट खेलने की इच्छा को बनाए रखता है।
इस रणजी सीज़न में 36 वर्षीय रहाणे ने 12 पारियों में 437 रन बनाए हैं। इसके अलावा इसी सीज़न सैयद मुश्ताक़ अली ट्रॉफ़ी के दौरान वह टॉप स्कोरर थे। उस दौरान उन्होंने आठ पारियों में 58.62 की औसत से 469 रन बनाए थे। इस दौरान उन्होंने पांच अर्धशतक लगाए थे, जिसमें तीन बार उन्होंने 90 से ज़्यादा का स्कोर बनाया था। हालांकि रहाणे ने कहा कि वह किसी एक सफल पारी या सीज़न के बाद बहुत आगे की सोचने नहीं लगते।
(कोलकाता नाइट राइडर्स की टीम की तरफ़ से) अभी तक मुझे कप्तान बनाने को लेकर कोई बातचीत नहीं हुई है। अगर ऐसा होता है तो सबसे पहले आपको ही बताया जाएगा और आप मुझे कॉल कर के बताओगे कि वैसा कुछ हुआ है। तब तक मैं आपकी फ़ोन की राह देखूंगा। ऐसे मैंने हर एक परिस्थिति का सामना किया है। मैंने कप्तानी भी की है। मैं हर परिस्थिति में खेला भी है। मुझे पता है कि परिस्थितियों को कैसे हैंडल करना है।अजिंक्य रहाणे
जब से रहाणे भारतीय टीम से ड्रॉप हुए हैं, उनका पूरा प्रयास रहता है कि वह घरेलू टूर्नामेंट में हिस्सा लें। पिछले तीन सीज़न से वह लगातार मुंबई की टीम की तरफ़ से घरेलू टूर्नामेंट में हिस्सा ले रहे हैं। यह इस बात के साफ़ संकेत हैं कि रहाणे भारतीय टीम में अपनी वापसी का रास्ता घरेलू क्रिकेट के ज़रिए ही तय करना चाहते हैं।
घरेलू क्रिकेट के बारे में उन्होंने कहा, "घरेलू क्रिकेट ने ही मुझे सबकुछ दिया है। मेरे अंदर वह जज़्बा अभी भी है। किसी मैच को लेकर मेरे अंदर अभी भी वह भूख है, जो पहले थी। टेस्ट क्रिकेट को मैं सबसे ज़्यादा अहम मानता हूं। भविष्य के बारे में मैं नहीं सोचता। हालांकि मुझे यह ज़रूर पता है कि मेरे अंदर अभी बहुत क्रिकेट बाक़ी है। इसी कारण से मैं पूरे जी-जान से घरेलू क्रिकेट खेल रहा हूं। अभी मेरा बस एक ही लक्ष्य है कि मैं एक अच्छी मानसिकता के साथ क्रिकेट खेलते रहूं। उसके बाद आगे जो होगा, वह देखा जाएगा।"
इस रणजी सीज़न के ठीक बाद IPL 2025 शुरू होने वाला है, जहां रहाणे कोलकाता नाइट राइडर्स की टीम की तरफ़ से खेलने वाले हैं। कोलकाता की टीम में अब उनके पिछले सीज़न के कप्तान श्रेयस अय्यर पंजाब किंग्स की टीम में शामिल हो गए हैं। ऐसे में अब एक चर्चा यह भी चल रही है कि क्या कप्तानी के उम्मीदवार के लिए कोलकाता की टीम वेंकटेश अय्यर से पहले रहाणे के बारे में सोचेगी।
इस मामले में अजिंक्य ने थोड़ा मज़ाकिया जवाब दिया और पत्रकारों से कहा कि अगर मुझे कप्तान बनने का न्योता दिया जाता है तो इस बात की जानकारी मेरे से पहले पत्रकारों के पास होगी।
रहाणे ने कहा, "(कोलकाता नाइट राइडर्स की टीम की तरफ़ से) अभी तक मुझे कप्तान बनाने को लेकर कोई बातचीत नहीं हुई है। अगर ऐसा होता है तो सबसे पहले आपको ही बताया जाएगा और आप मुझे कॉल कर के बताओगे कि वैसा कुछ हुआ है। तब तक मैं आपकी फ़ोन की राह देखूंगा। ऐसे मैंने हर एक परिस्थिति का सामना किया है। मैंने कप्तानी भी की है। मैं हर परिस्थिति में खेला भी है। मुझे पता है कि परिस्थितियों को कैसे हैंडल करना है। इसी कारण से मैं हर चीज़ के लिए तैयार हूं। लेकिन वैसी किसी ख़बर के लिए आपको मुझे कॉल कर के पहले बताना होगा। (हंसते हुए)"
इसके अलावा घरेलू क्रिकेट में सीनियर खिलाड़ियो के शामिल होने पर भी अपना मत रखा और कहा कि BCCI ने इस मामले में जो फ़ैसला लिया है, वह काफ़ी अच्छा है।
इस संदर्भ में उन्होंने कहा, "पिछले दो तीन साल से BCCI कह रही है कि जो खिलाड़ी उपलब्ध हैं, उन्हें घरेलू क्रिकेट खेलना चाहिए। यह एक बहुत ही अच्छी बात है। जब भी कोई सीनियर खिलाड़ी टीम में आता है तो उसे एक गेम टाइम मिलता है और युवा खिलाड़ियों को भी काफ़ी कुछ सीखने को मिलता है।"
रणजी सेमीफ़ाइनल में मुंबई का सामना विदर्भ से नागपुर में होगा जो कि इस सीज़न आठ में से सात आउटराइट जीत के साथ अंतिम चार में पहुंची है।
राजन राज ESPNcricinfo हिंदी में सब एडिटर हैं
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