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रणजी ट्रॉफ़ी : करुण नायर ने लगाया शतक, मुलानी और कोटियान ने मुंबई को संभाला

सूर्यकुमार यादव और चेतेश्वर पुजारा का नहीं चला बल्ला, रहाणे और दुबे भी नहीं खेल पाए बड़ी पारी

Karun Nair ने इस घरेलू सीज़न का छठा शतक लगाया  PTI

नायर के शतक ने विदर्भ को संभाला

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घरेलू क्रिकेट में करुण नायर का शानदार फ़ॉर्म जारी है। इस घरेलू सीज़न अपना छठा शतक लगाते हुए नायर ने रणजी ट्रॉफ़ी के क्वार्टर-फ़ाइनल मुक़ाबले में तमिलनाडु के ख़िलाफ़ नागपुर में लड़खड़ाई विदर्भ की पारी को संभाल लिया। तमिलनाडु ने विदर्भ को शुरुआती झटके दिए लेकिन दानिश मलेवर ने 75 रनों की पारी खेलते हुए पहले नायर के साथ चौथे विकेट के लिए 98 रन जोड़े लेकिन विजय शंकर का शिकार बनने के बाद यह दिन नायर के नाम रहा।

राउंड द विकेट गेंदबाज़ी कर रहे बाएं हाथ के स्पिनरों को नायर ने सख़्त हाथों से बखूबी स्वीप शॉट खेले और साई किशोर की गेंद पर उन्होंने डाउन द ग्राउंड एक छक्का भी जड़ा। दिन का खेल समाप्त होने से पहले नायर ने अपना शतक पूरा कर लिया और पहले दिन के खेल की समाप्ति तक विदर्भ ने छह विकेट के नुक़सान पर 264 रन बना लिए हैं।

सूर्यकुमार, दुबे नहीं दिखा पाए कमाल

कोलकाता में मुंबई के लिए दिन की शुरुआत अच्छी नहीं रही और तुलनात्मक तौर पर हरियाणा के कम अनुभवी गेंदबाज़ी आक्रमण के सामने मुंबई का शीर्ष क्रम धराशाई हो गया। आयुष म्हात्रे पहली गेंद पर बोल्ड हो गए जबकि आकाश आनंद (4) ऑफ़ स्टंप के बाहर गेंद को छोड़ने के प्रयास में आउट हुए। वहीं सिद्धेष लाड (4) और सूर्यकुमार यादव (9) अंदर आती हुई गेंदों पर बीट हुए।

हालांकि इसके बाद अजिंक्य रहाणे (31) और शिवम दुबे (28) ने पारी को संभालने की कोशिश की लेकिन तेज़ गेंदबाज़ी के विरुद्ध दोनों ही विकेटों के पीछे लपके गए। शार्दुल ठाकुर 15 के निजी स्कोर पर जब आउट हुए तब मुंबई 113 के स्कोर पर अपने सात विकेट गंवा चुका था। लेकिन इसके बाद मुंबई के निचले क्रम ने एक बार फिर पारी को संभाल लिया। शम्स मुलानी और तनुष कोटियान के बीच 165 रनों की साझेदारी ने मुंबई की पारी को संजीवनी प्रदान की। हालांकि स्टंप्स से ठीक पहले मुलानी ने जयंत यादव को रिटर्न कैच थमा दिया।

Tanush Kotian 85 रन बनाने के बाद नाबाद पवेलियन लौटे हैं  PTI

मुलानी प्रथम श्रेणी क्रिकेट में अपना दूसरा शतक जड़ने से ज़रूर चूक गए लेकिन वह प्रथम श्रेणी के अपने 19वें अर्धशतक से ख़ुश ज़रूर होंगे क्योंकि इस पारी की वजह से वह अपनी टीम को संकट से उबारने में सफल रहे। कोटियान अभी भी 85 के स्कोर पर नाबाद हैं और दूसरे दिन मुंबई को एक बार फिर उनसे उम्मीद होगी।

पुजारा भी नहीं चले, 216 पर सिमटा सौराष्ट्र

मुंबई के इतर सौराष्ट्र की शुरुआत अच्छी हुई थी और ओपनर चिराग़ जानी के अर्धशतक की बदौलत सौराष्ट्र दो विकेट के नुक़सान पर 127 के स्कोर तक पहुंच चुका था। हालांकि गेंद के पुराना होते ही सौराष्ट्र की पारी में विकेटों का पतझड़ लग गया और 177 के स्कोर तक पहुंचते-पहुंचते उनके सात विकेट गिर गए।

चेतेश्वर पुजारा (26) ने जैसे ही गुजरात के सिद्धार्थ देसाई की गेंद पर एक आसान सा कैच थमाया, उसके बाद चिंतन गजा और जयमीत पटेल हावी हो गए। गजा ने 48 रन देकर चार विकेट अपने नाम किए। हालांकि अर्पित वसावड़ा की नाबाद 39 रनों की पारी की बदौलत सौराष्ट्र की टीम 200 के स्कोर को पार करने में सफल हो गई। जवाब में गुजरात ने दिन का खेल समाप्त होने तक बिना किसी विकेट के 21 रन बना लिए थे।

नीदीश के पंजे से जम्मू-कश्मीर के लिए खड़ी हुई मुश्किल

जम्मू-कश्मीर ने दिन की धीमी और ख़राब शुरुआत की और इसका कारण बने केरल के तेज़ गेंदबाज़ एमडी नीदीश जिन्होंने पहले दिन पंजा निकालते हुए विपक्षी टीम के लिए मुश्किलें खड़ी कर दीं। नीदीश द्वारा जम्मू-कश्मीर के शीर्ष क्रम को पवेलियन का रास्ता दिखाए जाने के बाद बासिल थंपी की इनस्विंग गेंद ने कप्तान पारस डोगरा को भी पवेलियन चलता कर दिया और अब जम्मू-कश्मीर 67 के स्कोर पर चार विकेट गंवा चुका था।

हालांकि इसके बाद निचले क्रम में विकेटकीपर बल्लेबाज़ कन्हैया वाधवान (48), साहिल लूथरा (35) और लोन नसीर (44) ने जम्मू-कश्मीर की पारी को संभालने का प्रयास किया और दिन के खेल की समाप्ति तक जम्मू-कश्मीर ने आठ विकेट के नुक़सान पर 228 रन बना लिए थे। जिसमें 58 रन देकर नीदीश के पांच विकेट शामिल थे।

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