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दोबारा होगा रेलवे बनाम पंजाब मैच, करनैल सिंह की पिच खेलने लायक नहीं

मैच में शामिल रहे एक खिलाड़ी ने ईएसपीएनक्रिकइंफ़ो को बताया, "एक ही लेंथ की कुछ गेंद ग्‍लव्‍स को लग रही थी तो कुछ जूते की ऊंचाई से निकल रही थी"

रेलवे ने पहली पारी में मामूली अंतर से बढ़त गंवाया था लेकिन जब खेल रोका गया तो दूसरी पारी में पंजाब का स्कोर चार विकेट पर 18 रन था  PTI

रणज़ी ट्रॉफ़ी में दिल्‍ली के करनैल सिंह स्‍टेडियम में चल रहा रेलवे बनाम पंजाब मुक़ाबला दूसरे दिन मैच अधिकारियों द्वारा पिच को ख़तरनाक और अनफ़‍िट घोषित करने के बाद निलंबित कर दिया गया।

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103 ओवरों के हुए मैच में चार सत्रों के अंदर 24 विकेट गिर गए जिसमें से 20 विकेट तेज़ गेंदबाज़ों के नाम गए। पहली पारी में 162 रन बनाकर पहली पारी में 12 रन की बढ़त लेने वाली पंजाब की टीम दूसरी पारी में 18 रन 4 विकेट थी जब मैच को रोक दिया गया।

बुधवार को पहले ड्रिंंक्‍स के क़रीब दोनों टीमों के कप्‍तान पंजाब के मनदीप सिंह और रेलवे के कर्ण शर्मा ने बात की और उसके बाद मैदानी अंपायर के मदनगोपाल और राजीव गोदरा ने मैच रेफ़री योराज सिंह को स्थिति बताई। इसके बाद तुरंत बताया गया कि यह मैच गुरुवार को नए सिरे से एक नई पिच पर खेला जाएगा। इसका मतलब यह है कि एलीट ग्रुप डी का यह मुक़ाबला अब दो दिन का मैच होगा। दोबारा से टॉस होगा और दोनों टीमें अपनी अंतिम 11 में बदलाव कर सकेंगी।

रेलवे टीम के एक टीम अधिकारी ने कहा, "ऐसी बात हो रही थी कि तीसरे दिन पिच को सही किया जाएगा और मैच वहीं से शुरू होगा जहां रुका था, लेकिन मैच अध‍िकारियों ने फै़सला किया कि यह मैच नई पिच पर होगा। हम एक अच्‍छी स्थिति में थे लेकिन संभवत: इस फ़ैसले से हमने मैच जीतने का मौक़ा गंवा दिया है।"

ईएसपीएनक्रिकइंफ़ो को पता चला है कि ग्राउंड ऑथोरटीज़ घास वाली पिच बनाना चाहती थी लेकिन ज़ल्‍द ठंड आने और बहुत ओस होने के कारण उनकी मैच की तैयारियां प्रभावित हो गई।

"पिच असमान थी। कुछ गेंद ग्‍लव्‍स पर लग रही थी तो कुछ उसी लेंथ से जूते की ऊंचाई तक आ रही थी। यह हरी घास की विकेट थी लेकिन मैच अध‍िकारियों ने फ़ैसला किया कि यह असमान भी है और यहां पर लगातार खेलना मुश्किल है।"

एक खिलाड़ी ने ईएसपीएनक्रिकइंफ़ो को बताया, "पिच असमान थी। कुछ गेंद ग्‍लव्‍स पर लग रही थी तो कुछ उसी लेंथ से जूते की ऊंचाई तक आ रही थी। यह हरी घास की विकेट थी लेकिन मैच अध‍िकारियों ने फ़ैसला किया कि यह असमान भी है और यहां पर लगातार खेलना मुश्किल है।"

इस परिस्थिति ने रेलवे और पंजाब दोनों को ही बिना किसी स्पष्ट परिणाम के दो राउंड से आगे जाने के लिए मज़बूर कर दिया, क्‍योंकि बुधवार से दोबारा शुरू होने वाले मैच में नतीज़ा आने की उम्‍मीद कम है। पंजाब ने ख़राब लाइट में खेलने से मना करके चंडीगढ़ के ख़‍िलाफ़ पहली पारी में बढ़त के हिसाब से अंक अर्जित किए तो रेलवे को कर्ण शर्मा के सर्वश्रेष्‍ठ प्रदर्शन 38 पर आठ विकेट के बावजूद विदर्भ से 194 रनों की हार मिली।

करनैल सिंह स्‍टेडियम की पिच पहले भी चर्चा में रह चुकी है। 2011 में बीसीसीआई की तकनीकी समिति ने ख़राब पिच बनाने के लिए वेन्‍यू पर नज़र रखने को कहा था।

2012 में इस मैदान पर मैच आयोजित करने के लिए दो महीने का प्रतिबंध लगा जब समिति को लगा कि लोकल क्‍यूरेटर रेलवे को मदद मिलने के उद्देश्‍य से पिच को अधूरा तैयार छोड़ रहे थे और रणज़ी ट्रॉफ़ी में आउट राइट जीत निकालना चाहते थे। उस समय रेलवे का घरेलू मैदान कुछ समय के लिए भुवनेश्‍वर को बनाया था लेकिन 2014 में दोबारा से यह मैदान उनका घरेलू मैदान बन गया।

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शशांक किशोर ESPNcricinfo के सीनियर सब एडिटर हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी के सीनियर सब एडिटर निखिल शर्मा ने किया है।