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पत्नी प्रीति का अश्विन को 'एक फ़ैन गर्ल वाला प्रेम पत्र'

"अपनी शर्तों पर जियो ज़िंदगी, अतिरिक्त कैलरीज़ और परिवार के लिए अब जगह बनाओ"

दासगुप्ता: अश्विन की जगह कोई नहीं भर सकता

दासगुप्ता: अश्विन की जगह कोई नहीं भर सकता

आर अश्विन के संन्यास की घोषणा पर पूर्व भारतीय क्रिकेटर दीप दासगुप्ता की प्रतिक्रिया

अब दो दिन से ज़्यादा का समय बीत चुका है जब आर अश्विन ने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास का ऐलान कर दिया है। लेकिन इस मौजूदा दिग्गज खिलाड़ी के लिए संदेशों की बाढ़ का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा। लीजिए एक और संदेश, जो शायद सबसे ख़ास है - क्योंकि ये है उनकी पत्नी प्रीति का अपने पति के लिए एक प्रेम पत्र। जो उन्होंने अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर साझा किया है।

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"ये दो दिन मेरे लिए धुंधले रहे हैं। मैं सोच रही हूं कि मैं क्या कह सकती हूं... क्या मैं इसे अपने सर्वकालिक पसंदीदा क्रिकेटर को श्रद्धांजलि के रूप में लिखूं? हो सकता है कि मैं सिर्फ़ पार्टनर के मद्देनज़र लिखूं? या ये भी हो सकता है कि यह किसी फ़ैन गर्ल का प्रेम पत्र हो?

"जब मैंने अश्विन की पीसी देखी, तो मैंने छोटे और बड़े क्षणों के बारे में सोचा। पिछले 13-14 वर्षों में कई यादें। बड़ी जीत, प्लेयर ऑफ़ द सीरीज़ पुरस्कार, एक गंभीर मुक़ाबले के बाद हमारे कमरे में एकदम से शांति, कभी भी शाम में खेल के बाद शॉवर की देर तक आती आवाज़, सामान्य से अधिक देर तक दौड़ना, काग़ज़ के ऊपर अश्विन का लिखते हुए पेंसिल की खरोंच, जब वह गेम प्लान बना रहा होता है तो फ़ुटेज वीडियो की लगातार स्ट्रीमिंग, प्रत्येक मुक़ाबले के लिए निकलने से पहले एक लंबी सांस लेते हुए ख़ुद को शांत रखने की कोशिश, आराम करते हुए गाने सुनना और उसे लूप पर लगातार दोहराना... वह समय जब हम ख़ुशी में रोए थे - चैंपियंस ट्रॉफ़ी फाइनल के बाद, मेलबर्न जीत के बाद, सिडनी ड्रा के बाद, गाबा जीत, टी20 में वापसी करने के बाद... वह समय जब हम मौन बैठे थे और वह समय जब हम हमारे दिल टूट गए थे।

अश्विन 100वें टेस्ट के मौक़े पर धर्मशाला में अपनी पत्नी प्रीति और बच्चों के साथ  AFP/Getty Images

"प्रिय अश्विन, किट बैग कैसे रखा जाता है ये ना जानते हुए भी दुनिया भर के स्टेडियमों में आपके साथ चलना, आपका समर्थन करना, आपको देखना और आपसे सीखना, यह एक परम आनंददायक रहा है। आपने मुझे जिस दुनिया से परिचित कराया, उसने मुझे दिया एक ऐसे खेल को क़रीब से देखने और उसका आनंद लेने का सौभाग्य जो मुझे पसंद है। इसने मुझे यह भी दिखाया कि अपने दिमाग़ को ऊपर रखने के लिए कितने जुनून, कड़ी मेहनत और अनुशासन की आवश्यकता होती है और कभी-कभी मुझे याद है कि हम इस बारे में बात करते थे कि आप ही क्यों, आर अश्विन को ही यह सब क्यों करना पड़ा और इसके अलावा भी और बहुत कुछ। अगर आपने अपने कौशल को लगातार बेहतर नहीं किया और उसपर काम नहीं किया तो पुरस्कार, सर्वोत्तम आंकड़े, प्लेयर ऑफ़ द मैच, प्रशंसा, रिकॉर्ड आपके लिए कुछ मायने नहीं रखते थे। कभी-कभी, कुछ भी पर्याप्त नहीं होता है। और अब जब आपने आपना अद्भुत अंतर्राष्ट्रीय सफ़र समाप्त कर लिया है, तो मैं आपको केवल यह बताना चाहती हूं कि यह सब अच्छा है। यह आपके ऊपर से बोझ हटाने का समय है। अपनी शर्तों पर जीवन जिएं, उन अतिरिक्त कैलरीज़ के लिए जगह बनाएं, अपने परिवार के लिए समय निकालें, कुछ भी न करने के लिए समय निकालें, पूरे दिन मीम्स साझा करें, नई गेंदबाज़ी वेरिएशंस पर काम करें, हमारे बच्चों के दिमाग़ से गंदगी निकालें। बस यह सब करें।"

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