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रोहित ने बैज़बॉल का सामना करने के लिए गेंदबाज़ों को दिया था विशेष संदेश

तीसरे दिन अश्विन के अनुपस्थित रहने के बाद भी भारतीय टीम इंग्लैंड को हराने में सफल रही

विकेट लेने के बाद रोहित के साथ जश्न मनाते हुए जाडेजा  AFP via Getty Images

रोहित शर्मा और भारत के टीम प्रबंधन की ओर से गेंदबाज़ों को यह संदेश दिया गया था कि वह अपने आप को शांत रखें। दूसरी पारी में भारत के 445 रनों के जवाब में बेन डकेट की आतिशी शतक ने इंग्लैंड को अच्छी स्थिति में ला दिया था। एक समय पर वे चार विकेट के नुक़सान पर 260 के स्कोर पर पहुंच चुके थे लेकिन इसके बावजूद उनकी टीम 319 के स्कोर पर ऑलआउट हो गई। चौथी पारी में भी भारतीय गेंदबाज़ों ने शानदार प्रदर्शन किया और मेज़बान टीम 434 रनों के बड़े मार्जिन से इंग्लैंड को हरा दिया।

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रोहित ने मैच के बाद कहा, "जब आप टेस्ट क्रिकेट खेल रहे होते हैं, तो यह दो दिन या तीन दिन का मैच नहीं होता है। हम खेल को पांच दिनों तक खींचने के महत्व को समझते हैं। ईमानदारी से कहूं तो इंग्लैंड की टीम ने अच्छा खेला और उनके बल्लेबाज़ों ने बहुत अच्छे शॉट्स खेले। एक समय पर उन्होंने हमें थोड़ा दबाव में डाल दिया था, लेकिन जब गेंदबाज़ी की बात आती है तो हमारी टीम में बेहतरीन गेंदबाज़ हैं। गेंदबाज़ों के लिए हमारा संदेश साफ़ था कि शांत रहिए। जब इस तरह की चीज़ें होती हैं तो अक्सर खिलाड़ी यह भूल जाते हैं कि एक टीम के रूप में उन्हें क्या करना है। हालांकि हमने अगले दिन जिस तरह से वापसी की, उस पर मुझे गर्व है।"

दूसरे दिन के खेल के बाद भारत के सबसे अनुभवी गेंदबाज़ आर अश्विन को पारिवारिक मेडिकल इमरजेंसी के कारण राजकोट टेस्ट छोड़ना पड़ा था। तीसरे दिन अश्विन की अनुपस्थिति के बावजूद भारत ने रनों के मामले में अपनी सबसे बड़ी टेस्ट जीत हासिल की।

रोहित ने कहा, "इस मैच में बहुत सारे निर्णायक मोड़ आए। हमारे लिए टॉस जीतना काफ़ी महत्वपूर्ण था, क्योंकि हम जानते हैं कि भारत में टॉस जीतना और बोर्ड पर रन लगाना कितना महत्वपूर्ण है। हमें जो बढ़त मिली, वह भी हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण थी। इसके अलावा इंग्लिश बल्लेबाज़ों के बेहतरीन बल्लेबाज़ी के बाद हमारे लिए शांत रहना महत्वपूर्ण था। गेंदबाज़ों ने वास्तव में बहुत मज़बूत मानसिकता के साथ प्रदर्शन किया। हमारे पास अपना सबसे अनुभवी गेंदबाज़ भी नहीं था। लेकिन इसके बावजूद इस तरह का प्रदर्शन करना, एक गर्व की बात है।"

रोहित ने कहा कि सरफ़राज़ ख़ान से पहले रवींद्र जाडेजा को नंबर 5 पर प्रमोट करना आंशिक रूप से पिच पर बाएं और दाएं हाथ के बल्लेबाज़ों के संयोजन के कारण था। रोहित और जाडेजा ने चौथे विकेट के लिए 204 रन की साझेदारी की। यह इस मैच में सबसे बड़ी और महत्वपूर्ण साझेदारी थी।

रोहित ने जाडेजा की बल्लेबाज़ी पोज़ीशन के बारे में कहा, "विशेष रूप से इस मैच के लिए हमने सोचा कि उन्हें इस प्रारूप में खेलने का बहुत अनुभव है। पिछले कुछ सालों में उन्होंने काफ़ी रन बनाए हैं। हम हमेशा से बाएं और दाएं हाथ की बल्लेबाज़ी का संयोजन बनाए रखना चाहते थे। सरफ़राज़ अगर अपनी शैली के साथ खेले तो हम जानते हैं कि वह क्या कर सकते हैं। हम चाहते थे कि बल्लेबाज़ी के लिए आने से पहले कुछ समय ड्रेसिंग रूप में बिताएं।"

"हालांकि किसी भी तरह से यह बल्लेबाज़ी क्रम एक दीर्घकालिक योजना नहीं है। हम बस प्रवाह के अनुसार चलते हैं। हम यह जानने का प्रयास करते हैं कि किसी विशेष दिन में हमें क्या करना है या फिर विपक्षी टीम का प्लान कैसा है। इसके अलावा भी कई और चीज़ें हैं, जिसको हम ध्यान में रखते हुए, प्रवाह के साथ चलते हैं।"

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