रेटिंग्स: अर्शदीप और आवेश के दम पर पूरा दबदबा बनाते हुए जीती भारतीय टीम
पहले वनडे मुक़ाबले में साउथ अफ़्रीका को आठ विकेट से हराया

जोहेनैसबर्ग की पिच कब कैसा बर्ताव करेगी यह किसी को नहीं पता। इसी मैदान पर साउथ अफ़्रीका ने पहली बार वनडे क्रिकेट का सबसे बड़ा स्कोर चेज़ किया था और यही वह मैदान है जहां पर यह टीम 116 रन पर ढेर हो गई। इस उछाल भरी पिच पर भारतीय तेज़ गेंदबाज़ों का बोलबाला रहा और नतीज़ा रहा कि भारतीय टीम यह मैच आठ विकेट से जीत गई।
क्या सही क्या ग़लत
इस मैच में क्या सही गया यह कह पाना तो मुश्किल है, क्योंकि कप्तान केएल राहुल की हर चाल उनके हक़ में गई। विकेट से मिलती उछाल और लगातार गिरते विकेटों के बीच राहुल ने अपने तेज़ गेंदबाज़ों के स्पैल पर ध्यान दिया और उनको विकेट लेने के लगातार मौके़ दिए। यही वजह रही कि इस पारी में अक्षर पटेल को एक भी ओवर नहीं करना पड़ा और कुलदीप यादव भी ढाई ओवर ही कर पाए।
रीज़ा हेंड्रिक्स के ख़िलाफ़ पहले ही ओवर में रिव्यू नहीं लेना शायद थोड़ा ग़लत फ़ैसला रहा। अगर राहुल वहां पर रिव्यू लेते तो रीज़ा पवेलियन लौटते और मुकेश कुमार को मैच का पहला विकेट मिल जाता। इसके अलावा हेनरिक क्लासेन का दूसरी स्लिप में छोड़ा गया कैच भी फ़ील्डिंग के नज़रिए से चिंता का विषय है। हालांकि इसका कोई असर नहीं पड़ा क्योंकि जल्द ही वह पवेलियन लौट गए थे।
साई सुदर्शन, 9 : कोई बल्लेबाज़ अपने डेब्यू मैच में कैसा खेले, तो इसका असली उदाहरण सुदर्शन की बल्लेबाज़ी है। ऐसा लगा ही नहीं कि सुदर्शन पहली बार नीली जर्सी में उतरे हैं, ऐसा लगा कि जैसे वह कितने लंबे समय से इस पल का इंतज़ार कर रहे थे। उनकी कवर ड्राइव लाज़वाब थी, ऑन ड्राइव पर उनका कमाल का कंट्रोल था। वह कब अर्धशतक तक पहुंचे, यह पता ही नहीं चला।
ऋतुराज गायकवाड़, 2 : ऋतुराज के लिए यह मैच कुछ ख़ास नहीं रहा है। पहले तो क्षेत्ररक्षण में उन्होंने क्लासेन का कैच टपकाया और इसके बाद आक्रामक पारी खेलने के चक्कर में वह अपना विकेट गंवा बैठे थे।
श्रेयस अय्यर, 8 : श्रेयस आज अलग ही लय में नज़र आए। अपने पहले ही शॉट से उन्होंने दिखाया कि वह विश्व कप की फ़ॉर्म को यहां पर भी लेकर आए हैं। कप्तान मारक्रम ने कुछ ही देर बाद स्पिनरों को लगा दिया जिसके बाद श्रेयस के लिए काम आसान हो गया क्योंकि वह जहां चाह रहे थे वहां पर रन बना रहे थे।
केएल राहुल, 5 : केएल राहुल की यहां पर बल्लेबाज़ी तो नहीं आई लेकिन जिस तरह से उन्होंने कप्तानी की वह क़ाबिल ए तारीफ़ थी। उछाल भरी पिच पर उन्होंने सफल होते अपने तेज़ गेंदबाज़ों के लगातार ओवर निकलवाए जिससे उनको मदद मिली।
तिलक वर्मा, कोई अंक नहीं : तिलक की बल्लेबाज़ी बेहद ही अंत समय में आई जहां पर उनके लिए करने के लिए कुछ नहीं था।
संजू सैमसन, कोई अंक नहीं : ऐसा लगा ही नहीं कि संजू आज के मैच में खेल रहे थे। ना तो उनके पास क्षेत्ररक्षण में गेंद आ रही थी और ना ही उनकी बल्लेबाज़ी आई।
अक्षर पटेल, कोई अंक नहीं : अक्षर अपनी गेंदबाज़ी का इंतज़ार ही करते रहे लेकिन राहुल थे कि अपने तेज़ गेंदबाज़ों से ही पूरे 10 ओवर का स्पैल कराने में तुले थे। नज़रिया साफ़ था कि यहां पर जल्द से जल्द साउथ अफ़्रीका की पारी को ख़त्म करना था। ऐसे में अक्षर के भी पास कोई अंक नहीं गए।
अर्शदीप सिंह, 10 : कुछ समय से अर्शदीप अपनी गेंदबाज़ी लय से जूझ रहे थे। उनकी यॉर्कर सटीक नहीं बैठ रही थी और उनको स्विंग भी नहीं मिल पा रही थी, लेकिन इस मैच में जैसे ही उनको पहले दो विकेट मिले वह अपनी लय के चरम पर पहुंच गए, जहां पर उनके नाम पांच विकेट हुए। उछाल मिलती पिच पर उन्होंने बल्लेबाज़ों को अच्छे से परेशान किया।
आवेश ख़ान, 9 : अर्शदीप गए तो गेंदबाज़ी पर आवेश आए और अपनी लेंथ गेंदबाज़ी के लिए जाने जाने वाले आवेश ने मारक्रम को उसी लेंथ गेंद पर आउट किया लेकिन मुल्डर का विकेट सरप्राइज पैकेज था क्योंकि यह एक फुलर गेंद थी और बाहर की ओर निकल रही थी। अगले दो विकेट लेने में उनको कोई भी दिक्कत महसूस नहीं हुई और अंत में जंग पांचवां विकेट लेने की थी जो अंत में आवेश नहीं जीत सके।
कुलदीप यादव, 6 : कुलदीप भी गेंदबाज़ी में बहुत देरी से आए और जब आए तो पुछल्ले बल्लेबाज़ का विकेट अपनी गुगली पर लेना उनके लिए कोई बड़ी बात नहीं थी।
मुकेश कुमार, 5 : कहा जा सकता है कि मुकेश आज थोड़े दुर्भाग्यशाली रहे क्योंकि उनको अपने पहले ओवर में ही विकेट मिल जाता, लेकिन राहुल ने रिव्यू नहीं लेकर ग़लती कर दी। इसके बावजूद वह अपनी सीम गेंदबाज़ी से लगातार बल्लेबाज़ों को परेशान करते दिखे।
निखिल शर्मा ESPNcricinfo हिंदी में सीनियर सब एडिटर हैं। @nikss26
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