रोहित शर्मा की राह पर संजू सैमसन
कुछ साल पहले जिस तरह से रोहित ने मध्य क्रम से ओपन पर जाकर अपना करियर संवारा, उसी तरह से सैमसन भी चमक रहे
संजू सैमसन को अब प्रुमख XI में ओपनिंग से दूर करना बेहद मुश्किल
T20 विश्व कप 2024 के रिमैच में कैसे भारत ने इकतरफ़ा प्रोटियाज़ को दी मात जानिए सैयद हुसैन के साथएक बेहतरीन मध्य क्रम का बल्लेबाज़, जिसे भारतीय क्रिकेट में अगला नया सितारा समझा जा रहा था, वह मौक़ों को भुना नहीं पाया लेकिन जब उन्हें शीर्ष क्रम पर बल्लेबाज़ी के लिए भेजा गया तो उनके सितारे चमक उठे।
2013 के रोहित शर्मा, अब मिलिए 2024 के संजू सैमसन से।
2013 में चैंपियंस ट्रॉफ़ी के पहले मुक़ाबले से पहले रोहित को ओपन करने के लिए कहा गया। उन्होंने पहले T20I और वनडे में कभी कुछ मैचों में ओपन किया था लेकिन यह 2013 का साल था जिन्होंने उनके करियर को हवा दी और वह सभी प्रारूपों में भारतीय टीम के नियमित ओपनर बन गए। 2018 में एक पत्रकार वार्ता में ख़ुद रोहित ने मीडिया से 2013 से पहले उनके करियर में जो हुआ उसे भूल जाने को कहा और केवल 2013 के बाद की बातें पूछने के लिए कहा।
प्रारूप जरूर अलग है लेकिन सैमसन 2024 के बारे में कुछ ऐसा ही कह रहे होंगे।
नौ साल पहले डेब्यू से 30 T20I पारियों में उन्होंने शीर्ष सात स्थानों में कम से कम एक बार तो बल्लेबाज़ी की है। उन्हें प्लेयिंग इलेवन में कोई सेट बल्लेबाज़ी ऑर्डर नहीं मिला।
अक्तूबर की शुरुआत में बांग्लादेश के ख़िलाफ़ T20I सीरीज़ में यशस्वी जायसवाल और शुभमन गिल को आराम दिया गया और सैमसन को सीरीज़ में ओपनिंग पर बल्लेबाज़ी करने का मौक़ा मिला। सबसे अहम यह उनके लिए अपने करियर को रोहित की ही तरह दोबारा संवारने का मौक़ा था।
यह सैमसन के लिए एकदम नया ऑर्डर नहीं था, वह पहले भी T20 में ओपनिंग कर चुके थे। बांग्लादेश के ख़िलाफ़ पहले दो मैचों में प्रदर्शन नहीं करने के बाद हैदराबाद में खेले गए आखिरी मैच में उन्होंने मात्र 47 गेंद में 111 रनों की पारी खेल दी। शुक्रवार को उन्होंने संकेत दिया कि यह स्थान वह अपना बनाने जा रहे हैं और लगातार दो पारियों में T20I शतक लगाने वाले वह दूसरे भारतीय और कुल मिलाकर चौथे बल्लेबाज़ बने, जहां डरबन में उन्होंने साउथ अफ़्रीका के ख़िलाफ़ 50 गेंद में 107 रनों की पारी खेली।
यह क्लासिक सैमसन पारी थी, जिसकी झलक वह IPL में दिखा चुके हैं। पहली छह गेंदों में उनका 100 का स्ट्राइक रेट था। फिर केशव महाराज का ओवर आया, यह पारी का तीसरा ओवर था और उन्होंने चौका और छक्का लगाकर अपनी पारी की गति बढ़ाई। पावरप्ले के ख़त्म होने तक सैमसन 20 गेंद में 35 रन तक पहुंच गए थे जिसमें तीन चौके और तीन छक्के शामिल थे, लेकिन पावरप्ले के बाद जो उन्होंने किया वह काबिलेतारीफ़ था।
भारतीय T20I डिक्शनरी में इंटेंट शब्द का पिछले कुछ समय से बहुत इस्तेमाल किया गया है। सैमसन अब इसी शब्द की झलकियां दिखाने वाले थे। उन्होंने सात से लेकर 16 ओवरों के बीच मात्र 30 गेंद में 72 रन बना डाले। उनका अर्धशतक 27 गेंद में आया और अगले 50 रन उन्होंने मात्र अगली 20 गेंद में बना डाले, यानि 47 गेंद में शतक, यह एक भारतीय बल्लेबाज़ का साउथ अफ़्रीका के ख़िलाफ़ सबसे तेज़ शतक था।
सैमसन की पारी की हाइलाइट स्पिनरों के ख़िलाफ़ क्रीज़ का इस्तेमाल करना था। वह सही समय पर पीछे जाते और गुड लेंथ को शॉर्ट बनाकर ऑन साइड पर मारते, जब भी वह देखते कि गेंद में हवा दी गई है तो वह आगे निकलते और पिच तक पहुंचकर साइट स्क्रीन की ओर मार देते।
पुल शॉट सैमसन की पारी का सबसे पसंदीदा शॉट रहा जहां पर उन्होंने डीप मिडविकेट की दिशा में 43 रन बनाए। कुल मिलाकर सैमसन ने स्पिनरों पर 27 गेंद में 58 रन बनाए, वहीं तेज़ गेंदबाज़ों पर उन्होंने 23 गेंद में 49 रन बनाए। जब वह आउट हुए तब तक भारत 200 का आंकड़ा पार कर चुका था।
सैमसन जैसे कुछ खिलाड़ियों पर अलग-अलग राय होती हैं। जब वह लय में होते हैं तो वह बल्लेबाज़ी को बहुत ही आसान बना देते हैं, जैसा उन्होंने शुक्रवार को किया। उन्होंने अपनी पारी में 10 छक्के लगाए, लेकिन कोई भी शॉट गुस्से में नहीं खेला गया था। यहां पर कोई बेवजह की स्लॉगिंग नहीं थी, कोई स्विच हिट नहीं था, कोई पैडल या स्कूप नहीं था। ये बस विशुद्ध क्रिकेट बॉल स्ट्राइकिंग थी।
सैमसन के करियर में हिट्स से ज़्यादा फ़्लॉप आए हैं। उन्होंने भारत के लिए 2015 में डेब्यू किया लेकिन अगले पांच सालों तक उनको कोई मैच नहीं मिला। इस बीच उन्होंने केरल और IPL में दिल्ली डेयरडेविल्स (अब दिल्ली कैपिटल्स) और राजस्थान रॉयल्स के लिए काफ़ी रन बनाए। 2021 में तो वह रॉयल्स के कप्तान बनाए गए लेकिन उनको नीली जर्सी में कभी कभार ही देखा गया। यहां तक कि जब उनको मौक़ा मिलता तो वह उसको भुना नहीं पाते थे, जिसे उन्होंने कबूलते हुए कहा भी था कि उनको खु़द पर कम विश्वास हो रहा है।
सैमसन ने मैच के बाद कहा, "मेरे करियर में सफलता से अधिक असफलता रही है। जब आप इस तरह की असफलता से गुजरते हो तो आप ख़ुद पर कम विश्वास करने लगते हो। लोग बात करते हैं। सोशल मीडिया का भी अपना रोल है और आप फिर सोचना शुरू कर देते हैं।"
"'संजू, क्या आप अंतर्राष्ट्रीय स्तर के लिए नहीं बने हो? आप IPL में अच्छा कर रहे हो, ऐसा अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में क्या नहीं हो पा रहा है?' लेकिन कई सालों के अनुभव के बाद, मैं अपनी काबिलियत जानता हूं। अगर मैं क्रीज़ पर थोड़ा समय बिता देता हूं तो मैं जानता हूं कि मेरी स्पिन और पेस के ख़िलाफ़ शॉट बनाने की काबिलियत क्या है और मैं जानता हूं कि मैं टीम की जीत में योगदान दे सकता हूं और उन्हें मैच जीता सकता हूं।"
"मैं लगातार अपने आप से कहता हूं, 'नहीं, ऐसा नहीं है। यह भी रियलिटी है। कई बुरे समय आए हैं लेकिन अच्छा समय बहुत अच्छा है'।"
सैमसन ने कप्तान सूर्यकुमार यादव और प्रमुख कोच गौतम गंभीर की भी तारीफ़ की, जिस तरह से उन्होंने जुलाई में श्रीलंका के ख़िलाफ़ लगातार दो शून्य के बाद उनसे बातचीत की।
सैमसन ने कहा, "जब आप विफल हो रहे हो तो तब बातचीत करना बहुत अहम है। एक खिलाड़ी उस समय बहुत निगेटिव जोन में चला जाता है।"
"उस समय [श्रीलंका के ख़िलाफ़ दो शून्य के बाद], मुझे गौतम भाई और सूर्य से बहुत कॉल आई, उन्होंने बताया कि क्या काम करना है। उन्होंने कहा, 'स्पिन के ख़िलाफ़ आपका गेम ख़तरनाक दिख रहा है, तो केरला में स्पिनरों को बुलाओ और रफ़ विकेट पर अभ्यास करो।'
"अगर भारतीय टीम का कप्तान आपको कॉल कर रहा है और कह रहा है कि दो शून्य के बाद कैसे अभ्यास करो तो आप जानते हो कि कप्तान को आप पर विश्वास है और वह चाहता है कि आप अच्छा करो। यह छोटी चीज़ें बहुत अहम रोल निभाती हैं। मैं बहुत खु़शकिस्मत हूं कि उन्होंने मुझ पर विश्वास जताया। मुझे लगता है कि मैं इतना काबिल हूं कि अपने टीम प्रबंधन के विश्वास पर ख़रा उतर सकूं।"
सैमसन के पास इस सीरीज़ में तीन और मौक़े हैं और अगर वह अपनी फ़ॉर्म को जारी रखते हैं तो चयनकर्ताओं के लिए तब सिरदर्द हो जाएगा जब वे पूरी ताक़त वाली T20I टीम चुनेंगे। गिल और जयसवाल पहले ही इस पद पर हैं, जबकि अभिषेक शर्मा भी आसपास हैं, लेकिन अगर सैमसन एक सलामी बल्लेबाज़ के रूप में अपने भारतीय करियर को पुनर्जीवित करने में क़ामयाब होते हैं, तो एक तरह से यह काव्यात्मक होगा कि वह रोहित द्वारा खाली की गई जगह को वह भर देंगे।
आशीष पंत ESPNcricinfo में सब एडिटर हैं।
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