आंकड़े - आख़िरकार हार के सिलसिले को समाप्त करने में सफल रही साउथ अफ़्रीका
दूसरे टेस्ट में बने कई शानदार रिकॉर्ड
तीसरे टेस्ट में भारत को अपनी ग़लतियों से सीख लेकर जाना होगा - संजय मांजरेकर
'मैं फिर कहूंगा कि केपटाउन में भारत जीत का प्रबल दावेदार रहेगा'1: यह पहली दफ़ा था जब साउथ अफ़्रीका ने जोहैनेसबर्ग में पहली बार भारत को टेस्ट मैच में हराया है। इससे पहले भारत ने इस मैदान पर अपने पिछले पांच टेस्ट में से दो जीते थे जबकि अन्य तीन ड्रॉ रहे। इस हार से पहले, वांडरर्स उन तीन स्थानों में से एक था जहां भारत ने बिना कोई टेस्ट हारे पांच या उससे अधिक टेस्ट खेले हैं।
5: इस हार से पहले साउथ अफ़्रीका ने भारत के ख़िलाफ़ लगातार पांच टेस्ट मैच हारे थे। भारत ने इस पांच मैचों की जीत का सिलसले को 2018 में जोहैनेसबर्ग से ही शुरू किया और इसी ग्राउंड पर फिर से चार साल बाद इस सिलसिले को खत्म किया। साउथ अफ़्रीका ने इससे पहले कभी भी भारत से लगातार दो टेस्ट मैच नहीं गंवाए थे।
240: साउथ अफ़्रीका ने जोहैनेसबर्ग में 240 के लक्ष्य का पीछा किया। इससे पहले चौथी पारी में भारत के ख़िलाफ़ सिर्फ़ दो बार इससे अधिक स्कोर को चेज़ किया गया है। इससे पहले ऑस्ट्रेलिया ने 1977 में पर्थ में 339 रनों के लक्ष्य का पीछा किया था, जबकि वेस्टइंडीज़ 1987 में दिल्ली में 276 रनों के लक्ष्य का पीछा करने में सफल रहा था।
सिराज फ़िट नहीं हुए तो इशांत की ओर देखना होगा - संजय मांजरेकर
'इशांत का अनुभव इन परिस्थितियों में भारत के लिए फ़ायदेमंद हो सकता है'2007: इससे पहले 2007 में चौथी पारी में भारत 150 से अधिक के लक्ष्य का बचाव करने में विफल रहा था। वह मैच साउथ अफ़्रीका के केपटाउन में खेला जा रहा था। तब भारत ने चौथी पारी में 211 रनों का लक्ष्य दिया था। भारत ने इन 15 वर्षों में 46 बार 150 से अधिक का लक्ष्य निर्धारित किया और 33 बार सफलतापूर्वक इसका बचाव करने में सफल रहा है।
3: चौथी पारी के लक्ष्य का पीछा करने के मामले में साउथ अफ़्रीका ने घर पर तीसरे सबसे बड़े स्कोर का पीछा किया है। उनकी टीम ने 2002 में डरबन में ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ 335 रनों का सफलतापूर्वक पीछा किया था और 1906 में जोहैनेसबर्ग के ओल्ड वांडरर्स में इंग्लैंड के ख़िलाफ़ उन्होंने 284 रनों के लक्ष्य का पीछा किया था।
2011: इससे पहले साल 2011 में साउथ अफ़्रीका की टीम ने 200 से ज़्यादा स्कोर को चेज़ किया था। उस वक़्त उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ केपटाउन में 236 रनों के स्कोर पीछा किया था। साउथ अफ़्रीका की टीम ने पिछले 22 मुक़ाबलों में, जहां उनकी टीम को 200 से अधिक के स्कोर को चेस करना था, उनमें उन्होंने सिर्फ़ 3 ही बार उस स्कोर का पीछा कर पाने में सफल रही थी।
96: नाबाद 96 रनों की पारी खेली डीन एल्गर ने जोहैनेसबर्ग में। केवल एक साउथ अफ़्रीकी कप्तान - ग्रेम स्मिथ ने टेस्ट मैच में लक्ष्य का सफलतापूर्वक पीछा करते हुए उनसे अधिक रन बनाए हैं। एल्गर का यह स्कोर 2019 के बाद से किसी भी साउथ अफ़्रीकी कप्तान का सर्वश्रेष्ठ स्कोर भी है।
3: भारत के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में चौथी पारी में एल्गर का यह तीसरा अर्धशतक था। ये भारत के विरूद्ध चौथी पारी में किसी भी बल्लेबाज़ के लिए संयुक्त रूप से सर्वाधिक पचास से अधिक का स्कोर है। एल्गर ने 2018 में असफल लक्ष्य का पीछा करते हुए 86* रन बनाया था और सेंचूरियन में पिछले टेस्ट में 77 रन बनाए थे।
संपत बंडारुपल्ली ESPNcricinfo में स्टैटिस्टिशियन हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी के सब एडिटर राजन राज ने किया है।
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