आंकड़े : टेस्ट इतिहास का सबसे छोटा टेस्ट
भारत और साउथ अफ़्रीका के बीच खेले गए दूसरे टेस्ट में कई पुराने रिकॉर्ड टूटे

चलिए तो आंकड़ों पर नज़र डालते हैं जहां पर केपटाउन टेस्ट ने कई पुराने रिकॉर्ड तोड़ दिए।
642 - केपटाउन में पूरे टेस्ट में कुल 642 गेंद डाली गई, यह इस हिसाब से सबसे छोटा टेस्ट रहा। इससे पहले सबसे छोटा टेस्ट 656 गेंद का था जो 1932 में ऑस्ट्रेलिया और साउथ अफ़्रीका के बीच मेलबर्न में खेला गया था।
1 - भारत की न्यूलैंड्स में सात विकेट से जीत उनकी सात मैचों में पहली जीत है, इससे पहले वे सभी छह मैचों में से किसी में भी जीत नहीं हासिल कर पाए थे। वहीं भारत की साउथ अफ़्रीका में दूसरी पारी में बल्लेबाज़ी करते हुए यह पहली जीत है, इससे पहले उनकी पिछली चारों जीत पहले बल्लेबाज़ी करते हुए आई हैं।
2 - यह केवल दूसरा टेस्ट है जब भारत के किसी भी बल्लेबाज़ ने अर्धशतक नहीं लगाया और उन्हें जीत मिली। विराट कोहली के 46 रन यहां पर सर्वाधिक व्यक्तिगत स्कोर रहा, इससे पहले 2015 में नागपुर में साउथ अफ़्रीका के ख़िलाफ़ मिली 124 रन की जीत में मुरली विजय (40) सर्वाधिक स्कोरर थे।
4 - न्यूलैंड्स में हुए ऐसे चार टेस्ट हुए हैं जो दो दिन में समाप्त हुए। 1889 और 1896 में साउथ अफ़्रीका बनाम इंग्लैंड और 2005 में साउथ अफ़्रीका बनाम ज़िम्बाब्वे का मैच 2 दिन ख़त्म हुआ था। केनिंगटन ओवल दूसरा ऐसा मैदान है जहां पर दो दिन में चार टेस्ट समाप्त हुए।
8 - एशिया के बाहर जसप्रीत बुमराह ने 28 मैच में आठवीं बार पारी में पांच विकेट लिए, यह संयुक्त रूप से किसी भी भारतीय का दूसरा सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। केवल कपिल देव ही बुमराह से अधिक 45 मैचों में नौ बार ऐसा कर चुके हैं।
बुमराह ने नौ बार में से तीन बार साउथ अफ़्रीका के ख़िलाफ़ पंजा खोला है। यह जवागल श्रीनाथ के साथ संयुक्त रूप से सर्वाधिक है।
2 - दो बही बार ऐसा हुआ है जब भारतीय गेंदबाज़ों ने एक टेस्ट में छह-छह विकेट लिए हैं। इस मैच में सिराज और बुमराह ने ऐसा किया तो वहीं इससे पहले भारत के इंग्लैंड दौरे पर 2014 में लॉर्ड्स टेस्ट में भुवनेश्वर कुमार और इशांत शर्मा ने ऐसा किया था।
60.23 - साउथ अफ़्रीका की दूसरी पारी में एडन मारक्रम ने 60.23 प्रतिशत रन बनाए। यह साउथ अफ़्रीका के लिए एक पारी में सबसे बड़ा व्यक्तिगत स्कोर है। इससे पहले 1913 में डरबन में इंग्लैंड के ख़िलाफ़ हर्बी टेलर ने 182 में से 109 रन बनाये थे।
8.83 - चौथी पारी तक मारक्रम के 106 और दूसरी पारी में डीन एल्गर के 12 रन के बीच 8.83 का अनुपात रहा। यह पुरुषों के टेस्ट में एक ऑलआउट पारी में उच्चतम और दूसरे उच्चतम व्यक्तिगत स्कोर के बीच दूसरा सबसे बड़ा अनुपात है।
चार्ल्स बैनरमैन का नाम इस लिस्ट में टॉप पर है। उन्होंने 1877 में पहले टेस्ट मैच में उनके 165 रनों और टॉम गैरेट के नाबाद 18 रन के बीच 9.17 का अनुपात था।
1 - मारक्रम ऐसे पहले बल्लेबाज़ बने जब शतक बनाने के बाद किसी भी अन्य साथी बल्लेबाज़ ने दोनों पारियों में 20 से अधिक रन नहीं बनाए। साउथ अफ़्रीका के लिए इस टेस्ट में काइल वेरेन मारक्रम के बाद 15 रन की पारी खेलकर दूसरे सर्वाधिक स्कोर बनाने वाले बल्लेबाज़ रहे।
3 - तीन ही टेस्ट मैच ऐसे जीते हुए हैं जहां पर किसी ने अर्धशतक नहीं लगाया, लेकिन हारी हुई टीम के बल्लेबाज़ ने शतक लगाया जिसमें यह केपटाउन टेस्ट भी शामिल था। न्यूज़ीलैंड बनाम इंग्लैंड 1963 और 2000 में पोर्ट ऑफ़ स्पेन में हुआ वेस्टइंडीज़ बनाम ज़िम्बाब्वे मैच में ऐसा पहले हुआ था।
संपत बंडारुपल्ली ESPNcricinfo में स्टैटिशियन हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी में सीनियर सब एडिटर निखिल शर्मा ने किया है।
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