आंकड़े : रबाडा ने बनाया अनचाहा अर्धशतक
पाकिस्तान और साउथ अफ़्रीका के बीच खेले गए टेस्ट में दोनों टीम के खिलाड़ियों ने कुछ बेहतरीन कीर्तिमान अपने नाम किए हैं

7 - न्यूलैंड्स में पाकिस्तान को हराने के बाद, साउथ अफ़्रीका ने लगातार सात टेस्ट मैच जीतने का कारनामा किया। लगातार टेस्ट मैच जीतने के मामले में यह उनकी दूसरी सबसे बड़ी जीत की श्रृंखला है। 2002-03 सीज़न में भी उन्होंने लगातार नौ टेस्ट जीते थे। उस सीजन में भी दो घरेलू टेस्ट पाकिस्तान के ख़िलाफ़ खेले गए थे। दूसरी ओर यह पाकिस्तान की साउथ अफ़्रीका में लगातार नौवीं टेस्ट हार है, जो किसी भी टीम की साउथ अफ़्रीका में सबसे लंबी हार की श्रृंखला है। बांग्लादेश ने यहां अपने सभी आठ टेस्ट हारे हैं, जबकि खु़द साउथ अफ़्रीका ने 19वीं सदी में अपने पहले आठ घरेलू टेस्ट गंवाए थे।
3 - टेस्ट इतिहास में यह केवल तीसरी बार हुआ जब किसी टीम ने पहली पारी में 400 या उससे अधिक के बढ़त की बराबरी की है। इससे पहले 1958 में वेस्टइंडीज़ के ख़िलाफ़ पाकिस्तान ने 473 रन की बढ़त को पाटा था और 2002 में साउथ अफ़्रीका ने ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ 400 रन की बढ़त को पार किया था। संयोग से ये तीनों टेस्ट जनवरी महीने में खेले गए थे, जहां दूसरी पारी में बल्लेबाज़ी करने वाली टीम फ़ॉलो-ऑन कर रही थी।
478 - यह फ़ॉलो-ऑन करते हुए पाकिस्तान का सबसे बड़ा स्कोर है। उनका अगला सर्वश्रेष्ठ स्कोर सिर्फ़ 250 रन है, जो 2002 में डरबन में साउथ अफ़्रीका के ख़िलाफ़ बनाया गया था। केप टाउन में पाकिस्तान ने 122.1 ओवर बल्लेबाज़ी की, जो फ़ॉलो-ऑन करते हुए, उनकी सबसे लंबी बल्लेबाज़ी है। इस सदी में पाकिस्तान ने 10 बार फ़ॉलो-ऑन किया है, जिनमें से चार बार साउथ अफ़्रीका के ख़िलाफ़ हुए हैं।
1,348 - साउथ अफ़्रीका और पाकिस्तान ने इस टेस्ट में कुल 1348 रन बनाए। साउथ अफ़्रीका में 2016 के बाद से यह किसी भी टेस्ट में बनाए गए सबसे अधिक रन हैं।
145 - शान मसूद ने 145 रनों का निजी स्कोर साउथ अफ़्रीका में किसी पाकिस्तानी बल्लेबाज़ का सबसे बड़ा व्यक्तिगत स्कोर है। उन्होंने 1998 में जोहान्सबर्ग में अज़हर महमूद के 136 रन के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया।
54 - कागिसो रबाडा ने चौथे दिन एक अनचाहा अर्धशतक पूरा किया। उन्होंने इस वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) चक्र में पाकिस्तान के ख़िलाफ़ अपनी 50वीं नो-बॉल फेंकी। इस सूची में अगला नाम अल्जारी जोसेफ़ का है, जिन्होंने 34 नो-बॉल फेंकी हैं। न्यूलैंड्स टेस्ट में तो रबाडा ने 17 नो-बॉल डालीं, जिनमें से 13 दूसरी पारी में थीं।
4 - 21वीं सदी में यह केवल चौथी बार हुआ है जब किसी घरेलू टेस्ट में तीन या उससे अधिक साउथ अफ़्रीकी गेंदबाज़ों ने एक पारी में 100 से अधिक रन दिए। रबाडा, मार्को यानसन और केशव महाराज ने दूसरी पारी में 100 से अधिक रन लुटाए। आख़िरी बार यह 2016 में केपटाउन में इंग्लैंड के ख़िलाफ़ हुआ था। कुल मिलाकर, साउथ अफ़्रीका ने 254 घरेलू टेस्ट में 14 बार यह स्थिति झेली है।
Read in App
Elevate your reading experience on ESPNcricinfo App.