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ऐसा लग रहा है जैसे मेरा एक हिस्सा दुनिया छोड़ गया : तेंदुलकर

मुंबई के पूर्व दिग्गज वासुदेव परांजपे के निधन पर सचिन ने दी श्रद्धांजलि

तेंदुलकर के करियर में परांजपे ने काफी मदद की है।  Getty Images

मुंबई के क्रिकेटरों के लिए वासुदेव परांजपे क्या थे, यह किसी से छुपा नहीं है। वह ख़ुद इस खेल की बुलंदियों तक नहीं पहुंच पाए लेकिन उन्होंने अपने शार्गिदों को बड़े मुक़ाम हासिल करते हुए अपनी आंखों से देखा। इन शार्गिदों में सुनील गावस्कर, सचिन तेंदुलकर, दिलीप वेंगसरकर, संजय मांजरेकर और रोहित शर्मा जैसे नाम हैं। हर किसी के पास परांजपे के साथ जुड़ी अपनी यादें हैं। सोमवार को जब उनका निधन हुआ तो पूर्व भारतीय बल्लेबाज़ तेंदुलकर ने भी सोशल मीडिया पर एक भावुक कर देने वाला पोस्ट लिखा।

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तेंदुलकर ने लिखा, "वासु सर को मैं अपने करियर के सबसे बेहतरीन कोचों में से मानता था, जिनके साथ मैंने काम किया। वह बचपन से ही मेरे क्रिकेट करियर का एक अभिन्न हिस्सा और कई मायनों में प्रेरणास्त्रोत रहे हैं। मेरे करियर के शुरुआती दिनों में मुझे याद है उन्होंने मुझसे मराठी में कहा था कि, 'आप पहले 15 मिनट तक देखें और उसके बाद विरोधी टीम आपको पूरे दिन देखेगी।' वह जानकार थे, ज़िंदादिल थे और बेहद मज़ाकिया स्वभाव के थे। मैं उनसे कुछ महीनों पहले ही मिला था और वह अपने मज़ाकिया स्वभाव में थे।"

इंदौर में अपने अंडर 15 के दिनों के कैंप को याद करते हुए तेंदुलकर ने लिखा, "अंडर 15 कैंप के वक़्त, केयरटेकर वासु सर से शिकायत करने गया कि लड़के पूरी रात टेनिस बॉल से खेल रहे हैं। आप कुछ एक्शन लीजिए। वासु सर ने अपने ही अंदाज़ में जवाब दिया कि वे बच्चे हैं और खेलेंगे ही, क्यों न वह भी उनके साथ क्षेत्ररक्षण कर लेते हैं। यह सुनकर केयरटेकर स्तब्ध रह गया। वह कई सारी यादें देकर हमें छोड़कर चले गए हैं और कई हंसाने वाले लम्हे भी। मुझे लगता है कि जैसे मेरा ​शरीर का एक हिस्सा दुनिया छोड़कर चला गया है।"

Vasudeo ParanjapeSachin TendulkarMumbai (Bombay)India

अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी में सीनियर सब एडिटर निखिल शर्मा ने किया है। @nikss26