अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में अपने पहले साल से काफ़ी ख़ुश हैं मार्को यानसन
साउथ अफ़्रीकी तेज़ गेंदबाज़ सिडनी टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ बढ़िया प्रदर्शन करना चाहते हैं

साउथ अफ़्रीका के टेस्ट क्रिकेट का भविष्य एक बदलते परिदृश्य के बीच बहस का विषय है, जो इस महीने एसए20 की शुरुआत होने का बाद से और भी ज़्यादा चर्चा का विषय बनने वाला है। साउथ अफ़्रीकी क्रिकेट का भविष्य जिस तरफ़ भी जाएगा, उसमें मार्को यानसन की एक बड़ी भूमिका हो सकती है।
2021 के अंत में भारत के ख़िलाफ़ टेस्ट डेब्यू करने वाले यानसन ने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपने प्रदर्शन से काफ़ी प्रभावित किया है। बाएं हाथ के लंबे तेज़ गेंदबाज़ ने आठ टेस्ट मैचों में 19.02 की औसत से 36 विकेट लिए हैं। साथ ही उन्होंने अपने ऑलराउंडर होने की क्षमता की झलक दिखाई। हाल ही में मेलबर्न में उन्होंने अपना पहला अर्धशतक भी बनाया। यानसन को साल 2022 के लिए आईसीसी के उभरते खिलाड़ियों में से एक के रूप में नामित भी किया गया है।
चार जनवरी को ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ खेले जाने वाले सिडनी टेस्ट से पहले उन्होंने कहा, "मेरी शुरुआत कुछ ख़ास नहीं हुई थी। टेस्ट क्रिकेट में मैंने पहले ओवर में 14 [12] रन ख़र्च किए थे। हालांकि पिछले एक साल की बात करें तो मुझे उम्मीद से बेहतर परिणाम मिले हैं।"
गाबा टेस्ट में यानसन ने अपने पहली ही गेंद पर ऑस्ट्रेलिया को झटका देते हुए, मार्नस लाबुशेन का विकेट लिया था। हालांकि मेलबर्न में उन्होंने 89 रन ख़र्च कर के सिर्फ़ एक विकेट लिया था। उस टेस्ट में उन्होंने काफ़ी बढ़िया गेंदबाज़ी की थी लेकिन उन्हें ज़्यादा विकेट नहीं मिले। उस दौरान उन्होंने स्टीव स्मिथ को अपनी धारदार गेंदबाज़ी से काफ़ी परेशान किया था।
यानसन ने कहा कि मेलबर्न टेस्ट के दौरान जब वह स्मिथ के ख़िलाफ़ गेंदबाज़ी कर रहे थे, तब कगिसो रबाडा ने उनसे बात की थी कि वह किस तरह से स्मिथ को परेशान कर रहे हैं।
यानसन ने कहा, " केजी (रबाडा) मेरे पास आए और कहा, 'सुनो, मार्को, इसी तरह से गेंदबाज़ी करते रहो, क्योंकि वह (स्मिथ) सहज नहीं दिख रहे हैं।' मुझे यह भी नहीं पता था कि वह संघर्ष कर रहे हैं, लेकिन यह थोड़ा चुनौतीपूर्ण लग रहा था और उसके बाद ही मैं लगातार हार्ड लेंथ पर गेंदबाज़ी करने का प्रयास करने लगा।"
सिडनी में साउथ अफ़्रीका निश्चित रूप से चाहेगी कि वह बढ़िया प्रदर्शन करें और क्लीन स्वीप को रोका जाए। इससे उनके विश्व टेस्ट चैंपियनशिप में पहुंचने की उम्मीदें ज़िंदा रहेंगी। यानसन का कहना है कि इस सीरीज़ में उनकी टीम अहम मौक़ों को भुनाने में सफल नहीं रही है।
उन्होंने कहा, "किसी भी खिलाड़ी को टीम के लिए महत्वपूर्ण योगदान देने के लिए हमेशा तैयार होना चाहिए और यह प्रयास किया जाना चाहिए कि अपने प्रदर्शन से टीम को प्रेरित किया जाए। मैं ख़ुद भी वही प्रयास कर रहा हूं और यह सोच रहा हूं कि ऐसा क्या किया जाए, जिससे टीम को सकारात्मक रूप से प्रभावित किया जाए।"
यानसन ने विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फ़ाइनल के संदर्भ में कहा, "हम फ़ाइनल से पहले तीन टेस्ट मैच खेलने वाले हैं। ज़ाहिर है हम टेस्ट चैम्पियनशिप के फ़ाइनल में पहुंचने के लिए तीनों मैच जीतना चाहते हैं। इसलिए ऐसा नहीं है कि सिर्फ़ बिना कुछ सोचे मैच खेले जा रहे हैं। हमारे पास एक लक्ष्य और उद्देश्य है। हम उसी हिसाब से अपने खेल को आगे बढ़ा रहे हैं।"
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