श्रेयस अय्यर: कौन सी शॉर्ट गेंदें मुझे परेशान करती हैं?
शॉर्ट गेंदों से तंग होने के सवाल पर भारतीय बल्लेबाज़ का मीडिया से उल्टा सवाल

श्रेयस अय्यर को तेज़ गेंदबाज़ों द्वारा शॉर्ट पिच गेंद से टार्गेट किए जाने को लेकर कोई समस्या नहीं है। अय्यर ने इसे अपने गेम की कमज़ोरी मानने से इंकार किया है। श्रीलंका के ख़िलाफ़ 56 गेंदों में 82 रनों की पारी खेलने के बाद अय्यर ने प्रेस कॉन्फ़्रेंस में एक सवाल पूछते हुए कहा, "जब आप कहते हैं कि ये मेरे लिए समस्या है तो इससे आपका क्या मतलब होता है? क्या आपने देखा कि मैंने कितने पुल शॉट खेले और ख़ास तौर से वो जो चार रन के लिए गए थे।"
ईएसपीएनक्रिकइंफ़ो लॉग के मुताबिक शॉर्ट गेंदों के ख़िलाफ़ अय्यर की स्ट्राइक-रेट 135.44 की है। वनडे करियर में अय्यर ने 191 चौके लगाए हैं जिसमें से 20 प्रतिशत यानि कि 34 चौके शॉर्ट गेंदों पर ही आए हैं। शॉर्ट गेंदों के ख़िलाफ़ उनका औसत 21.40 का है जिसका मतलब है कि बड़े शॉट के लिए जाते समय वह अपना विकेट अक्सर गंवा रहे हैं। अय्यर का कहना है कि बल्लेबाज़ के लिए ये सामान्य चीज़ है।
उन्होंने कहा, "यदि आप किसी गेंद पर शॉट खेल रहे हैं तो आपके आउट होने की संभावना रहेगी, इससे मतलब नहीं है कि गेंद शॉर्ट है या ओवरपिच। यदि मैं दो या तीन बार क्लीन बोल्ड हो गया तो आप कहेंगे कि मुझे इनस्विंग खेलना नहीं आता या फिर सीम होती गेंद को मैं नहीं खेल पाता। आप लोगों ने बाहर माहौल बना दिया है कि वह शॉर्ट गेंद नहीं खेल सकता और उसे ही लोग अक्सर पकड़ लेते हैं क्योंकि ये उनके दिमाग़ में चल रहा होता है।"
टीमें भी अय्यर के ख़िलाफ़ बाउंसर का इस्तेमाल कर रही हैं। इस विश्व कप में उन्होंने तेज़ गेंदबाज़ों के ख़िलाफ़ 107 गेंदों का सामना किया है जिसमें से 51 या तो शॉर्ट या फिर शॉर्ट ऑफ़ गुड लेंथ की रही हैं। उन्होंने इन 51 गेंदों में 60 रन बनाए हैं जिसमें सात चौके और एक छक्का शामिल रहे। दो बार उन्होंने अपना विकेट भी गंवाया है।
अय्यर ने इस पर कहा, "मीडिया में बहुत सारी बातें हैं जो आप लोग करते हैं। हालांकि मैं अपने खेल और खु़द को लेकर आश्वस्त हूं और मैं कुछ निश्चित गेंदों को खेल पाने के लिए गंभीर हूं। मैं बार-बार आउट हो सकता हूं, लेकिन मैं चिंता नहीं करता। मुझे तब तक फ़िक्र नहीं है जब तक मुझे खु़द पर भरोसा है और मेरे साथी मुझ पर भरोसा करते हैं। साथियों का समर्थन मिलता है और मेरे लिए यही बहुत है। मुझे इससे ही प्रेरणा मिलती है।"
अलगप्पन मुथु ESPNcricinfo में सब-एडिटर हैं
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