सिद्धार्थ कौल ने लिया भारतीय क्रिकेट से संन्यास, अब विदेश में खेल सकेंगे
"मुझे लगता है कि मेरे अंदर अभी भी 3-4 साल का क्रिकेट बचा है, लेकिन मैं शीर्ष पर रहकर बाहर होना चाहता था, जब मैं पूरी तरह से स्वस्थ था और अच्छा प्रदर्शन कर रहा था"

भारत के लिए खेलने के क़रीब छह साल बाद तेज़ गेंदबाज़ सिद्धार्थ कौल ने भारतीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी। हालांकि उनके लिए अभी भी विदेश में खेलने के दरवाज़े खुले हैं। 34 साल के गेंदबाज़ ने भारत के लिए जून 2018 से फ़रवरी 2019 के बीच तीन T20I और तीन वनडे खेले।
2023-24 सीज़न में कौल ने पंजाब को पहला सैयद मुश्ताक़ अली ट्रॉफ़ी जिताने में मदद की थी, जहां पर उन्होंने 10 मैच में 16 विकेट लिए थे और वह टूर्नामेंट में सर्वाधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज़ थे। विजय हज़ारे ट्रॉफ़ी में भी उन्होंने पंजाब के लिए सबसे अधिक छह मैचों में 19 विकेट लिए।
हाल में कौल पंजाब के लिए रणजी ट्रॉफ़ी 2024-25 सीज़न का पहला चरण खेले थे, जहां वह दो मैचों में कोई विकेट नहीं ले पाए थे। 17 सालों के उनके करियर में उनके नाम 88 प्रथम श्रेणी मैचों में 26.77 की औसत से 297 विकेट हैं। इसके अलावा लिस्ट में उन्होंने 24.30 की औसत से 199 विकेट और T20s में 7.67 की इकॉनमी से 182 विकेट हैं।
कौल ने 17 साल की उम्र में पंजाब के लिए प्रथम श्रेणी क्रिकेट में डेब्यू किया था और एक साल बाद वह तब सुर्खियों में आए जब वह विराट कोहली की अंडर-19 विश्व कप विजेता टीम का हिस्सा रहे। हालांकि कई कमर की चोट की वजह से वह पांच सालों तक उन्हें पीछे कर दिया।
दिसंबर 2007 से फ़रवरी 2012 के बीच कौल सभी प्रारूपों में केवल छह घरेलू मैच खेल पाए। जब वह लौटे तो वह पंजाब के उभरते हुए गेंदबाज़ों मनप्रीत गोनी, संदीप शर्मा और बरिंदर सरां के साथी बने।
कुछ ही सालों में कौल की विकेट लेने की क़ाबिलियत और डेथ ओवर गेंदबाज़ी के कौशल ने उनको पंजाब की सफ़ेद गेंद टीम का मुख्य सदस्य बना दिया। वह विजय हज़ारे (155 विकेट) और सैयद मुश्ताक़ अली ट्रॉफ़ी (120) में पंजाब के लिए सबसे अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज़ हैं।
कौल के करियर में हम समय 2018 में आया जब IPL में सनराइज़र्स हैदराबाद के लिए लगातार बेहतरीन प्रदर्शन करने के बाद उनको आयरलैंड दौरे पर T20I कैप मिली। 2017 में उन्होंेने 10 मैचों में 16 विकेट, 2018 में उन्होंने SRH के लिए संयुक्त रूप से सबसे अधिक 21 विकेट लिए। उस सीज़न SRH रनरअप भी रही थी।
SRH के अलावा कौल दिल्ली डेयरडेविल्स, कोलकाता नाइटराइडर्स और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के लिए भी खेले।
कौल ने विदेश में खेलने के आइडिया पर भी खुलकर कहा, "जब भी मौक़ा मिले।"
उन्होंने ESPNcricinfo से कहा, "मुझे लगता है कि मेरे अंदर अभी भी 3-4 साल का क्रिकेट बचा है। मैं अपने करियर की ऊंचाई पर छोड़ना चाहता था, जब मेरी फ़िटनेस और प्रदर्शन शीर्ष पर थे, ऐसे नहीं कि जब फ़िटनेस के कारण या प्रदर्शन नहीं करने की वजह से मुझे जाना पड़े।"
"अगर आप मेरा 9-10 सालों का ग्राफ़ देखेंगे तो, मैंने सभी प्रारूपों में अच्छा किया है। तो मुझे लगता था कि यह छोड़ने का सही समय था। उम्मीद है मैं आगे बढूंगा जो भी मौक़ा मिले चाहे काउंटी क्रिकेट [इन गर्मियों में वह नॉर्थैंप्टनशायर के लिए तीन डिवीजन 2 चैंपियनशिप मैच खेले, जहां उन्होंने 29.84 की औसत से 13 विकेट लिए], हो या लीजेंड लीग हो, MLC हो या और कुछ भी। अगर मुझे मौक़ा मिलता है तो मैं यहां खेलना चाहता हूं।"
शशांक किशोर ESPNcricinfo में सब एडिटर हैं।
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